दुख नाशक हैं ये 10 मंत्र, इनका जाप करने से खुल जाता है भाग्य, दूर हो जाती है गरीबी
शास्त्रों में लाखों चमत्कारिक मंत्रों का जिक्र किया गया है और इन मंत्रों का जाप करने से इंसान को अपने दुखों से मुक्ति मिल जाती है और जीवन खुशियों से भर जाता है। आज हम आपको शास्त्रों में बताए गए 10 ऐसे ही चमत्कारी मंत्र बताने जा रहे हैं, जिनका जाप करने से भगवान की कृपा आप पर बन जाती है और सदा आपको कामयाबी ही मिलती है। इन मंत्रों का जाप आप रोज किया करें।
तीन तरह के होते हैं मंत्र
शास्त्रों के अनुसार मंत्र 3 प्रकार के होते हैं जो कि सात्विक, तांत्रिक और साबर हैं। साबर मंत्र बहुत जल्द ही सिद्ध हो जाते हैं। जबकि तांत्रिक मंत्र में थोड़ा समय लगता है। वहीं सात्विक मंत्र भी कुछ समय बाद ही सिद्ध होते हैं। लेकिन जब सात्विक मंत्र सिद्ध हो जाते हैं, तो इनका असर जीवन भर रहता है। इसलिए आप सात्विक मंत्र का जाप जरूर करें। जिन मंत्रों को रोज जपा जाता है। उन्हें सात्विक मंत्र कहा जाता है और इनको जपने से मन की शक्ति बढ़ती और सभी संकटों से मुक्ति मिल जाती है।
तो आइए जानते हैं 10 प्रसिद्ध सात्विक मंत्र
पहला मंत्र
क्लेशनाशक मंत्र : कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणत क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नम:॥
इस मंत्र का जाप करने से घर में होने वाली कलह खत्म हो जाती है और परिवार में खुशियां बनी रहती है।
दूसरा मंत्र
शांतिदायक मंत्र : श्री राम, जय राम, जय जय राम
ये हनुमान जी का सबसे चमत्कारी मंत्र माना जाता है और इस मंत्र का जाप करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
तीसरा मंत्र
चिंता मुक्ति मंत्र : ॐ नम: शिवाय।
शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय इस मंत्र का जाप करें। ये मंत्र जपने से शिव जी की कृपा बन जाती है।
चौथा मंत्र
संकटमोचन मंत्र : ॐ हं हनुमते नम:।
हनुमान जी के इस मंत्र को पढ़ने से जीवन के संकटों का नाश हो जाता है और आपको खुशहाल जीवन मिल जाता है।
पांचवा मंत्र
1. ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।।
ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।।
2. ॐ नमो नारायण। या श्रीमन नारायण नारायण हरि-हरि।
3. ॐ नारायणाय विद्महे।
वासुदेवाय धीमहि।
तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
4. त्वमेव माता च पिता त्वमेव। त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव।।
त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव।
त्वमेव सर्व मम देवदेव।।
5.
शांताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशम्।
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाङ्गम्।।
लक्ष्मीकान्तंकमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्।
वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्।।
ये भगवान विष्णु जी के मंत्र हैं और इन मंत्र का जाप करने से भगवान विष्णु जी की कृपा बन जाती है।
छठा मंत्र
मृत्यु पर विजय के लिए महामृंत्युजय मंत्र :
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिंपुष्टिवर्द्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धानान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्।।
जीवन में काल शुरू होने पर आप शिव जी के महामृंत्युजय मंत्र का जाप करें।
सातवां मंत्र
सिद्धि और मोक्षदायी गायत्री मंत्र :
।।ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।।
गायत्री मंत्र बेहद ही ताकतवर है और इस मंत्र का जाप करने से मन को शांति मिलती है।
आठवां मंत्र
समृद्धिदायक मंत्र : ॐ गं गणपते नम:।
ये मंत्र गणेश जी का मंत्र है और किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले इस मंत्र का जाप जरूर करें। ऐसा करने से कार्य सफल हो जाता है।
नौवां मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं परमेश्वरि कालिके स्वाहा।
आर्थिक लाभ हेतु इस मंत्र का जाप करें।
दसवां मंत्र
दरिद्रतानाशक मंत्र : ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम:।
मां लक्ष्मी को इस मंत्र का जाप करके खुश किया जा सकता है।