घोड़ा कितना सोता है? हमेशा खड़े क्यों रहता है? लेटता या बैठता क्यों नहीं? वजह चौका देगी
घोड़े बेहद शानदार जानवर होते हैं. ये ना सिर्फ दिखने में खूबसूरत होते हैं बल्कि काफी तेज और फुर्तीले भी होते हैं. इन्हें देख यही लगता है कि इनमें काफी एनर्जी रहती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि घोड़े दिनभर में इतनी एनर्जी खर्च करते हैं फिर भी लेटकर सोते या आराम नहीं करते हैं. बाकी जानवार रात में बैठकर या लेटकर अच्छे से नींद पूरी कर लेते हैं लेकिन घोड़े बहुत कम समय के लिए ही सोते हैं. इतना ही नहीं इनके अंदर खड़े खड़े सोने की कला भी होती है. ऐसे में कई लोगो के मन में ये सवाल भी आता है कि आखिर ये घोड़े लेटकर सोना पसंद क्यों नहीं करते हैं? इसके पीछे क्या वजह है? आइए जानते हैं.
एक दिन में इतनी देर सोता है घोड़ा
आपको जान हैरानी होगी कि घोड़े बेहद कम समय के लिए ही सोते हैं. यदि कोई एक स्वस्थ घोड़ा है तो वो 24 घंटे में महज 30 मिनट ही सोता है. इस आधे घंटे के समय में भी वह ना तो बैठता है और ना ही लेटता है. घोड़ो को खड़े खड़े दिनभर में छोटी छोटी झपकियां लेना पसंद होता है. खुदरत ने भी उनके पैरो की संरचना कुछ ऐसी बनाई है कि वे बिना नीचे गिरे खड़े – खड़े नींद ले सकते हैं.
ऐसे मिटाता है थकान
अब आप कहोगे कि हमेशा पैरों पर खड़े रहते रहते घोड़े को थकान नहीं होती? उसके पैर नहीं दुखते? असल में घोड़े के पास अपने पैरो की थकान मिटाने का अपना एक ख़ास तरीका होता है. घोड़ा जब भी थकान मिटाना चाहता है तो अपना एक पैर ऊपर उठा लेता हैं. इस तरह उसका सभी वजन तीन पैरो पर ही होता हैं. वो बारी बारी यही तकनीक अपना कर अपने सभी पैरों की थकान मिटा लेता हैं. इसलिए यदि आप घोड़े को एक पैर ऊपर करा हुआ देखे तो उसे डिस्टर्ब ना करें. वो उस समय आराम फरमा रहा होता है.
लेटकर या बैठकर क्यों नहीं सोता घोड़ा?
घोड़ा हमेशा खड़ा रहता है. सोता भी दिन में बस 30 मिनट है. फिर भी वो लेटकर या बैटकर नहीं सोता है. ऐसा इसलिए कि उसके शरीर की बनावट ही कुछ ऐसी होती है कि वो अधिक समय तक बैठ या लेट नहीं सकता है. जब कोई घोड़ा बैठता है तो उसके शरीर का पूरा वजन गर्दन और पेट के बीच वाले हिस्से पर पड़ता है. इससे उसे सांस लेने में दिकत होती है. हवा उसके फेफड़ों तक ठीक से पहुँच नहीं पाती है. यही कारण है कि यदि घोड़ा बैठ भी जाए तो बहुत जल्दी खड़ा हो जाता है. इतना ही नहीं यदि हम घोड़े को अधिक समय तक बैठाकर रखे तो उसकी मौत तक हो सकती है. इसलिए घोड़े को कभी भी ज्यादा देर तक बैठने के लिए जोर नहीं देना चाहिए.
अब आप जान चुके हैं कि घोड़ा आखिर क्यों लेटना या बैठना पसंद नहीं करता है. आपको घोड़े के सोने के रूटीन का भी पता लग गया है. उम्मीद है कि आपको यह दिलचस्प जानकारी पसंद आई होगी. आप इसे दूसरों के साथ भी शेयर करें.