मंदिर जाने के चमत्कारिक फायदे, आप भी जानेंगे तो रोज मंदिर जाना कर देंगे शुरू
हिंदू धर्म में मंदिर का एक बहुत बड़ा हिस्सा माना जाता है, देशभर में आस्था पर विश्वास करने वाले लोगों की कमी नहीं है, अपनी श्रद्धा और आस्था के चलते ही लोग मंदिरों में भगवान के दर्शन करने के लिए जाते हैं, निर्धन हो या अमीर, सभी मंदिरों के अंदर अपना सर झुका कर भगवान को नमस्कार करते हैं, ज्यादातर लोग भगवान के दर्शन करके अपनी मुरादे मांगते हैं, आप लोगों में से कई लोग ऐसे होंगे जो रोजाना नियमित रूप से मंदिर में दर्शन करने के लिए जाते हैं, देश में सदियों से ही मंदिर जाकर भगवान के दर्शन करने की परंपरा चली आ रही है, जिसको लोग अभी तक निभा रहे हैं, लेकिन क्या आप लोग जानते हैं कि मंदिर जाने से आपको क्या-क्या लाभ मिलते हैं?
मंदिर एक ऐसा स्थान है जहां पर जाकर मन की शांति प्राप्त होती है और व्यक्ति को एक अद्भुत शक्ति का अनुभव होता है, मंदिर जाने के धार्मिक कारण के साथ-साथ वैज्ञानिक कारण भी बताए गए हैं, जिसका शायद ही कुछ लोग होंगे जिनको पता होगा, आज हम आपको मंदिर जाने के चमत्कारिक फायदों के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिनको जानने के बाद आप भी मंदिर जाना शुरु कर देंगे।
मंदिर जाने के चमत्कारिक फायदे
1. व्यक्ति को भगवान पर विश्वास होता है जिसके चलते वह मंदिर जाता है, जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कि मंदिर में प्रवेश करने से पहले हम अपने जूते-चप्पल बाहर उतार देते हैं और नंगे पैर ही मंदिर में प्रवेश करते हैं, जब हम मंदिर के अंदर नंगे पैर चलते हैं और भगवान की परिक्रमा करते हैं तो इससे हमारे पैरों में मौजूद प्रेशर पॉइंट पर दबाव पड़ता है, जिसकी वजह से हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल हो जाता है, मंदिर के अंदर नंगे पैर जाने से सकारात्मक ऊर्जा पैरों के माध्यम से हमारे शरीर में प्रवेश करती है।
2. जब हम मंदिर जाते हैं और मंदिर में मौजूद भगवान की मूर्ति के समक्ष खड़े होकर अपना ध्यान एकाग्र करते हैं तो इससे हमारे मस्तिष्क के खास हिस्से पर दबाव पड़ने लगता है, जिससे ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है।
3. मंदिर में जब भक्त भगवान के दर्शन करने जाता है तो वह मंदिर में मौजूद घंटियां बजाता है, जिसकी आवाज भक्तों के कानों में गूंजने लगती है, लेकिन घंटियों की इस आवाज से हमारे शरीर के कुछ अंग सक्रिय होने लगते हैं, जिससे हमारी ऊर्जा का स्तर बढ़ने लगता है।
4. मंदिर के अंदर भगवान की आरती की जाती है, आरती से हमारी मस्तिष्क क्रिया ठीक प्रकार से होती है और तनाव भी दूर हो जाता है, इसके अलावा मंदिर में हवन जैसे कार्य होते रहते हैं, हवन से निकलने वाला धुआं बैक्टीरिया खत्म करता है और इससे वायरल इंफेक्शन का खतरा भी दूर हो जाता है।
5. जब हम मंदिर जाते हैं तब भगवान के दर्शन करने के पश्चात माथे पर तिलक लगाते हैं, माथे पर तिलक लगाते समय हमारे ब्रेन के खास हिस्से पर दबाव पड़ता है, जिससे हमारी एकाग्रता बढ़ती है।
6. मंदिर के अंदर भक्त तालियां बजाते हैं, ताली बजाने से हमारे शरीर के विभिन्न हिस्से ठीक प्रकार से कार्य करते हैं, इससे हमारी अंदरूनी शक्ति भी मजबूत बनती है।