व्यासपीठ से अली मौला भजन करने वाले कथावाचकों पर साधुओं ने खोला मोर्चा, होगा प्रवल विरोध
सनातन धर्मियों पर अपना जलवा बिखेरने वाले कथावाचक जब व्यासगद्दी से अल्लाह को पुकारने लगे
रामकथा और भागवत के जरिए दुनियाभर के सनातनधर्मियों पर अपना जलवा बिखेरने वाले कथावाचक जब व्यासगद्दी से अल्लाह को पुकारने लगे, तो देशभर के सनातनधर्मी इसका विरोध कर रहे हैं। इन कथावाचकों के खिलाफ संत और साधकों ने तो मोर्चा खोल ही दिया है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी अब इन्हें विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
सब से पहले देखें यह वीडियो
इस विषय पर साधु, संत समेत कई कथावाचक भी व्यासगद्दी से अल्लाह को पुकारने वाले कथावाचकों के खिलाफ खड़े दिख रहे हैं। कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में यह बहस सिर्फ सोशल मीडिया तक ही सीमित है, लेकिन संभव है कि लॉकडाउन के बाद ये विवाद सड़कों पर दिखे।
चित्रलेखा और मोरारीबापू के विवादित वीडियो के बाद छिड़ा विवाद
दरअसल, भागवत की विदूषी कही जाने वाली चित्रलेखा का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इनके अलावा राष्ट्रीय संत कहे जाने वाले मोरारी बापू के द्वारा भी अल्लाह-मौला के गायन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होना शुरू हो चुका है। ये वीडियोज जब सनातनधर्मियों के पास पहुँचे, तो खलबली मच गई। इसके बाद जल्दी जल्दी में इन कथावाचकों के खिलाफ मोर्चाबंदी शुरू हो गई है। इतना ही नहीं, आनन फानन में साधु संतों के कई बैठकों का दौर भी चला।
राष्ट्रीय संत का उपाधि लेने वाले चिन्मयानन्द भी हैं इस में शामिल
देशभर के कई संतव साधकों का मानना है कि राष्ट्रीय संत की उपाधि धारण किए हुए कथावाचक भी व्यासगद्दी से अल्लाह मौला का गायन कर रहे हैं ये शर्मनाक है। कई संतों ने कहा कि ये कथावाचक व्यासपीठ को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। कुरान और अल्लाह का पाठ व्यासपीठ से पढ़ा रहे हैं, जो हमेशा से सनातन धर्म के खिलाफ रहा है। माना ये जा रहा है कि अभी लॉकडाउन के चलते ये मामला सिर्फ बैठकों तक ही सीमित है, लेकिन लॉकडाउन के बाद पूरी संभावना है कि इस मामले में गर्माहट आए और संतों की नाराजगी जाहिर हो।
आनंद मूर्ति गुरु माँ (Anand Murti Guru maa)
आनंदमूर्ति ने तो सारे रिकॉर्ड ही तोड़ दिए इन का एक भजन है ‘या अल्लाह तेरे क़ुरबान सजदे में है जहान’ , विवाद बढ़ने के बाद इन्होने वीडियो को डिलीट करवाया, लेकिन कुछ वीडियो और भी मजूद थे, जो की ऊपर के वीडियो पर शामिल किये गए है। यह कथा वाचक धर्म के नाम पर लोगो को सिर्फ मुर्ख ही बना रहे हैं ।
काशी विद्वत परिषद में पहुँचा मामला
ये मामला अब काशी विद्वत परिषद तक पहुंच चुका है। काशी विद्वत परिषद पश्मिांचल भारत के प्रभारी कार्ष्णि नागेंद्र महाराज ने बताया कि कथावाचकों के व्यासपीठ से अल्लाह मौला के गायन विषय पर तमाम पदाधिकारियों से बातचीत हुई है। साथ ही उन्होंने बताया कि श्रीकाशी विद्वत परिषद इस मामले को संज्ञान में लेकर बहुत जल्द बैठक करने वाला है। कार्ष्णि नागेंद्र महाराज ने कहा कि भविष्य में इस तरह की बयानबाजी व्यासगद्दी से बैठकर न हो, इस बात को ध्यान में रखकर भी कुछ ठोस कदम उठाए जा सकते हैं।
अदालत भी पहुँच सकता है ये मुद्दा
पिछले दिनों संत, महंत, महामंडलेश्वर, कथावाचकों की एक बैठक परिक्रमा मार्ग स्थित चैतन्य कुटी में हुई थी। इस बैठक में ये निर्णय लिया गया था कि सनातन धर्म विरोधी कथावाचकों के खिलाफ एक याचिका न्यायालय में दायर की जाए। इसके अलावा बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी थी कि, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधिशों को इस मामले की जानकारी पत्राचार के माध्यम से देकर विधि सम्मत कार्रवाई के लिए आग्रह किया जाएगा।