कोरोना संक्रमित माँ ने दिया बच्चे को जन्म, जाने नवजात को कोरोना हुआ या नहीं?
कोरोना वायरस का कहर तेजी से फ़ैल रहा है. इससे बचने का एक मात्र तरीका यही है कि आप सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखे. लेकिन जब आप एक कोरोना पॉजिटिव महिला हो और आपके अंदर ही एक नन्ही सी जान पल रही हो तो सोशल डिस्टेंस कैसे होगा? मतलब यदि कोई गर्भवती महिला COVID-19 पॉजिटिव है और वो बच्चे को जन्म देती है तो उस नवजात को कोरोना होगा या नहीं? क्योंकि इस स्थिति में तो माँ कम से कम डिलीवरी तक बच्चे से सोशल डिस्टेंस नहीं रख सकती है. इस सवाल का जवाब अलग अलग केस पर निर्भर कर सकता है लेकिन आज हम आपको दो ऐसे मामले दिखाने जा रहे हैं जहाँ कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है.
कोरोना पॉजिटिव माँ ने दिया स्वस्थ बच्चे को जन्म
पहला मामला भुवनेश्वर के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (KIMS) का है. यहाँ एक जून को कोरोना वायरस से संक्रमित महिला ने बच्चे को जन्म दिया था. ऐसे में बच्चे के पैदा होते ही उसका कोरोना टेस्ट कराया गया. जब बच्चे की रिपोर्ट आई तो हर किसी ने राहत की सांस ली. नवजात की रिपोर्ट नेगेटिव थी, उसे कोरोना नहीं हुआ.
इस घटना के बारे में KIMS के CEO डॉ बिष्णु पाणिग्रही बताते हैं कि कोरोना वायरस से संक्रमित एक गर्भवती महिला अपने गर्भकाल के पूर्ण होने पर केआईएमएस आई थी. एक जून को हमारी टीम ने उसकी सेफ डिलीवरी करवाई. जन्म के बाद नवजात का सैंपल टेस्ट के लिए भेजा गया. जब बच्चे की रिपोर्ट नेगेटिव आई तो माँ और परिवार ने चेन की सांस ली.
पहले भी आया था ऐसा मामला
बता दें कि इसके पहले छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में भी ऐसा ही एक मामला देखने को मिला था. यहाँ कोरोना संक्रमित माँ ने जब बच्चे को जन्म दिया तो माँ बच्चे की हालत स्थिर थी. दिलचस्प बात ये रही कि बच्चा ना सिर्फ पूरी तरह से स्वस्थ था बल्कि वो कोविड-19 से संक्रमित भी नहीं था. छत्तीसगढ़ में ऑपरेशन के जरिए कोरोना पॉजिटिव महिला के प्रसव का ये पहला केस था. महिला की उम्र 24 वर्ष बताई जा रही है. महिला की डिलीवरी 2 जून को हुई थी.
जानकारी के मुताबिक महिला जब गर्भवती थी तो उसे गांव के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था. जब प्रसव का दिन करीब आया तो उसे 31 मई को रायगढ़ जिला चिकित्सालय लाया गया. यहाँ पहले महिला का सैंपल लिया गया. जब रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उसे कोविड-19 अस्पताल में एडमिट किया गया. इसके बाद दो जून को डॉक्टर्स की एक टीम ने महिला को सफलतापूर्वक प्रसव करवाया. जन्म के बाद ये बच्चा भी कोरोना नेगेटिव निकला.
इसके अलावा रायपुर में एक जून को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भी कोरोना पॉजिटिव 23 वर्षीय महिला ने बच्चे को जन्म दिया था. इस तरह अधिकतर मामलो में यही देखा गया है कि यदि गर्भवती माँ को कोरोना वायरस है तो यह जरूरी नहीं कि उसके बच्चे को भी कोरोना होगा. हालाँकि ये सभी चीजें अलग अलग स्थितियों पर निर्भर करती है. इसलिए बेहतर यही है कि आप इस स्थिति में डॉक्टर्स की बताई गाईडलाइन्स का पूर्ण रूप से पालन करें.