इन चीजों को कच्चा खाने से जान तक जाने तक जाने की नौबत आ सकती है, हो जाता है फूड प्वाइजनिंग
कुछ लोग किसी भी चीज को कच्चा खाने में नहीं झिझकते हालांकि ऐसा करना स्वास्थ के लिए हानिकारक हो सकता है
मनुष्य के लिए भोजन इसलिए ही बना है ताकी वो इसे खाकर अपने शरीर को सही ढंग से चला सके। हालांकि खाना बनाने और खाने को लेकर बहुत तरह के बदलाव किए गए हैं। अब लोग तरह तरह की डिशेज खाते हैं जिनके बारे में पहले पता भी नहीं था। इससे जीभ को तो स्वाद मिलता ही है साथ ही मन को भी सुख मिलता है। हालांकि कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जिन्हें पकाकर ही खाया जाता है। कुछ लोग किसी भी चीज को कच्चा खाने में नहीं झिझकते हालांकि ऐसा करना स्वास्थ के लिए हानिकारक हो सकता है। यहां तक की खाना सही ढंग से पकाकर नहीं खाने से जान भी जा सकती है। आपको बताते हैं ऐसे ही खाने की चीजों के बारे में जिन्हें बिना पकाए नहीं खाना चाहिए।
आलू
सब्जियों का राजा आलू लगभग हर डिश में इस्तेमाल किया जाता है। आलू किसी सब्जी के साथ भी खा लिया जाता है या फिर पराठे और पकौड़ों के रुप में भी इसका इस्तेमाल होता है। हालांकि कभी भी आलू को बिना पकाए नहीं खाना चाहिए। आलू में स्टार्च होता है जो खाने को सही ढंग से पचाने का काम करता है, लेकिन अगर इसे कच्चा खा लिया जाए तो पेट फूलने और दर्द की समस्या हो सकती है। इससे फूड प्वाइजनिंग भी हो सकती है।
सेब के बीज
कहते हैं रोज सुबह अगर एक सेब खाया जाए तो सारी बीमारियों कोसों दूर रहेंगी। सेब खाना सेहत के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन सेब के बीज जहर का काम करते हैं। इसी वजह से सेब हमेशा छीलकर खाना चाहिए ताकी भूल से भी आप इसके बीज को ना निगल जाएं। सेब के बीज में एक प्रकार का रसायन होता है तो पचने पर साइनाइड में बदल सकता है।
राजमा
राजमा-चावल तो लगभग हर किसी का फेवरेट होता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो इसे एक सेहतमंद दाल बनाते हैं। हालांकि अगर आप गलती से भी राजमा का कच्चा सेवन कर लेते हैं तो इसमें मौजूद फाइटोमेगलगुटिन टॉक्सिन शरीर में फूड पाइजनिंग पैदा कर सकता है। इस वजह से ही राजमा को अक्सर कई घंटों के लिए भीगाया जाता है ताकी बनाते वक्त उसका टॉक्सिक नेचर खत्म हो जाए।
दूध
दूध को कंपलीट फूड कहा जाता है और इसका सेवन करने से आपको खाने से मिलने वाले सभी पोषक तत्व मिल जाते हैं। बहुत से लोग सेहत बनाने के लिए कई बार गाय या भैंस के कच्चे दूध का भी सेवन कर लेते हैं जो कि बहुत गलत है। दूध में हानिकारक बैक्टिरिया जैसे कि ई.कोली और साल्मोनेला होता है। जो गर्म होने पर खत्म हो जाते हैं। ऐसे में दूध का सेवन उसे एक बार गर्म करके ही करना चाहिए वरना ये हानिकारक हो सकता है।
आटा
आटे का सेवन हमेशा पकाकर ही करना चाहिए। चाहें आप रोटी बनाएं या हलवा या फिर कोई भी अन्य भोजन। कभी भी आटा कच्चा नहीं रहना चाहिए। खेत से लेकर रसोई तक पहुंचने के दौरान आटा कई कोलाई जैसे रोग जीवाणुओं के संपर्क में आ सकता है। ऐसे में इसे पकाकर ही खाना चाहिए।
बादाम
बादाम को कच्चा ही खाया जाता है लेकिन कड़वे बादाम खाने से बचना चाहिए। अगर बिना प्रोसेस किए 7-10 बादाम खा लिए जाए तो एक बच्चे की मौत तक हो सकती है। कई बादाम में डाइड्रोजन साइनाइड और जल का मिक्स्चर पाया जाता है। एक दर्जन कड़वे बादाम खाने से व्यक्ति मर भी सकता है।
चावल
बहुत से लोग कच्चा चावल भी खाते रहते हैं जो कि बिल्कुल सही नहीं है। कच्चे चावल में रोग पैदा करने वाले बैक्टिरिया होते हैं जो पक जाने पर खत्म हो जाते हैं। ऐसे में पके हुए ही चावल खाने चाहिए।
अंडा
कुछ लोग सेहत के नाम पर कच्चे अंडे का भी सेवन करते हैं जो काफी खतरनाक है। कच्चे अंडे में रोगजनक साल्मोनेला हो सकता है जिससे फूड पाइजनिंग की समस्या हो सकती है। ऐसे मे बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों के इसके सेवन से दूर रहना चाहिए।