21 जून को लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, लेकिन एक चीज़ ने बढ़ा दी है ज्योतिषों की परेशानी
21 जून को सूर्य ग्रहण लगने वाला है। इस सूर्य ग्रहण को उत्तरी भारत, चीन, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, कांगो, इथियोपिया और पाकिस्तान के कुछ हिस्सो में देखा जा सकता है। यह ग्रहण जून महीने के तीसरे रविवार को लगेगा। बता दें कि रविवार के दिन लगने वाले ग्रहण को चूड़ामणि ग्रहण भी कहा जाता है। ऐसे में ज्योतिर्विदों ने बताया है कि इस ग्रहण का शुभ प्रभाव 4 राशि वालों पर पड़ेगा, वहीं 8 राशियों पर अशुभ प्रभाव पड़ने जा रहा है। ज्योतिषों ने कहा है कि इस ग्रहण के अशुभ असर से भूकम्प, तूफान और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाएं भी आ सकती हैं।
जानिए ग्रहण और सूतक का समय?
सूर्य ग्रहण का असर सुबह 10 बजकर 31 मिनट से लेकर दोपहर 2 बजकर 4 मिनट तक रहेगा। वहीं इसका सूतक 20 जून की रात 10 बजकर 20 मिनट से ही शुरू हो जाएगा। सूतक काल में बालक, वृद्ध और रोगी को छोड़कर दूसरे किसी का भी भोजन करना निषिद्ध है। अगर बहुत जरूरी हो, तो खाद्य पदार्थ में तुलसी पत्ता डालकर सेवन करें। ग्रहण और सूतक काल में गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी रखनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं को किसी भी प्रकार के नुकीले चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
ग्रहण का फल
21 जून को पड़ने वाले सूर्य ग्रहण का मेष, सिंह, कन्या और मकर राशि वालों पर शुभ असर पड़ेगा। वहीं वृष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, धनु, कुंभ, और मीन राशि वाले लोगों को इस ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी रखनी होगी। जहां तक संभव हो इन 8 राशि वाले लोगों को ग्रहण नहीं देखना चाहिए। ज्योतिषियों के अनुसार ये कंकण ग्रहण है और रविवार को पड़ने के कारण ये ज्यादा प्रभावी हो गया है। माना जाता है कि ग्रहण के दौरान स्नान, दान, मंत्र जाप इत्यादि करना विशेष फलदायी होता है।
शुभ काम न करें
ग्रंथों और शास्त्रों को मुताबिक ग्रहण काल के दौरान किसी भी प्रकार का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। यहां तक कि पूजा पाठ करने पर भी मनाही होती है, साथ ही देवी देवताओं की मूर्तियों को भी नहीं छूना चाहिए। ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए, ऐसा करना अशुभ माना जाता है। ज्योतिषियों ने बताया है कि सूर्य ग्रहण के दौरान वृष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, धनु, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों को महामृत्युंजय का जाप करना चाहिए। क्योंकि इन राशियों पर सूर्यग्रहण का अशुभ असर पड़ने वाला है।
जरूरतमंदों को दान करें
इसके अलावा जरूरतमंदों को दान करने से सूर्य ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है। खासकर अनाज दान करना चाहिए। ग्रहण के दिन कोई घर पर भीख मांगने आए, तो उन्हें भगाना नहीं चाहिए, बल्कि आदरपूर्वक उन्हें दान देना चाहिए। कहा जाता है कि भिखारीयों और जरूरतमंदों का अपमान करने से भगवान शनिदेव भी नाराज हो जाते हैं।
ग्रहण से पहले तुलसी का पत्ता अवश्य तोड़कर रखना चाहिए। और ग्रहण काल के दौरान इन तुलसी के पत्तों का ग्रहण करना चाहिए। ऐसा करने से ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है।