गज़ब: इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ हीरो-हिरोइन बन गए ये 8 सितारें, जाने कैसे?
कई बार हम लाइफ में क्या करना चाहते हैं ये हमे भी नहीं पता होता है. इसलिए बहती गंगा में हाथ धोते हुए हम भी वही कर लेते हैं जो हमारे दोस्त या रिश्तेदार कर रहे हैं. इंजीनियरिंग भी ऐसी चीज है जो अधिकतर बच्चे बस यूं ही कर लेते हैं. फिर बाद में वे एक अलग ही फिल्ड में करियर बना लेते हैं. ऐसा ही कुछ हाल इन 8 बॉलीवुड सितारों का भी है. इन्होनें इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला जरूर ले लिया था लेकिन इनकी डेस्टिनेशन कुछ और ही थी.
आर. माधवन
‘रहना है तेरे दिल में’ और ‘3 इडियट्स’ फेम आर. माधवन एक पढ़ाकू स्टूडेंट थे. उन्होंने कोल्हापुर स्थित राजा राम कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की डीग्री ली थी. वे कॉलेज स्कॉरलशिप पर एक साल के लिए कल्चरल एंम्बैसेडर बन कैनडा भी गए थे. इतना ही नहीं उनकी गिनती एनसीसी में महाराष्ट्र के बेस्ट कैडेट्स में होती थी. वे पब्लिक स्पीकिंग में पोस्ट ग्रेजुएट भी है. जब वे मुंबई में थे तो मॉडलिंग के जरिए एक्टिंग में आ गए थे.
अमीषा पटेल
‘कहो ना प्यार है’और ‘ग़दर’ फेम अमीषा पटेल ने यूएस जाकर बायो-टेक (बायोटेक्नॉलजी) इंजीनियरिंग में दाखिला लिया था. हालाँकि दो साल बाद उन्होंने कोर्स ड्रॉप कर इकॉनमिक्स में स्विच कर लिया. इसके बाद वे टफ्ट यूनिवर्सिटी मासुचुसेट्स से इकोनॉमिक्स में गोल्ड मेडल के साथ ग्रेजुएट हुई. बाद में इंडिया लौट उन्होंने अपने एक्टिंग के शौक को पूरा किया.
सोनू सूद
सोनू नागपुर के यशवंतराव चवन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजिनियर बन बाहर निकले थे. इस दौरान उन्होंने अपने घर वालो से एक्टर बनने का सपना शेयर किया. परिवार का सपोर्ट मिला तो वे मुंबई जाकर मॉडलिंग करने लगे. फिर उन्हें धीरे से फिल्मों में ब्रेक भी मिल गया.
सुशांत सिंह राजपूत
आपको जान हैरानी होगी कि सुशांत की AIEEE (All India Engineering Entrance Examination) में भारत में 7वीं रैंक आई थी. उन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (DCE) से अपनी इंजीनियरिंग की हासिल की थी. सुशांत इंजीनियरिंग के साथ फेमस कोरियोग्राफर शियामक डावर से डांस क्लास लेते थे. उन्होंने ही सुशांत को एक्टर बनने का सजेशन दिया था. ऐसे में सुशांत एक्टिंग कोच बैरी जॉन से अभिनत के गुण सिखने लगे. फिर थर्ड ईयर में उन्होंने इंजीनियरिंग छोड़ दी और थिएटर करने लगे.
तापसी पन्नू
तापसी ने दिल्ली के गुरु तेग बहादुर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. वे ‘फॉन्ट स्वॉप’ नाम का एक आईफोन ऐप भी बना चुकी है. उन्हें एमबीए करना था लेकिन नंबर कम होने की वजह से नहीं कर पाई. एक्स्ट्रा पैसे कमाने के लिए मॉडलिंग किया करती थी. तभी उनकी फोटो फिल्ममेकर वेत्रीमारन को पसंद आ गई और उन्हें ‘आडुकलम’ फिल्म में रोल मिल गया.
कृति सैनन
कृति नोएडा स्थित जेपी (Jaypee) इंस्टिट्यूट ऑफ इन्फॉरमेशन टेक्नॉलजी से इंजीनियरिंग कर रही थी. इस दौरान पैसो की जरूरत के चलते उन्होंने मॉडलिंग शुरू कर दी थी. तब 2012 में तेलुगू फिल्म ‘1: नेनोक्कडीने’ बन रही थी. फिल्म में महेश बाबू और काजल अग्रवाल लीड रोल में थे. लेकिन किसी कारणवश काजल फिल्म से आउट हो गई और कृति को रोल मिल गया.
कार्तिक आर्यन
वैसे तो कार्तिक स्कूल टाइम से ही एक्टर बनना चाहते थे लेकिन घरवालों के कहने पर नवी मुंबई के डी. वाय पाटिल कॉलेज में एडमिशन ले लिया. यहाँ वे इंजीनियरिंग कम करते थे और मुंबई घूम ऑडिशन अधिक देते थे. इसी दौरान ‘प्यार का पंचनामा’ उनके हाथ लग गई.
विकी कौशल
विकी के पिता फिल्म में स्टंटमैन और एक्शन कोरियोग्राफर थे. लेकिन फिर भी वे चाहते थे कि उनका बेटा इंजीनियरिंग करें. ऐसे में उन्होंने राजीव गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी में विकी का दाखिला करवा दिया. यहाँ विकी ने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेली-कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की डीग्री हासिल की. विकी का मन इंजीनियर की नौकरी का नहीं था इसलिए वे अनुराग कश्यप की फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में असिस्टेंट डायरेक्टर बन गए. इस दौरान उन्होंने एक्टिंग क्लास भी शुरू कर दी थी. उन्हें अनुराग ने दो फिल्मों में छोटा सा रोल दिया था. इसके बाद उन्हीं के प्रोडक्शन की ‘मसान’ से विकी का डेब्यू भी हो गया.