जंग की आहट: चीन कर रहा जंग की तैयारी, जिनपिंग बोले- सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहे सेना
चीन यह बात समझ जाए की भारत में 1962 वाली सरकार नहीं है, जो अपने बेफ़कूफी से जंग हार गयी थी
इतिहास गवाह है कि भारत की ओर से कभी भी जंग की पहल नहीं की गई है, क्योंकि भारत की पहचान एक शांतिप्रिय देश के रूप में है, लेकिन इतिहास इस बात का भी गवाह है कि जब-जब दुश्मनों ने नापाक इरादों के साथ भारत पर हमला बोला है, तब-तब भारत ने उसे छठी का दूध जरूर याद दिला दिया है। एक बार फिर से भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर बढ़ते हुए तनाव को देखते हुए दोनों देशों के बीच युद्ध के कयास लगाए जाने लगे हैं। विशेषकर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के एक बड़े बयान के बाद इन आशंकाओं को और बल मिल रहा है।
चीनी राष्ट्रपति का निर्देश
चीनी सेना को राष्ट्रपति जिनपिंग ने साफ तौर पर निर्देशित किया है कि अपनी ट्रेनिंग को वह मजबूत बनाए और युद्ध के लिए भी तैयार रहे। चीन की सरकारी मीडिया ने शी जिनपिंग के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया है कि चीनी राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय संप्रभुता की हर तरीके से रक्षा करने और देश की समग्र सामरिक स्थिति को बचाने के लिए चीनी सैनिकों को अपनी ट्रेनिंग को व्यापक तौर पर मजबूत बनाने एवं युद्ध के लिए तैयार रहने के लिए कहा है।
सबसे खराब स्थिति की करें कल्पना
चीनी सेना को दिए गए अपने आदेश में शी जिनपिंग ने कहा है कि सबसे खराब स्थिति की वह कल्पना कर ले और उससे निपटने के लिए वह अपनी तैयारी करे। साथ ही हर तरह की जटिल परिस्थितियों से तत्काल निपटने के लिए वह खुद को पूरी तरह से समर्थ बना ले।
मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार भारत
बीते कुछ समय से चीन के साथ बढ़ते हुए तनाव को देखते हुए दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई है, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने हिस्सा लिया है। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि सीमावर्ती इलाकों में हो रहे निर्माण कार्य को जारी रखे जाने एवं जितनी तादाद में चीनी सैनिक जमा हैं, उतनी ही तादाद में भारतीय सैनिकों की भी तैनाती किए जाने का निर्णय इस बैठक में लिया गया है।
हाल-फिलहाल हुईं भिड़ंत
भारत और चीन की सेनाओं के बीच हाल-फिलहाल कई झड़पें हो चुकी हैं। गत 5 मई की शाम को भारत और चीन के लगभग 200 सैनिक पूर्वी लद्दाख की पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर स्थित फिंगर-5 इलाके में आमने-सामने हो गए थे। पूरी रात दोनों ओर के सैनिकों के बीच झड़पें होती रही थीं। उसी तरीके से बीते 9 मई को भी दोनों देशों के सैनिकों का नाकू ला सेक्टर में आमना-सामना हो गया था। इस झड़प में 10 सैनिकों के घायल होने की भी खबर सामने आई थी।
देखा गया चीनी हेलीकॉप्टर
लद्दाख में ही वास्तविक नियंत्रण रेखा के समीप विगत 9 मई को चीनी सेना का हेलीकॉप्टर भी देखा गया था, जिसके बाद से सुखोई सहित अन्य लड़ाकू विमानों की तैनाती भारतीय वायु सेना की ओर से सीमा पर करके निगरानी बढ़ा दी गई है।
पढ़ें अब लद्दाख सीमा पर बढ़ा तनाव, चीन ने खड़े किए 100 टेंट, भारतीय सेना ने बढ़ाई सैनिकों की संख्या