68 वर्षीय महिला ने दिया जुड़वा बच्चों को जन्म, पिछले 46 साल से कर रही थी कोशिश, ऐसे मिली सफलता
माँ बनने का सपना हर महिला देखती है, लेकिन दुर्भाग्यवश यह सपने सिर्फ कुछ के ही पूरे हो पाते हैं. कुछ महिलाएं मेडिकल कंडीशंस या किसी अन्य कारण से माँ बनने का सुख नहीं भोग पाती है. हालाँकि हमारा मेडिकल साइंस भी अब बहुत तरक्की कर चूका है. इसी की बदौलत हाल ही में 68 साल की एक महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है.
46 साल पहले हुई थी शादी
नाईजीरिया (Nigeria) के लेगोस (Lagos) में रहने वाली Margaret Adenuga की शादी सन 1974 में Noah Adenuga नामक शख्स से हुई थी. शादी के बाद से ही ये दोनों बच्चे के लिए कोशिश कर रहे थे. हालाँकि कई प्रयासों के बाद भी इन्हें सफलता नहीं मिल रही थी. इस दौरान मार्गरेट तीन बार IVF (in-vitro fertilization) तकनीक से होकर गुजरी. उनके पहले दो प्रयास फेल हो गए थे. लेकिन तीसरे प्रयास में उन्होंने जुड़वा बच्चों (एक लड़का, एक लड़की) को जन्म दिया.
कभी नहीं छोड़ी थी उम्मीद
मार्गरेट के 77 वर्षीय पति नोआ कहते हैं कि हम कई बार असफल हुए थे, लेकिन हमने बच्चे पाने की आस कभी नहीं छोड़ी थी. जब से शादी हुई तब से हमारा बस यही सपना था कि अपना खुद का एक बेबी हो. स्टॉक ऑडिटर से रिटायर हो चुके नोआ बताते हैं कि मुझे सपने देखना पसंद है. मुझे पूरा यकीन था कि हमारा ये सपना (बेबी होना) भी एक दिन जरूर पूरा होगा.
बूढ़ी महिलाएं होती हैं हाई रिस्क पर
मार्गरेट के जुड़वा बच्चों का जन्म लेगोस यूनिवर्सिटी टीचिंग हॉस्पिटल (Lagos University Teaching Hospital LUTH) में हुआ था. यह डिलीवरी सिजेरियन सेक्शन के माध्यम से हुई थी. इस डिलीवरी को डॉ Adeyemi Okunowo हैंडल कर रही थी. Okunowo ने बाताया कि एक विशेष टीम को शुरू से लेकर डिलीवरी तक मार्गरेट की प्रेग्नेंसी की निगरानी के लिए रखा गया था. इसकी वजह ये थी कि बूढ़ी महिलाएं गर्भावस्था के दौरान हाई रिस्क पर होती हैं. CNN को दिए एक इंटरव्यू में Okunowo ने कहा “एक बूढ़ी महिला पहली बार माँ बनने जा रही थी. ऊपर से उनके जुड़वा बच्चे होने वाले थे. ऐसे में उनकी प्रेग्नेंसी हाई रिस्क पर थी, लेकिन हम लोग इसे मैनेज करने में कामयाब रहे.”
बूढ़ी महिलाओं के लिए IVF सही नहीं
डॉ. Okunowo ने आगे बाताया कि मार्गरेट को देख कई लोग यह उम्मीद कर रहें होंगे कि हम भी IVF ट्राई कर सफलता पा सकते हैं. लेकिन हमने ये नहीं भूलना चाहिए कि IVF तकनीक के इस्तेमाल की सलाह अधिक उम्र की महिलाओं को नहीं दी जाती है. बूढ़ी महिलाओं के केस में कई मेडिकल रिस्क जुड़े होते हैं. ये प्रेग्नेंसी के दौरान और बेबी के बर्थ के बाद भी होते हैं. इसलिए ये डॉक्टर की जिम्मेदारी होती है कि वो माँ बनने की इच्छुक महिला को सभी संभवतः खतरे से अवगत कराए. मार्गरेट लकी थी जो उन्हें किसी भी मेडिकल दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा.
उधर जब सोशल मीडिया पर ये न्यूज़ वायरल हुई तो लोग इस बूढ़े कपल को बधाई संदेश देने लगे. वैसे इस पुरे मामले में आपी क्या राय है हमें कमेंट में जरूर बताए. क्या इस उम्र में आप बच्चा पैदा करने का रिस्क लेंगे?