प्रवासी मजदूरों को बसों से घर भेजने में सोनू सूद के कितने पैसे खर्च होते हैं? रकम है बहुत बड़ी
देश में चल रहे लॉकडाउन को दो महीने से ऊपर हो गए हैं. इस कोरोना महामारी में लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. खासकर जो गरीब और मजदूर वर्ग के लोग अपने घर से दूर दुसरे राज्यों में फंसे हैं उनकी हालत बड़ी खराब है. इन मजदूरों के पास खाने या रहने तक के पैसे नहीं बचे हैं. ऐसे में इनकी मदद के लिए बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद (Sonu Sood) मसीहा बनकर सामने आए हैं. सोशल मीडिया पर सोनू सूद की इमेज सुपरमेन जैसी है. वे ट्वीटर पर भी मदद मांगने वाले हर शख्स को रिप्लाई कर सहायता प्रदान कर रहे हैं. वे अपने निजी खर्चे पर इन प्रवासी मजदूरों को उनके होमटाउन भिजवा रहे हैं.
लोग दे रहे दुआएं
सोनू की इस मदद के बाद उनकी स्टार वेल्यू में भी काफी बड़ा इजाफा हुआ है. लोग उन्हें दिल से दुआएं दे रहे हैं. घर पहुँचने वाले मजदूर ही नहीं बल्कि आम जनता भी सोनू के इस काम से बहुत खुश है. सोनू मजदूर वर्ग में इस समय सुपरहीरो बन गए हैं. देश जब मुसीबत में होता है तो पैसो का दान करते हुए तो सितारों को कई बार देखा गया है लेकिन ऐसा बहुत ही कम होता है जब एक सितारा पर्सनल लेवल पर लोगो की इतनी सहायता कर रहा है. यही चीज सोनू को बाकी सितारों से अलग बनाती है.
एक बस भेजने में आता है इतना खर्चा
आप में से कई लोगो के मन में एक सवाल यह भी आया होगा कि सोनू प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए जो बसें चलवाते हैं इसमें उनका कितना खर्चा हो जाता होगा? दरअसल एनबीटी में छपी एक खबर के अनुसार सोनू से एक इंटरव्यू में पूछा गया कि एक बस को चलाने में कितना खर्चा आता है? इस पर सोनू ने जवाब देते हुए कहा था कि इसमें 1.8 लाख से 2 लाख रुपए तक खर्च हो जाते हैं. इसके आलवा खर्च इस बात पर भी निर्भर करता है कि मजदूर को किस राज्य में जाना है.
पूरी टीम करती है काम
प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए सोनू ने बकायदा एक टीम बना रखी है. सोनू और टीम मिलकर इन मजदूरों को घर भेजने की पूरी कोशिश करते हैं. उन्होंने बसों का इंतजाम करने के पूर्व राज्य सरकारों से इसकी बाकायदा परमिशन भी ले रखी है. इस लॉकडाउन में जहाँ एक तरफ अन्य सितारें कुकिंग, योग और मस्ती के विडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं तो वहीं दूसरी और सोनू जरूरतमंदों की मदद कर बहुत नेक कम कर रहे हैं.