वफादारी की मिसाल बना ये बेजुबान! मालकिन के शव के पीछे 4 किमी दौड़ कर पहुंचा कब्रिस्तान!
कुत्ते कितने वफादार होते हैं उसके नमूने सिर्फ फिल्मों में ही नहीं देखने को मिलते बल्कि असल जिंदगी में भी दिखते हैं. कुत्तों की वफादारी का चर्चा पुराणों तक में किया गया है. हमारे समाज में भी कुत्ते की वफादारी की ऐसी अनगिनत कहानियां हैं, जो गाहे-बगाहे सुनने को मिल ही जाती हैं. इस बार भी कुत्ते की वफादारी का एक ऐसा उदाहरण सामने आया है जिसे जानकर आपका दिल भर आएगा.
वफादारी की मिसाल बना ये कुत्ता:
मलेशिया से एक कुत्ते की दिल छू लेने वाली कहानी सामने आई है. हुआ यूं कि मलेशिया में इसी महीने एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी, जिसने बॉबी नाम का एक कुत्ता भी पाल रखा था. महिला की मौत के बाद उसके परिजन तो दुखी दिखे ही. मगर उसके कुत्ते की जो प्रतिक्रिया थी, वो हैरान करने वाली थी. उस पालतू कुत्ते ने अपनी मालकिन की मौत पर जो भावनात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की, वो आपके दिलों को अंदर से झकझोर कर रख देगी.
शव के पीछे दौड़ता रहा ये कुत्ता:
आपको जानकर हैरानी होगी कि मृतक महिला के अंतिम संस्कार में शामिल होने और अपनी मालकिन को श्रद्धाजंलि देने के लिए लगभग 4 किलोमीटर की दौड़ लगाकर उस जगह पर पहुंचा. यही नहीं उस कुत्ते का अपनी मालकिन से इतना लगाव हो गया, था कि ये कुत्ता कब्र में अपनी मालिकन की लाश के साथ ही बैठ गया.
कुत्ते की वफादारी की कहानी:
मलेशिया की एक वेबसाइट द डोडो डॉट कॉम के अनुसार ‘पूरे दिन ये पालतू कुत्ता अपनी मालकिन की कब्र पर बैठा रहा और अपने आस-पास से बेखबर अपनी मालकिन की अंतिम यात्रा का गवाह बना. मृतक महिला के परिजन ने बताया कि, ‘हमलोग एंबुलेंस से डेडबॉडी को लेकर कब्रगाह आ रहे थे, तभी मैंने खिड़की से देखा था सड़क के किनारे बॉबी दौड़ता हुआ हमारे पास आ रहा है, वो हांफ रहा था, लेकिन रुक नहीं रहा था. तब तक कहीं नहीं रूका जब तक वो कब्रगाह तक नहीं पहुंच गया.
महिला के कब्र से नहीं हट रहा था कुत्ता:
महिला के परिजनों के मुताबिक, ‘किसी को नहीं पता था कि ये हमारे पीछे पीछे आ रहा है. एक बार जगह पर पहुंचकर बॉबी कब्र के पास बैठ गया. ऐसा लग रहा था कि वो ताबूत के साथ ही कब्र में बैठना चाह रहा है. लेकिन हमलोगों ने उसे किसी तरह हटाया और जब तक अंतिम संस्कार की रस्म पूरी नहीं हो गई वो वहीं बैठा रहा’.
इंसानों को एक सीख दे गया ये कुत्ता:
दोस्तों, आज जहां इंसानियत खतरे में पड़ गई है. लोग एक दूसरे से बिना स्वार्थ के रिश्ते नहीं रखते. जहां बेईमानी का बोलबाला हो गया. जहां लोग इंसानों से जानवरों की तरह बर्ताव करते हैं. वहां इस कुत्ते की कहानी हमलोगों को न सिर्फ एक सीख देती है, बल्कि इंसानों को वफादारी का संदेश भी देती है.