2 किलोमीटर पीछे हटी चीनी सेना, लद्दाख में इन 3 वजहों से भारत के सामने झुकने पर मजबूर हुआ ड्रैगन
लद्दाख में भारत की सीमा में घुसे चीनी सैनिक पीछे हट गए हैं। खबरों के अनुसार चीनी सैनिक करीब दो किलोमीटर पीछे हटे हैं। जिसके साथ ही सीमा पर अब शांति का माहौल बना गया है। गौरतलब है कि हाल ही में चीनी सैनिक भारत सीमा में घुस आए थे, जिसका विरोध भारतीय सेना ने किया था। ये मसला अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गया था। वहीं ये मामला बढ़ने के बाद अब चीन ने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं और चीन सैनिक भारतीय सीमा से पीछे हट गए हैं।
अंतरराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञ कमर आगा के अनुसार भारत की जमीन पर कब्जा करने के मकसद से चीन के सैनिकों ने सीमा में प्रवेश किया था। चीन लंबे समय से भारत की सीमा में इंच-इंच आगे बढ़ने की रणनीति अपना रहा है। डोकलाम में जिस तरह से चीन ने भारतीय सीमा में घुसकर तनाव पैदा किया था, उसी तरह से चीन ने इस बार लद्दाख में किया। लेकिन अब चीन को लद्दाख में भारतीय सीमा से पीछे हटना पड़ा है।
इन वजहों से पीछे हटा चीन
कमर आगा के अनुसार तीन वजहों से चीन ने अपने कदम पीछे खींचने हैं और ये वजहें इस तरह हैं-
पहली वजह- भारत का सख्त रुख
जिस तरह से चीन को भारतीय सेना की और से जोरदार जवाब दिया गया, उसने चीन को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। पिछले महीने की 5 तारीख को लद्दाख में और 9 तारीख को सिक्किम में भारतीय सैनिकों और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इस झड़प से चीन को ये साफ संदेश दिया गया था कि भारत हर कीमत पर अपनी सीमा की रक्षा करेगा। लद्दाख में गलवान और प्योंगयांग शो लेक के पास एलएसी पर चीन ने 5 हजार सैनिक तैनात किए, तो भारतीय सेना ने भी अपने सैनिकों की संख्या को बढ़ा दिया। भारत के इस सख्त रुख ने चीन को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया।
दूसरी वजह- अर्थव्यवस्था
चीन के पीछे हटने की दूसरी वजह आंतरिक संकट है। कोरोना वायरस संकट की वजह से चीन की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ गई है और कई सारी कंपनियां अपनी फैक्ट्रियां चीन देश में बंद करने पर विचार कर रही हैं। ऐसे में आने वाले समय में चीन में बेरोजगारी बढ़ने वाली है। इस समय चीन की अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही हैं। जिसकी वजह से चीन युद्ध करने की गलती नहीं करेगा।
तीसरी वजह- अंतरराष्ट्रीय दबाव
आगा के अनुसार दुनिया की ओर से बढ़ते चौतरफा दबाव के कारण भी चीन को पीछे हटना पड़ा है। जिस तरह से चीन अपने पड़ोसी देशों की सीमा पर तनाव पैदा कर रहा है, उसका विरोध दुनिया के कई सारे देश कर रहे हैं। जापान, वियतनाम, ऑस्ट्रेलिया और ताइवान चीन की विस्तारवादी नीति का लगातार विरोध कर रहे हैं। साथ में ही अमेरिका भी चीन के खिलाफ है और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया के ताकतवर देशों के ग्रुप-7 में भारत को शामिल करने के संकेत दिए हैं। जिससे की चीन को ये साफ संदेश मिल गया है कि इस समय दुनिया में भारत की स्थिति काफी मजबूत हो रही है। ऐसे में चीन भारतीय बाजार को नहीं खोना चाहता है।
इन वजहों से चीन ने लद्दाख में अपने रुख को नरम किया है और भारतीय सीमा से ये पीछे हट गया है। साथ में ही भारत के साथ बढ़े तनाव को कम करने की कोशिश भी कर रहा है।