काम आई भारत की कूटनीति, लद्दाख सीमा से 2.5 किमी पीछे हटे चीनी सैनिक, विवाद हुआ ख़त्म
भारतीय कूटनीति कामयाब रही है और पूर्वी लद्दाख एलएसी पर जारी गतिरोध खत्म हो गया है। पूर्वी लद्दाख की कई जगहों से चीन के सैनिक पीछे हट गए है। खबरों के अनुसार गलवन क्षेत्र में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) पैट्रोलिंग प्वाइंट 15 और हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र से ढाई किलोमीटर पीछे हटी है। जिसके बाद भारत ने भी अपने सैनिकों को पीछे हटाया दिया है। गौरतलब है कि सीमा विवाद को लेकर इन दोनों देशों की सेना ने हाल ही में बैठक की थी और इस बैठक के दौरान सीमा विवाद को हल किया गया था।
दो बार हुई थी बैठक
भारत और चीन के बीच दो बार बैठक हुई थी। जिसमें से पहली बैठक शुक्रवार को हुई थी जो कि दोनों देशों के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के बीच हुई थी। जबकि दूसरी बैठक शनिवार को सैन्य स्तरीय पर हुई थी और इस बातचीत के बाद से ये मसला हल हुआ है।
धीरे-धीरे पीछे हटा रही है सेना
कहा जा रहा है कि चीन ने सीमा पर कुछ चुनिंदा जगहों से धीरे धीरे अपनी सेनाओं की संख्या कम की है। गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में भारत और चीनी सेनाओं के बीच पिछले एक महीने से तनाव बना हुआ है। दरअसल पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चीन ने अपनी सेना की तैनाती बढ़ा दी थी और भारत की सीमा के अंदर घुस आए थे। जिसके बाद भारत-चीन की सेना के बीच झड़प भी हुई थी।
वहीं भारत ने भी सीमा पर अपनी सेना और बढ़ा दी थी। कई समय तक दोनों देश की सेना के बीच ये विवाद चलता रहा। हालांकि जब अमेरिका की और इस मसले को हाल करने की बात की गई। तो उसके बाद चीन ने खुद से ही भारत के साथ सीमा विवाद को हल करने की पेशकश की। जिसके बाद दोनों देशों के बीच ये बैठकें हुई हैं और इस बैठकों के बाद सीमा विवाद को हल कर लिया गया है।
विदेश मंत्रालय ने जारी की था बयान
शनिवार को दोनों पक्षों की तरफ से कोर कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी। जिस पर भारत के विदेश मंत्रालय ने रविवार को बयान देते हुआ बताया था कि भारत और चीन के सैन्य कमांडर के नेतृत्व के बीच हुई बैठक में पूर्वी लद्दाख में मौजूदा सीमा मसले को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने पर सहमति हुई है। भारत-चीन सीमा क्षेत्र में शांति द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण विकास के लिए आवश्यक है।
गौरतलब है कि भारत चीन के साथ 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है जो कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुरणाचल प्रदेश से लगी हुई है। ये सीमा तीन सेक्टरों में बंटी हुई है। जो कि पश्चिमी सेक्टर यानी जम्मू-कश्मीर है, मिडिल सेक्टर यानी हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड और पूर्वी सेक्टर यानी सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश हैैं। चीन अक्सर भारत के इन सेक्टरों पर तनाव पैदा करता रहता है। इससे पहले चीन ने सिक्किम में सीमा विवाद किया था और इस विवाद को भी बातचीत के जरिए हल किया गया था। वहीं अब चीन ने लद्दाख में सीमा विवाद शुरू किया है। हालांकि अब ये विवाद खत्म हो रहा है।