कोरोना काल में ये भिखारी भीख में जुटाए पैसों से बांट रहा है राशन, PM मोदी ने भी जमकर की तारीफ
पूरा देश ही कोरोना जैसी महामारी का सामना कर रहा है, हर तरफ इस बीमारी ने अपने पैर पसार लिए हैं, लेकिन इस संकट की घड़ी में सभी लोग एकजुट होकर जरूरतमंद लोगों की सहायता कर रहे हैं, लोग अपने-अपने सामर्थ्य अनुसार जरूरतमंद लोगों की मदद करने में जुटे हुए हैं, इस विषम परिस्थिति में हर कोई अपने तरीके से सहयोग दे रहा है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे भिखारी के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिसने कोरोना काल में सभी लोगों का दिल जीत लिया है, इतना ही नहीं बल्कि इस भिखारी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी तारीफ की है, प्रधानमंत्री जी भी इस भिखारी के मुरीद हो गए हैं।
संकट की इस घड़ी में जो लोग सक्षम है वह जरूरतमंद लोगों की हर प्रकार से सहायता कर रहे हैं परंतु एक मामला ऐसा आया है जो सुर्ख़ियों में बना हुआ है, दरअसल, हाल ही में दिव्यांग राजू ने भीख मांग कर पैसे इकट्ठे किए थे, अब वह इन पैसों से जरूरतमंद लोगों की सहायता कर रहा है, दिव्यांग राजू पठानकोट में अपने भीख मांगे हुए पैसों से निर्धन और जरूरतमंद लोगों को राशन बांट रहा है।
PM मोदी जी भी दिव्यांग राजू के हुए मुरीद
दिव्यांग राजू ने मानवता की शानदार मिसाल पेश की है, यह भीख मांग कर जुटाए गए पैसों से गरीबों और बेसहारा लोगों को राशन देकर इनकी मदद कर रहा है, इसके इस कार्य की लोग काफी तारीफ कर रहे हैं, इतना ही नहीं बल्कि इसके इस सराहनीय कार्य को देखकर पीएम मोदी जी ने भी इसकी जमकर तारीफ की है, इन्होंने “मन की बात” कार्यक्रम में भी जनता को संबोधित करते समय इस भिखारी का जिक्र किया था, सच मायने में देखा जाए तो परेशानी के समय में गरीबों के लिए यह शख्स किसी मसीहा से कम नहीं है, यह चलने फिरने में असमर्थ है, दिव्यांग होने के बावजूद भी यह लोगों की मदद कर रहा है, दिन-रात भीख मांग कर पैसे जुटाए थे और उन पैसों को यह जरूरतमंद लोगों में दान कर रहा है।
भीख के पैसों से इस शख्स ने 100 से अधिक परिवारों के घरों में 1 महीने का राशन भरा चुका है, इतना ही नहीं बल्कि दिव्यांग राजू ने कोरोना वायरस संक्रमण से सुरक्षा के लिए लोगो को लगभग 2500 मास्क भी बांटे है, आपको बता दें कि राजू बचपन से ही दिव्यांग है और यह व्हीलचेयर का सहारा लेता है, परंतु इसकी दरियादिली ने इसको अन्य लोगों से बिल्कुल अलग बना दिया है, यह रोजाना भीख मांग कर कुछ ना कुछ पैसे इकट्ठे करता था, राजू लगातार समाज सेवा करता आ रहा है, इसने 22 गरीब कन्याओं की शादी भी कराई है।
भीख के पैसों से भंडारा भी करवाया
देश भर में गरीब लोगों का पेट भरने के लिए राजू ने जगह-जगह भंडारा भी करवाया है, ताकि भूख से तड़प रहे लोगों का पेट भर सके, राजू का ऐसा कहना है कि अगर वह जिंदा रहते हुए कुछ नेक कार्य कर ले तो शायद उसको अंतिम समय में लोगों का कंधा नसीब हो पाए, दिव्यांग राजू की ये सोच पूरे समाज के लिए एक प्रेरणा है, राजू का ऐसा कहना है कि जो पैसे मैं भीख मांग कर कमाता हूं उन पैसों को मैं भलाई के कार्यों में लगा देता हूं।