चोरी करता पकड़ा गया मजदूर, रोते हुए बोला- ‘बच्चे भूखे थे, क्या करता..’ फिर पुलिस ने ऐसे की मदद
कोरोना वायरस के कारण देशभर में लॉकडाउन करना एक जरूरी कदम है, लेकिन ये कईयों के लिए मुसीबत का कारण भी बना हुआ है. लॉकडाउन के चलते लोगो के काम धंधे ठप्प पड़े हुए हैं. खासकर गरीब वर्ग के लोग खाने – खाने तो तरस रहे हैं. इस बीच कई ऐसे मामले भी दिख रहे हैं जहाँ कुछ मजबूरी में चोरी जैसा गलत काम कर रहे हैं. अभी कुछ दिन पहले ही एक मामला सामने आया था जहाँ एक शख्स ने अपने अपाहिज बच्चे को घर ले जाने के लिए साईकिल चुराई थी. उसने एक नोट लिखकर इसकी माफ़ी भी मांगी थी. अब मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से एक नया मामला सामने आया है. यहाँ एक आदमी को अपने भूखे बच्चों का पेट भरने के लिए चोरी करने पर मजबूर होना पड़ा.
बच्चे का रोना देखा नहीं गया
इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र में हाल ही में एक चोरी की वारदात हुई. हालाँकि चोर पकड़ा गया. ऐसे में जब पुलिस ने उसे पकड़ा तो वो चोर जोर जोर से रोने लगा. चोर ने कहा कि मेरे बच्चे भूखे हैं. उनका रोना देखा नहीं गया इसलिए चोरी करने निकल पड़ा.
खाली घर को बनाया निशाना
पुलिस के मुताबिक वैष्णो बिहार कॉलोनी में रहने वाले राकेश पिता सुखराम राजपूत ने शिकायत दर्ज की थी. उनके किराएदार कुछ दिनों के लिए गाँव गए हुए थे. इस बीच उन्हें घर का ताला टूटा हुआ दिखा. यह देख पुलिस को सूचित किया गया. जब पुलिस मौके पर पहुंची तो चोर वहीं छिपा हुआ था. पुलिस ने उसे तुरंत पकड़ लिए और अपने साथ थाने ले गई. चोर की पहचान सुंदर नगर में रहने वाले रोहित के रूप में हुई है.
मजदूरी करता है आरोपी
टीआई अशोक पाटीदार के अनुसार आरोपी रोहित मजदूरी करता है. रोहित ने पुलिस को बाताया कि लॉकडाउन की वजह से वो कई दिनों से घर में ही था. राशन पानी ख़त्म हो गया था. बच्चे भूखे थे, रो रहे थे. बच्चों को रोता नहीं देख सका तो वो चोरी करने निकल पड़ा. उसने घर से दूर चोरी करने का प्लान बानाया था लेकिन जब वो ताला तोड़ने लगा तो आसपास के लोगो ने देख लिया. इस चक्कर में वो पकड़ा गया.
पुलिस ने की परिवार की मदद
टीआई अशोक पाटीदार ने बाताया कि आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. उसके ऊपर उचित कारवाई होगी. साथ ही दिलचस्प बात ये रही कि जब आरोपी ने अपने चोरी करने की वजह बच्चो का भूखा होना बाताया तो पुलिस मदद को आगे आई. उन्होंने अपनी एक टीम आरोपी के घर भेजी ताकि परिवार को कोई मदद चाहिए हो तो वे कर सके. जरूरत पड़ने पर आरोपी के परिवार को पुलिस राशन सामग्री भी भिजवाएगी.
लॉकडाउन पीरियड में इसी तरह के और भी कई मामले सामने आ रहे हैं. लोगो के पास नौकरी नहीं है, काम नहीं है, धंधा पानी भी ठप्प है या धीमा चल रहा है. ये समय हर किसी के लिए कठिनाइयों से भरा है. ऐसे में यदि आप भी किसी जरूरतमंद की सहयता कर सके तो पीछे मत हटिएगा.