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सालों बाद छलका नेहा कक्कड़ का दर्द, बोलीं- ‘मां-बाप नहीं करना चाहते थे मुझे पैदा’

6 जून 1988 को जन्मीं नेहा आज अपना 32वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। अपने जन्मदिन के खास मौके पर नेहा ने अपने जीवन के संघर्ष की कहानी को संगीत के जरिए पेश किया है। एक सिंगर की जुबानी नाम से उनका स्ट्रगल वीडियो यूट्यूब पर रिलीज कर दिया गया है। बता दें कि इस वीडियो में  नेहा ने अपने जन्म से लेकर एक सिंगर बनने तक की कहानी को बताया है। नेहा ने जो यूट्यूब वीडियो शेयर किया है, उसमें गाने और रैंप के जरिए नेहा के घर, परिवार की परेशानी और सफलता के सफर को दिखाया गया है।

नेहा ने अपने वीडियो में कई दर्दनाक खुलासे भी किए हैं। संगीत के माध्यम से उन्होंने बताया है कि वह एक गरीब, कम पढ़े लिखे और सीधे सादे परिवार में जन्मी थीं। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, इसलिए उनके माता पिता उन्हें पैदा नहीं करना चाहते थे। ऐसे ही कुछ और खुलासे उन्होंने अपने इस संगीत में किए हैं। आइये जानते हैं, नेहा की कहानी, नेहा की जुबानी…

मां-बाप करवाना चाहते थे गर्भपात


अपने नए वीडियो में नेहा ने ये बताया है कि घर की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी, इसलिए उनके मां बाप उनका जन्म नहीं चाहते थे। नेहा ने बताया कि मां को गर्भधारण किए काफी टाइम हो चुका था, इसलिए मां गर्भपात नहीं करवा सकीं।

माता के जगराते में गाती थीं गाना

नेहा कक्कड़ बचपन से ही संगीत में रूचि रखती थीं। उन्होंने 4 साल की उम्र में ही गाना शुरू कर दिया था। नेहा ने इस वीडियो में बताया कि मैं और मेरी बहन सोनू कक्कड़ जगराता में गाना गाकर आसपास के इलाके में काफी लोकप्रिय हो गए थे, क्योंकि घर में पैसे नहीं थे, इसलिए पैसों के लिए माता की जगराता में हम दोनों भजन गाया करते थे। इसके आगे नेहा ने बताया कि मेरी बहन सोनू पहले से ही जगराता में गाया करती थीं उन्हें देखते देखते मैं सीख गई।

जन्म से ही संघर्ष

नेहा कक्कड़ ने अपने करियर में काफी संघर्ष किया है, तब वो आज एक बड़ी सिंगर बन पाई हैं। उनके संघर्ष की दास्तां उनके जन्म के दिन यानी 6 जून 1988 को ही शुरू हो गई थी। नेहा ने अपने इस वीडियो में बताया है कि घर के हालात ठीक नहीं थे और माता पिता भी कम पढ़े लिखे थे।

घर में नहीं थी दो वक्त की रोटी

घर में पैसे नहीं होते थे, तो रात को भूख से हमारा पूरा परिवार रोता बिलखता रहता था। हमारे घर में दो टाइम के भोजन का भी इंतजाम नहीं था।

पिता समोसे बेचते थे

नेहा और सोनू दोनों जागरण में भजन गाकर कुछ पैसे कमा लेती थीं, वहीं नेहा के पिता की एक समोसे की दुकान थी। इस तरह से जैसे तैसे नेहा और उनके परिवार का भरण पोषण होता था।

इंडियन आइडल के बाद हुईं फेमस

जागरण में गाना गाते गाते नेहा की आवाज काफी अच्छी हो गई। इसके बाद उन्होंने फेमस सिंगिंग शो इंडियन आइडल में भाग लिया, मगर नेहा ये शो जीत नहीं पाई थीं। इसके बावजूद नेहा ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपने करियर में लगातार आगे बढ़ती रहीं। चलते चलते बता दें कि आज नेहा बॉलीवुड की एक मशहूर सिंगर बन चुकी हैं। साथ ही करोड़ों दिलों की धड़कन भी हैं।

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