गजबः इस गांव में नहीं रहता एक भी मर्द फिर भी गर्भवती हो जाती हैं महिलाएं, जानें क्या है राज
इस गांव को 30 साल पहले महिलाओं ने बसाया था और कोई भी पुरुष इस गांव में एंट्री नहीं कर सकता
दुनिया में बहुत सी ऐसी जगह हैं और ऐसे अनोखे तरह के लोग हैं जिनके बारे में जानकर हमें यकीन नहीं होता। जो चीजें हमें सामान्य लगती हैं वो उन जगहों पर बहुत बड़ी बात मानी जाती हैं। अगर ट्राइब्स की बात करें तो दुनिया में कई तरह की जनजातियां रहती हैं। ये लोग या तो जंगलो में रहते हैं या बीहड़ इलाकों में। इन कबीले में रहने वाले लोग कुछ ऐसी परंपराए और नियम मानते हैं जिन्हें जानकर हम हैरान हो सकते हैं। एक समुदाय ऐसा भी है जिसमें सिर्फ महिलाएं रहती हैं और पुरुषों की एंट्री बैन हैं। इतना ही नहीं बिना पुरुषों के इस गांव में आएं यहां की महिलाएं प्रेग्नेंट भी हो जाती हैं। आपको बताते हैं कहां है ये गांव और क्या है इसकी पूरी कहानी।
30 सालों से गांव में नहीं आया मर्द
केन्या का एक गांव है उमोजा जो हमेशा से अपने अनोखे नियम के कारण चर्चा में रहा है। इस गांव की सबसे खास बात ये है कि यहां एक भी मर्द नहीं है। इस गांव में करीब 250 महिलाएं रहती हैं।
इस गांव को वहां रहने वाली 15 महिलाओं ने 1990 में बसाया था। ये वो 15 महिलाएं थीं जिनके साथ स्थानीय ब्रिटिश जवानों ने रेप किया था।
मर्दों से मिले इस अत्याचार पर इन औरतों ने विचार किया और गांव पर बैन लगा दिया। बीते 30 साल में एक भी मर्द इस गांव में कदम नहीं रख सका है। गांव की सीमा पर कंटीले तार लगे हैं। अगर कोई पुरुष इस सीमा को पार करने की गलती कर देता है तो उसे सजा भी दी जाती है।बता दें कि इस गांव में रेप, बाल विवाह, घरेलू हिंसा और खतना जैसी भयावह हिंसा झेलने वाली महिलाएं रहती हैं।
इस गांव में आज के समय में करीब 250 महिलाएं और 200 बच्चे रहते हैं। अब लोगों के मन में सवाल उठता है कि गांव में जब पुरुषों का प्रवेश बंद हैं तो महिलाएं बच्चों को जन्म कैसे देती हैं? साथ ही अभी तक 200 बच्चे इस गांव में कैसे पैदा हो गए?
इस वजह से गर्भवती होती हैं महिलाएं
इस सवाल का जवाब उमोजा गांव के बगल से सटे गांव के मर्दों ने दिया। उस गांव के एक बुजुर्ग का कहना है कि इन महिलाओं को ऐसा लगता है कि ये बिना मर्दों के रहती हैं, लेकिन असलियत कुछ और है।
दरअसल गांव की बहुत सी लड़कियां इन मर्दों के प्यार में पड़ जाती हैं। इसके बाद रात के अंधेरे में ये मर्द गांव में प्रवेश करते हैं और सुबह होने से पहले लौट आते हैं।
दिन के उजाले में कोई भी मर्द उमोजा गांव में प्रवेश नहीं कर सकता। सबसे हैरानी की बात ये है कि इन मर्दों के संबंध गांव में सिर्फ एक महिलाओं के साथ नहीं बल्कि कई महिलाओं के साथ होते हैं। चूंकि इस गांव का नियम है कि यहां पुरुष नहीं आ सकते इसलिए महिलाएं खुलेआम अपने रिश्ते नहीं स्वीकारती।
साथ ही ये भी पता नहीं चल पाता है कि किस मर्द से किस औरत ने संबंध बनाया है। यहां गर्भनिरोध का भी कोई साधन नहीं हैं इसलिए महिलाएं गर्भवती हो जाती हैं।
हालांकि गांव की महिलाएं इन बच्चों का पालन पोषण खुदी से करती हैं। अगर बेटियां हैं तो उन्हें पढ़ाती हैं और काबिल बनाती हैं। ये गांव 30 साल पहले इसी बात को लेकर चर्चा में आया था कि यहां मर्द प्रवेश नहीं कर सकते। इसके कारण यहां टूरिस्ट भी आते हैं। गांव में एंट्री के लिए टूरिस्ट से पैसे लिए जाते हैं।
साथ ही गांव की महिलाएं आभुषण बनाकर बेचती हैं और पैसे कमाती हैं। उनका कहना है कि उन्हें बाहरी दुनिया से धोखा मिला है इसलिए वो अपने जैसे लोगों को इकट्ठा कर उनके साथ रहना ही पसंद करती हैं। अपने इस अनोखे नियम के चलते ये गांव हमेशा चर्चा का विषय बना रहता है।