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48 वर्ष के हुए यूपी के सीएम ‘योगी आदित्यनाथ’, पीएम मोदी ने इस खास अंदाज में दी जन्मदिन की बधाई

26 की उम्र में सांसद से 45 की उम्र में उत्तर प्रदेश के सीएम बनने वाले सीएम योगी एक प्रखर राष्ट्रवादी नेता हैं

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ आज यानि कि 5 जून को 48 वर्ष के हो गए। जन्मदिन के मौके पर सीएम योगी ने बाबा गोरक्षनाथ को याद करते हुए ट्वीट किया है। वहीं पार्टी और जनता की तरफ से भी सीएम योगी को लगातार जन्मदिन की बधाईयां मिल रही हैं। बता दें कि योगी होने के कारण से भी यूपी सीएम अपना जन्मदिन नहीं मनाते हैं। हालांकि उनके इस खास मौके पर पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर जन्मदिन की बधाई दी है।

पीएम मोदी ने दी बधाई

पीएम मोदी ने सीएम योगी को बधाई देते हुए लिखा कि यूपी के गतिशील और औद्योगिक सीएम श्री योगी आदित्यनाथ जी को जन्मदिन की बधाई। उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश नई ऊचांईयों को हासिल कर रहा है। लोगों के जीवन में बहुत बड़ा सुधार दिखा है। भगवान उन्हें लंबा और स्वस्थ जीवन प्रदान करें। वहीं सीएम योगी ने बाबा गोरक्षनाथ को याद किया है।


सीएम योगी ने ट्वीट कर लिखा गगन मंडल मैं ऊंधा कूबा तहां अमृत का बासा!सगुरा होई सु भरि भरि पीवै निगुरा जाइ पियासा!- गोरखबानी

शिवावतारी गुरुश्री गोरक्षनाथ जी के चरणों में सादर प्रणाम। महायोगी गुरु श्री गोरक्षनाथ जी अपनी कृपा समस्त संसार संसार को अभिसंचित करें। सबका कल्याण करें।

जन्मदिन नहीं मनाते सीएम योगी

बता दें कि यूपी के सीएम होने के साथ साथ योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर के मंहत भी है। आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महंत अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं। वो हिंदू युवाओं के सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं। इसके चलते ही सीएम योगी कभी भी अपना जन्मदिन नहीं मनाते।

सीएम योगी का जन्म उत्तराखंड के पौढ़ी गढ़वाल के पंचूर गांव में हुआ था। उनका नाम अजय सिंह बिष्ट था, लेकिन उन्होंने अपना नाम योगी आदित्यनाथ रख लिया। महज 26 वर्ष की उम्र में योगी संसद पहुंचे और 45 वर्ष की उम्र में देश के सबसे बड़े सूबे के सीएम बने। सिर्फ प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश की सियासत में उन्हें हिंदुत्व के चेहरे के तौर पर लोग जानते हैं।

जनता को प्रभावित करने में सफल रहे योगी

यूपी के सीएम योगी के पिता आनंद सिंह बिष्ट और माता का नाम सावित्री देवी है। योगी ने 1989 में ऋषिकेष के भरत मंदिर इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा पास की और 1992 में हेमवकी नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित में बीएससी की पढ़ाई पूरी की। 90 के दशक में राम मंदिर के आंदोलन के दौरान योगी की मुलाकात गोरखनाथ मंदिर के मंहत अवैद्यनाथ से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक कार्यक्रम के दौरान हुई।

इस कार्यक्रम में सीएम योगी बातचीत के दौरान काफी प्रभावित हो गए। कुछ दिनों के बाद ही योगी ने अपने माता-पिता को बिना बताए गोरखपुर प्रस्थान किया और सन्यास धारण करने का निश्चय लेते हुए गुरु दीक्षा ले ली। बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने अपनी निजी सेना हिंदू युवा वाहिनी भी बनाई थी जो गौ सेवा करने व हिंदू विरोधी गतिविधियों से निपटने का काम करती थी। आज सीएम योगी अपने काम के दम पर जनता पर प्रभाव बनाए हुए हैं। कोरोना जैसी महामारी से लड़ने में सीएम योगी के सभी दांव सफल रहे हैं उनके इस काम से जनता और केंद्र सरकार दोनों प्रसन्न हैं। कोरोना संकट में सीएम योगी ने जो नियम बनाए और उनका जिस तरह से पालन हुआ उससे उनकी लोकप्रियता भी बढ़ गई है।

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