तिलक लगाने के बाद माथे पर चावल क्यों चिपकातें हैं? जाने इसका धार्मिक महत्त्व
हिंदू धर्म में जब भी कोई मांगलिक कार्य होता है तो उसकी शुरुआत तिलक के द्वारा की जाती है. पूजा, त्यौहार से लेकर शादी तक सभी कार्यक्रमों में तिलक का इस्तेमाल अवश्य होता है. तिलक को एक तरह से शुभ माना जाता है. आमतौर पर जब भी तिलक लगाते हैं तो उसके बाद थोड़े से चावल भी लगाए जाते हैं. ऐसे में क्या आप ने कभी सोचा है कि ये तिलक के बाद चावल क्यों लगाए जाते हैं? आखिर इसकी क्या वजह है? यह सवाल शायद आपके दिमाग में पहले ना भी आया हो लेकिन आज हम आपो इसके पीछे की वैज्ञानिक और धार्मिक दोनों ही वजहें बताने जा रहे हैं.
वैज्ञानिक कारण
वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो माथे पर तिलक लगाने से दिमाग को शान्ति और शीतलता मिलती है. वहीं चावल शुद्धता का प्रतिक होता है. कच्चे चावल से पॉजिटिव एनर्जी उत्पन्न होती है. इसलिए जब भी आप किसी मांगलिक कार्य में शामिल होते हैं तो ये चावल आपके मन को सकारात्मक करने का काम करता है. यही वजह है कि पूजा विधि में भी चावल अत्यधिक प्रयोग में लाया जाता है.
धार्मिक महत्त्व
शास्त्रों के अनुसार चावल के महत्त्व को देखा जाए तो यह एक शुद्ध अन्न माना जाता है. इसे हम बिना किसी संकोच के देवी देवताओं को चढ़ा सकते हैं. चावल को ‘अक्षत’ भी कहा जाता है. इसका अर्थ है जिसका कभी ‘क्षय’ यानी नाश ना हो. बस यही वजह है कि हर ख़ास अवसर पर इस चावल को शामिल किया जाता है. माँ लक्ष्मी को भी चावल प्रिय होते हैं. उनके लिए सब भोग बानाया जाता है तो उसमे चावल की खीर ही बनती है.
बिना चावल अधूरी है पूजा
जब भी कोई पूजा और तिलक का कार्यक्रम होता है तो चावल का होना जरूरी है. शुद्धता का प्रतिक होने की वजह से इस चावल का उपयोग पूजा में और तिलक लगाने के बाद माथे पर किया जाता है.
नेगेटिव एनेर्जी का खात्मा
चावल अपनी सकारात्मक उर्जा के लिए जाना जाता है. ऐसे में यह हमारे आसपास की नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करने की ताकत भी रखता है. यही वजह है कि कुमकुम के तिलक संग इन चावल के दानों का प्रयोग होता है. ऐसी उम्मीद की जाती है कि तिलक के ऊपर चावल लगाने से ये हमारे आसपास की सभी नेगेटिव उर्जा और विचारों को नष्ट कर देगा. इससे आपके और तिलक लगाने वाले के बीच प्यार बढ़ता है.
अब आप जान गए है कि तिलक के बाद चावल लगाने का क्या महत्व होता है. हम उम्मीद करते हैं कि आप जब भी तिलक लगाएंगे तो उसमे चावल का इस्तेमाल करना नहीं भूलेंगे. हमारी आपको यही सलाह है कि जब भी घर में किसी मांगलिक कार्य की शुरुआत हो तो तिलक और चावल का प्रयोग अवश्य करें. इससे आपका वह कार्य बिना किसी बाधा के शीघ्र संपन्न होगा. यदि आपको ये जानकारी पसंद आई तो इसे अपने मित्रों और रिश्तेदारों से शेयर जरूर करे. इस तरह की और भी दिलचस्प ख़बरों के लिए हमारे साथ जुड़े रहिए. हम आप तक ऐसी ही अच्छी जानकारी पहुंचाते रहेंगे.