चाणक्य ज्ञान: अगर आपके पास भी हैं इन 6 सवालों के जवाब, तो ज़िंदगी में कभी नहीं होंगे असफल
आचार्य चाणक्य हमारे देश के ऐसे विद्वान रहे हैं, जिनकी बताई गई बातें आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं, जितनी उनके समय में थी। ये चाणक्य का ही कमाल था, जिन्होंने एक साधारण इंसान चंद्रगुप्त को मगध देश का राजा बना दिया था। चाणक्य ने चाणक्य नीति नामक एक नीति ग्रंथ की रचना की। इस ग्रंथ में कई ऐसी बातें बताई गई हैं, जिसका पालन यदि आप करेंगे तो निश्चित तौर पर आपको सफलता मिलेगी।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि कई स्त्री पुरूष अपने जीवन में कुछ बातों को नजरअंदाज करते हैं और फिर वे किसी बड़े संकट में फंस जाते हैं। ऐसे में यदि आप चाणक्य द्वारा बताई गई इन 6 बातों का ध्यान रखेंगे, तो निश्चित तौर पर जीवन में किसी प्रकार का संकट नहीं होगा। इन 6 बातों का पालन करके विवाद और हानि से बचा जा सकता है। वहीं चाणक्य बताते हैं कि इन 6 बातों का ध्यान रखने से घर परिवार में सुख समृद्धि भी बढ़ती है।
कः कालः कानि मित्राणी को देशः कौ व्यायगमौ ।
स्याडं का च मे शक्तिरिति चिन्तयं मुहुर्मुंहुः।।
चाणक्य ने इस श्लोक के जरिए बताया है कि हमें अपने जीवन में सफलता पाने के लिए किन 6 बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। चाणक्य नीतिशास्त्र के अनुसार समझदार और सुलझा हुआ व्यक्ति इन 6 बातों को ध्यान में रखे बिना कोई कार्य नहीं करता है। आइये जानते हैं, चाणक्य के इस श्लोक का अर्थ…
समय का ज्ञान
चाणक्य के अनुसार समझदार और सफल व्यक्ति वही होता है, जिन्हें ये मालूम होता है कि समय कैसा है? समझदार व्यक्ति हमेशा समय के अनुरूप अपने कार्य को अंजाम देता है। उसे इस बात का ज्ञान होता है कि ये सुख के दिन हैं या दुख के दिन? इसी के आधार पर वह व्यक्ति कार्य करता है।
मित्र और शत्रु का ज्ञान
किसी भी व्यक्ति को ये बात साफ साफ पता होना चाहिए कि कौन उसके मित्र हैं और कौन उसके शत्रु? कई बार शत्रु भी मित्र बनकर आपके नजदीक रहते हैं, ऐसे में उनकी पहचान करना अति आवश्यक है। चाणक्य के अनुसार यदि आप अपने जिंदगी में मित्रों के भेष में छिपे शत्रुओं को नहीं पहचान पाएंगे, तो निश्चित तौर पर आपको असफलता ही मिलेगी।
देश की जानकारी
तीसरी सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि हर इंसान को अपने देश के बारे में पता होना चाहिए। साथ ही जहां हम रहते हैं, काम करते हैं, इन सब स्थानों के बारे में गहराई से पता होना चाहिए। अगर इन बातों को जानें बिना आप कोई काम करते हैं, तो बहुत कम संभावना है कि आप सफल हो पाएंगे।
आय और व्यय का ब्यौरा
चाणक्य कहते हैं कि आय से अधिक व्यय करने वाला इंसान कभी अपने कार्य में सफल नहीं हो पाता है। चाणक्य के अनुसार समझदार व्यक्ति को अपने आय और व्यय का ब्यौरा रखना चाहिए। साथ ही अपने आय में से कुछ पैसे बचाकर रखना चाहिए ताकि थोड़ा थोड़ा धन संचय हो सके।
किसके अधीन हैं?
चाणक्य इस श्लोक में पांचवी बात बताते हैं कि हम जिस स्थान पर काम करते हैं, वहां के मालिक और प्रबंधन के बारे में सभी प्रकार का ज्ञान होना चाहिए। आपको वैसा ही काम करना चाहिए, जिससे कंपनी को फायदा हो। अगर कंपनी या संस्थान को लाभ होगा, तो समझिए आपको भी निश्चित रूप से लाभ होगा।
कितना सामर्थ्य है?
चाणक्य कहते हैं कि इंसान को अपनी शक्ति का एहसास होना चाहिए। यानि व्यक्ति को ये मालूम होना चाहिए कि वो क्या कर सकता है? किसी भी इंसान को सिर्फ वही काम हाथ में लेना चाहिए, जिसे पूरा करने की शक्ति हो।