रातोंरात मालामाल हुई झारखंड सरकार, मिला सोने का भंडार
इस समय पूरा देश कोरोना के संकट काल में फंसा हुआ है, मगर केंद्र सरकार ने चार चरण के लॉकडाउन के बाद अनलॉक 1 की घोषणा कर दी है। बता दें कि अनलॉक के पहले चरण में कंटेनमेंट जोन को छोड़कर बाकी सभी जगहों पर बाजारों और दुकानों को सशर्त छूट दी गई है। चूंकि अर्थव्यवस्था का पहिया लॉकडाउन के कारण रूक गया था, इसलिए इस पहिए को फिर से घुमाने के लिए तमाम आर्थिक गतिविधियों को लॉकडाउन के दायरे से बाहर निकालना सरकार की मजबूरी हो गई थी, मगर कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन में केंद्र के साथ साथ राज्य सरकारें भी इस समय आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रही हैं। इसी बीच झारखंड सरकार के लिए एक अच्छी खबर आई है। चलिए जानते हैं, आखिर कोरोना के इस संकट काल में झारखंड सरकार के पास क्या अच्छी खबर है…
दरअसल, झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के भीतरडारी में 250 किलो सोने का भंडार मिला है। भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग के उप महानिदेशक जनार्दन प्रसाद और निदेशक पंकज कुमार सिंह ने राज्य के खनन सचिव अबूबकर सिद्दीकी को इस मामले में एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में ये कहा गया है कि भीतरडारी खान में 250 किलो सोने का भंडार है।
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार को सोने के भंडार की सूचना मिलते ही अब सरकार इस खान की नीलामी की तैयारी में जुट गई है। माना जा रहा है कि अगर झारखंड की सोरेन सरकार इस खान की निलामी करने में सफल रही, तो सरकारी खजाने में 120 करोड़ रूपयों की वृद्धि हो सकती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भीतरडारी में सोने के भंडार का पता लगाने का काम भूतत्ववेत्ता पंकज कुमार सिंह और उनकी पूरी टीम कर रही थी। इस भंडार में अलग अलग गुणवत्ता वाले सोने की मात्रा का पता चला है। अलग अलग गुणवत्ता वाले स्वर्ण अयस्कों से कुल 250 किलो सोना निकलने की संभावना जताई जा रही है।
प्रदेश में अन्य 7 स्थानों पर सोने के खान मिलने के संकेत
भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण की रिपोर्ट में ये संभावनाएं जताई गई हैं कि झारखंड अब देश के गोल्ड स्पॉट वाले राज्यों की सूची में आता जा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि झारखंड में गोल्ड मिलने की संभावनाएं विकसित हुई हैं। झारखंड के भीतरडारी से पहले लावा, कुंदरकोचा, पहाड़डीहा और परासी में सोने के खान मिलने के संकेत मिले हैं। और इन खानों के बारे में पता लगाया जा चुका है। इतना ही नहीं झारखंड राज्य के अन्य 7 स्थानों पर भी सोने के भंडार मिलने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि निकट भविष्य में इन सभी जगहों पर खोज कार्य को आगे बढ़ाया जा सकता है। इनके अलावा झारखंड की राजधानी रांची से लेकर तमाड़ के बीच सोने की खानों की खोज का काम पिछले कई वर्षों से जारी है। बता दें कि कई जगहों पर तो स्वर्णरेखा नदी के बालू से सोने के कण छानने का काम भी चल रहा है।