13 जून को है कालाष्टमी, करें भैरव देव से जुड़े ये उपाय, पूरी हो जाएगी हर मनोकामना
13 जून को कालाष्टमी आ रही है और इस दिन भगवान शिव के अवतार काल भैरव की पूजा की जाती है। हिन्दू पंचांग के अनुसार कालाष्टमी के दिन व्रत रखने से और कुछ विशेष उपाय करने से शुभ फल मिलता है और काल भैरव आपकी रक्षा करते हैं। इसलिए आप इस दिन काल भैरव का व्रत रखें और इनकी पूजा जरूर करें। हालांकि इस बात का ध्यान रखें की आप काल भैरव की पूजा इनके मंदिर में ही जाकर करें। शास्त्रों के अनुसार काल भैरव की पूजा केवल मंदिर में ही जाकर की जानी चाहिए। इसलिए घर में काल भैरव की पूजा करने से बचें।
इस तरह से करें भैरव देव की पूजा
कालाष्टमी के दिन सुबह स्नान करें और उसके बाद मंदिर जाकर काल भैरव देव की पूजा करें। काल भैरव देव की पूजा करने के लिए आप एक तेल का दीपक, तेल की बोलत, फूल, काले रंग का वस्त्र मंदिर लेकर जाएं।
मंदिर में जाकर सबसे पहले काल भैरव के सामने दीपक जला दें और उन्हें फूल, सरसों का तेल और काले रंग के वस्त्र अर्पित कर दें। इसके बाद श्री भैरव चालीसा का पाठ करें। साथ में ही व्रत रखने का संकल्प लें।
करें भैरव देव से जुड़े ये उपाय, पूरी हो जाएगी मनोकामना
शिव की पूजा करें
कालाष्टमी के दिन इस उपाय को करें। ये उपाय करने मनोकामना पूरी हो जाएगी। इस उपाय के तहत 21 बिल्वपत्रों पर चंदन से ‘ॐ नम: शिवाय’ लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। ऐसा करनेे से भगवान भैरव प्रसन्न हो जाएंगे और आपकी मनोकामनाएं पूरी हो जाएगी।
कुत्ते को कराएं भोजन
कालाष्टमी के दिन कुत्ते को रोटी जरूर डालें। ऐसा करने से भैरव बाबा प्रसन्न हो जाते हैं और सभी मनोकामनाओं को पूरा कर देते हैं। दरअसल भैरव बाबा का वाहन कुत्ता होता है, इसलिए इस दिन कुत्ते को भोजन जरूर खिलाएं।
दुर्गा चालीसा का करें पाठ
कालाष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा करने से भी विशेष लाभ मिलता है। इसलिए इस दिन भैरव बाबा के साथ-साथ मां दुर्गा की पूजा जरूर करें और इस दिन दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
काल भैरव की कथा पढ़ें
कालाष्टमी के दिन व्रत रखने के साथ-साथ भैरवनाथ की कथा पढ़ें। ऐसा करने से शुभ फल मिलेगा। काल भैरव भगवान शिव के ही अवतार हैं और ये शिव जी के क्रोध से उत्पन्न हुए थे। इनकी उत्पन्न की कथा आप जरूर पढ़ें।
हो जाते हैं रोग दूर
भैरव बाबा की पूजा करने से रोग दूर हो जाते हैं। इसलिए जिन लोगों को कोई भी रोग है वो लोग कालाष्टमी के दिन पूजा करें और भैरव देव को तेल जरूर अर्पित करें। सरसों का तेल अर्पित करने से रोगों से मुक्ति मिल जाती है।
अर्पित करें ये चीजें
कालाष्टमी के दिन भैरव बाबा को भोग जरूर लगाएं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भैरव बाबा को चने-चिरौंजी, पेड़े, काली उड़द और उड़द से बने मिष्ठान्न इमरती, दही बड़े, दूध और मेवा पसंद होते हैं। इसलिए आप इन्हें इन चीजों का भोग लगा सकते हैं। ये सभी चीजें भैरव को अर्पित करने से वो प्रसन्न हो जाएंगे और आपको उनका आशीर्वाद मिल जाएगा।