नए भारत के सामने झुका चीन, कहा, बातचीत से सुलझा लेंगे भारत-चीन सीमा विवाद
चीन को यह बात समझ में आ गयी की यह नेहरू का भारत नहीं , यह मोदी का भारत है
बुधवार को चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि सीमा में हालात स्थिर है। दोनो देशों की तरफ से मामले को सुझलाने के लिए सैन्य व कूटनीतिक स्तर पर बातचीत चल रही है। चीन अपनी भौगोलिक संप्रभुता की सुरक्षा और सीमावर्ती इलाके में शांति स्थापित करने के लिए सक्षम है। भारत के साथ अगर सीमा को लेकर कोई समस्या होगी है, तो हम उसे विचार विमर्श और सलाह से समाधान करने में सक्षम है। वहीं चीन के भारत में राजदूत सन विडोंग ने इस विवाद पर बयान देते हुआ कहा है कि मतभेदों को बातचीत के जरिए हल कर लिया जाएगा। चाइनीज ड्रैगन और भारतीय हाथी एक साथ डांस कर सकते हैं। भारत और चीन कोरोना के खिलाफ एक साथ जंग लड़ रहे हैं। हम पर अपने रिश्तों को और मजबूत करने की जिम्मेदारी है।
गौरतलब है कि मंगलवार तक चीन देश के तेवर कुछ और ही थे और चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग ने अपनी देश की सेना को युद्ध की तैयारियां तेज करने को कहा था। शी जिंनफिंग ने चीनी सेना को पूरी दृढ़ता से देश की सम्प्रभुता की रक्षा करने का आदेश दिया था। वहीं अब चीन ने बातचीत की मदद से इस मुद्दे को हाल करने को कहा है।
क्या है पूरा मामला
लद्दाख में चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुस कर अपने टेंट बनाए हैं और सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर अपने सैनिकों की तादाद भी बढ़ाना शुरू कर दी है। जिसका विरोध भारत ने किया है और भारत ने इस सीमा पर ज्यादा फौज तैनात करना शुरु कर दी है। ये सीमा विवाद काफी बढ़ गया है और इस विवाद के चलते भारत में उच्च स्तरीय बैठक मंगलवार को की गई थी।
पीएम मोदी ने की थी बैठक
चीन के भारतीय सीमा पर हक जताने को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एनएसए अजीत डोभाल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की थी। इस बैठक के ठीक एक दिन बाद ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता करने की पेशकश की है।
तीन बार हुई है झड़प
आपको बात दें कि चीन के सैनिकों ने तीन स्थानों पर भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की है और इस दौरान भारत और चीन के बीच तीन बार झड़प भी हो चुकी है। पहली झड़प पूर्वी लद्दाख की पेंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर 5 मई को हुई थी। दूसरी और तीसरी झड़प 9 मई को हुई थी। जो कि उत्तरी सिक्किम की सीमा पर हुई थी। इन झड़प के बाद से दोनों देशों में तनाव और बढ़ गया था।
भारत और चीन के सीमा विवाद को लेकर चीन देश ने अब अपना रुख नर्म कर लिया है और बातचीत के जरिए सीमा विवाद को हल करने की बात कही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और चीन के इस मुद्दे को हल करने के लिए मध्यस्थता करने की पेशकश की है। जिसके बाद चीन ने यूटर्न लेते हुए कहा है कि वो इस मसले को बातचीत के जरिए हल कर लेगा। चीन के विदेश मंत्रालय की और से जारी किए गए बयान में चीन ने कहा है कि भारत के साथ सीमा विवाद स्थिर व नियंत्रण में है।
We have informed both India and China that the United States is ready, willing and able to mediate or arbitrate their now raging border dispute. Thank you!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) May 27, 2020
ट्रंप ने बुधवार को एक ट्वीट किया और ये ट्वीट करते हुए कहा कि अमेरिका भारत और चीन के सीमा विवाद को सुलझाने के लिए उसमें मध्यस्थता करने के लिए तैयार व सक्षम है।