इस शख्स ने वृंदावन के बांके बिहारी जी को बनाया अपना बिजनेस पार्टनर, सौंपा 2.30 करोड़ रुपया
भक्त और भगवान के बीच का रिश्ता अटूट और अनोखा होता है। आपने ऐसे कई भक्तों की कहानियां सुनी होंगी, जो अपने भगवान की भक्ति में पूरी तरह से लीन रहते हैं। भारत में न भक्तों की कोई कमी और ना ही भगवान की। इसी कड़ी में आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए दिल्ली के एक भक्त चांद सहगल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके अपने भगवान के प्रति अटूट श्रद्धा है। चांद सहगल और उनके भगवान की कहानी आश्चचर्य किंतु सत्य है। हालांकि इस समय पूरा देश कोविड19 जैसे बड़े खतरे से जूझ रहा है, लेकिन इस संकट की घड़ी में भक्त और भगवान की ये कहानी आापको बड़ी रोचक लगेगी। आइये जानते हैं कि चांद सहगल और उनके भगवान की पूरी कहानी…
चांद सहगल के बिजनेस पार्टनर भगवान बांके बिहारी
दरअसल, दिल्ली के बिजनेसमैन चांद सहगल उत्तर प्रदेश के मथुरा के वृंदावन में स्थित भगवान बांके बिहारी में खूब आस्था रखते हैं। दिलचस्प बात ये है कि चांद सहगल भगवान बांके बिहारी यानी ठाकुरजी पर इतनी श्रद्धा रखते हैं कि, उन्होंने भगवान को ही अपना बिजनेस पार्टनर बना लिया है। जी हां, चांद सहगल के बिजनेस पार्टनर भगवान बांके बिहारी हैं।
बिजनेस में कमाई का आधा हिस्सा ठाकुरजी के नाम
उद्योगपति चांद सहगल ने ठाकुरजी को न सिर्फ अपना बिजनेस पार्टनर बनाया है, बल्कि बिजनेस में होने वाली कमाई का आधा हिस्सा भी बांके बिहारी को देते हैं। हाल ही में उन्होंने भगवान के हिस्से का एक बड़ा रकम मंदिर कमेटी को सौंपा है। बता दें कि बिजनेसमैन चांद सहगल ने ठाकुरजी के हिस्से का लगभग 2.30 करोड़ रूपए का चेक मंदिर प्रबंधन कमेटी को दिया है।
मदरसन सूनी लिमिटेड कंपनी के मालिक
गौरतलब हो कि उद्योगपति चांद सहगल मदरसन सूमी लिमिटेड कंपनी के मालिक है। ये कंपनी कार के पार्ट्स बनाने का काम करती है। चांद सहगल ने ठाकुरजी के हिस्से का पैसा उन्हें पहली बार नहीं सौंपा है, बल्कि वो हर साल ऐसा करते हैं। हर वित्तीय वर्ष की समाप्ति के बाद उद्योगपति चांद अप्रैल में बांके बिहारी भगवान जी के हिस्से का पैसा उन्हें भेंट करते हैं।
लॉकडाउन के कारण इस बार चेक सौंपने में हुई देरी
हालांकि इस बार कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में चांद सहगल अपने भगवान के द्वार पर आने में देर हो गए। लेकिन, वे अपने ठाकुरजी के हिस्से का पैसा देना नहीं भूले। भूलते भी कैसे? ठाकुरजी बिजनेस पार्टनर जो हैं, और भला कोई अपने बिजनेस पार्टनर से धोखा कर सकता है क्या? आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उद्योगपति सहगल रविवार को वृदांवन पहुँचे। लॉकडाउन के कारण अपने भगवान के दर्शन तो नहीं कर पाए, लेकिन उद्योगपति ने द्वार पर माथा जरूर टेका। चांद सहगल ने बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन कमेटी के प्रशासन मुनीश शर्मा को 2.30 करोड़ रूपए का चेक सौंपा।
पिछले 15 साल से भगवान और भक्त बिजनेस पार्टनर
चलते चलते बता दें कि बिजनेसमैन चांद ठाकुर बांके बिहारी की ये सेवा गत 15 वर्ष से लगातार कर रहे हैं। बांके बिहारी मंदिर के प्रशासन मुनीश शर्मा ने बताया कि, उद्योगपति सहगल ये चेक हर साल देने आते हैं। साथ ही हर महीने ठाकुरजी के दर्शन के लिए भी पहुँचते हैं। न सिर्फ बांके बिहारी मंदिर को बल्कि वृदांवन के कात्यायनी शक्ति पीठ को भी 22 लाख रूपए का चेक चांद सहगल की ओर से दिया गया।