कंटेनमेंट जोन में बुरी तरह से फैल गया है कोरोना, इस जगह के एक तिहाई लोग हैं कोरोना से संक्रमित: ICMR
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद की और से किए गए एक सर्वे के अनुसार कंटेनमेंट जोन में अधिकतर लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और इन जगहों की 15-30 फीसदी जनसंख्या कोविड-19 से ग्रस्त है। ये सर्वे देश में बढ़ते कोवि़ड-19 के विस्तार को जानने के लिए किया गया था और इस सेरोसर्वे में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जो कि चिंता का विषय बन गए हैं।
एक तिहाई लोगों को है कोरोना
सेरोसर्वे ने अनुसार कंटेनमेंट जोन और हॉटस्पॉट में रहने वाली जनसंख्या के करीब एक तिहाई हिस्सा कोरोना वायरस से संक्रमित है। हालांकि राहत की बात ये है कि कोरोना से ग्रस्त लोग सही भी हो रहे हैं।
पीएम के साथ सांझा की रिपोर्ट
आईसीएमआर ने अपनी प्राथमिक अध्ययन की रिपोट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी सांझा किया है। साथ में ही केंद्रीय कैबिनेट सचिव को भी ये रिपोर्ट सौंपी गई है। इस रिपोर्ट को लेकर सरकारी अधिकारियों ने बताया कि जो केस कोरोना के सामने आ रहे हैं उनमें से ज्यादा मामले कंटेनमेंट जोन के हैं। इस जगह पर रहने वाली 15-30 फीसदी जनसंख्या कोविड-19 संक्रमण से ग्रसित है।
लिए गए लोगों के ब्लड सैंपल
इस सेरोसर्वे को करने के लिए कोरोना मरीजों के ब्लड सैंपल का इस्तेमाल भी किया गया है। ताकि ये पता लगाया जा सके की शरीर में एंटीबॉडी उपस्थित है या नहीं। इस मामले में सार्स-कोव-2 के खिलाफ इम्यूनोग्लोबिन जी एंटीबॉडी का टेस्ट किया जाता है। जो सामान्य तौर पर 14 दिनों बाद दिखता है और महीनों तक शरीर में खून के सीरम में बना रहता है।
24,000 सैंपल पर किया सर्वे
आईसीएमआर ने सीडीसी, विश्व स्वास्थ्य संगठन की भारतीय इकाई और राज्य सरकारों की मदद से ये सर्वे किया है। इस सर्वे के लिए 70 जिलों से 24,000 सैंपल को इकट्ठा किया गया था। इन जिलों में 10 हॉटस्पॉट शहर मुंबई, अहमदाबाद, पुणे, दिल्ली, कोलकाता, इंदौर, ठाणे, जयपुर, चेन्नई और सूरत शामिल थे। आपको बता दें कि इन शहरों में कोरोना के जितने संक्रमित मामले हैं वो देश के कुल मामलों के 70 फीसदी हैं।
इन शहरों के 10 कंटेनमेंट जोन में से 500 सैंपल लिए गए हैं। इसके अलावा अन्य 60 जिलों और 21 राज्यों में से चार सौ सैंपल इकट्ठा किए गए थे। रिपोर्ट के अनुसार जिन इलाकों में 100-200 गुना ज्यादा कोरोना के संक्रमित मामले हैं, वो मुंबई, पुणे, दिल्ली, अहमदाबाद और इंदौर हैं।
अधिकारी के मुताबिक इस सर्वे से ये पता लगता है कि कई शहरों और कंटेनमेंट जोन में कोरोना संक्रमित मामले काफी ज्यादा है। जबकि टियर-2 और टियर-3 शहरों में कोरोना का प्रकोप कम है।
मुंबई और दिल्ली है बुरी तरह से प्रभावित
देश में कोरोना वायरस के केस 2 लाख 60 हजार से अधिक हो चुके हैं। कोरोना वायरस से मुंबई और दिल्ली सबसे बुरी तरह से प्रभावित हैं और आने वाले समय में इन जगहों में कोरोना और तेजी से फैलने वाला है। एक रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में जून के अंत तक कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 1 लाख हो सकती है। जबकि मुंबई में इस समय 50 हजार से अधिक लोग कोरोना से ग्रस्त हो चुके हैं। यानी आने वाला समय और खतरनाक होने वाला है और देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने वाले हैं।