इन मौकों पर ना करें हनुमान जी की पूजा, इस दौरान पूजा करने का मिलता है अशुभ फल
हनुमान जी की पूजा करने से दुखों का नाश हो जाता है और हनुमान जी अपने भक्तों की रक्षा हर समय करते हैं। मंगलवार का दिन हनुमान जी से जुड़ा हुआ है और इस दिन हनुमान जी की पूजा जरूर करनी चाहिए। माना जाता है कि हनुमान जी कलयुग के अंत तक इस दुनिया की रक्षा करने वाले हैं।
हनुमान जी की पूजा करते समय कई सारी चीजों का ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि गलत तरह से हनुमान जी की पूजा करने से पूजा करने का फल नहीं मिलता है। इसलिए हनुमान जी की पूजा करते हुए आप कई सावधानी बरतें और नीचे बताए गए मौके पर हनुमान जी की पूजा ना करें।
इन मौकों पर ना करें हनुमान जी की पूजा, इस दौरान पूजा करने का मिलता है अशुभ फल
गंदे कपड़ों में ना करें पूजा
हनुमान जी की पूजा करते समय हमेशा साफ कपड़े ही पहनने। शास्त्रों के अनुसार गंदे कपड़े पहनकर हनुमान जी की पूजा करने से पूजा करने का फल नहीं मिलता है। इसलिए आप हनुमान जी की पूजा करते वक्त साफ कपड़े ही धारण करें।
बिना नहाएं ना करें पूजा
देवी-देवताओं की पूजा हमेशा नहाने के बाद करनी चाहिए। इसलिए हनुमान जी की पूजा नहाने के बाद ही करें। बिना स्नान किए हुए हनुमान जी की पूजा करने से पूजा करने का फल नहीं मिलता है। शास्त्रों में साफ कहा गया है कि देवताओं की पूजा करने से पहले स्नान करना काफी जरूरी होता है।
मुंह हो साफ
हनुमान जी की पूजा करने से पहले अपने मुंह को पानी से साफ करें और उसके बाद ही पूजा शुरू करें। पूजा करने से पहले हमेशा अपने हाथों को और मुंह को साफ करना चाहिए और पूजा से पहले किसी भी चीजा का सेवन नहीं करना चाहिए। पूजा से पहले कुल्ला अच्छे से करें।
सूतक काल के दौरान
सूतक काल के दौरान हनुमान जी की पूजा करना वर्जित माना जाता है। दरअसल जब किसी व्यक्ति की मृत्यु घर में हो जाती है तो सूतक काल लग जाता है और सूतक काल में पूजा करने का फल शुभ नहीं होता है। इसलिए आप इस दौरान हनुमान जी की पूजा ना करें।
बच्चा होने पर
परिवार में जब बच्चे का जन्म होता है तो उस दौरान भी पूजा नहीं करनी चाहिए। शास्त्रों के अनुसार संतान के जन्म होने के 10 दिनों तक हनुमान जी सहित किसी भी देवी-देवताओं की पूजा नहीं की जाती है और इन 10 दिनों के समय को सुआ कहा जाता है।
दोपहर के समय
हनुमान जी की पूजा दोपहर के समय ना करें। हनुमान जी की पूजा करने के लिए सुबह और शाम का समय ही उत्तम होता है। ग्रंथों के अनुसार शाम के 7 बजे का समय हनुमान पूजन के लिए सबसे शुभ होता है।
ग्रहण के दौरान
ग्रहण के दौरान भी हनुमान जी या किसी भी अन्य देवता की पूजा नहीं करनी चाहिए। चंद्र और सूर्य ग्रहण के दौरान पूजा करने से पूजा करने का फल नहीं मिलता है। शास्त्रों में साफ कहा गया है कि ग्रहण के दौरान पूजा करना वर्जित है और इस दौरान भगवान की मूर्तियों को ढककर ही रखना चाहिए।