इस वजह से दबाव में आकर शादी कर लेती हैं लड़कियां, जानकर होगी हैरानी
शादी हमारे जीवन का सबसे महत्वूर्ण हिस्सा होता है. ये वो पल होता है जब हम किसी एक व्यक्ति के साथ अपनी पूरी लाइफ गुजारने का अहम निर्णय ले लेते हैं. शादी जब मर्जी से होती है तो लाइफ बहुत अच्छे से कटती है. लेकिन जब कोई दबाव में आकर शादी करता है तो उसका जीवन दुःख के सायें में ही गुजरता है. हमारे समाज में ज्यादातर लड़कियां ही दबाव में आकर शादी करती है. इस सिचुएशन में हुई शादियाँ कई बार जल्दी टूट जाती है. यदि चलती भी है तो उसमे ख़ुशी नाम की चीज नहीं होती है. ऐसे में क्या आप ने कभी सोचा है कि ये लड़कियां किन कारणों से दबाव में आकर शादी करती होगी? चलिए जानते हैं.
पैसा
जब भी किसी लड़की की अरेंज मैरिज होती है तो उसके माता पिता अच्छा तनखाह वाला दामाद ही ढूंढते हैं. यदि लड़के की सरकारी नौकरी है तो सोने पर सुहागा वाली बात हो जाती है. उधर लड़कियां भी सोचती है कि प्यार व्यार और पसंद ना पसंद सब अपनी जगह होती है, लेकिन जब आराम से ऐश करते हुए लाइफ गुजारनी हो तो पैसे वाला बंदा ही काम आता है. इसलिए जो लड़कियां जॉब नहीं करती या जिन्हें पैसो का लालच होता है वो इसी चक्कर में मजबूरी में शादी कर लेती है.
भाई बहन में सबसे बड़ी
समाज में ये पुरानी परंपरा है कि जब तक घर में बड़े बच्चों की शादी नहीं हो जाती छोटो के हाथ पीले नहीं किये जाते हैं. खासकर यदि किसी लड़की की छोटी बहन घर में कुंवारी बैठी है तो पहले उसका ब्याह होना जरूरी हो जाता है. वरना लोग क्या कहेंगे, समाज क्या बोलेगा, जैसी बातें आ जाती है. बस इसी बकवास परंपरा के चलते कई बार घर की बड़ी बेटी ना चाहते हुए भी सात फेरे ले लेती है.
शादी तो सब करते हैं
शादी को समाज में एक आवश्यक कार्य बना दिया गया है. मतलब आप घर में कुंवारे बैठे रहने का नहीं सोच सकते हैं. खासकर लड़कियों को तो जितना जल्दी हो सकते माता पिता ब्याह कर भगाने का ही सोचते हैं. एक लड़की यदि जिंदगी भर घर में ही बैठी रहेगी तो उन्हें बदनामी का डर सताने लगता हैं. फिर बात आती है कि शादी क्यों नहीं करनी? ये तो करना पड़ती है. सब करते है. बस इसी चक्कर में लड़कियां मन मारकर किसी से भी शादी कर लेती है.
सब दोस्तों की हो गई
कई बार माता पिता प्रेशर ना भी बनाए तो लड़की पर खुद प्रेशर बढ़ने लगता है. एक एक कर उसके सभी दोस्त शादी कर लेते हैं. सोशल मीडिया पर जा वो उनकी शादी की तस्वीरें देखती है तो उसके मन में भी शादी का ख्याल आता है. वो एक प्रकार का दबाव महसूस करती है और शादी करने को राजी हो जाती है.
उम्र हो गई
हमारे समाज में स्थिति ऐसी है कि लड़की पैदा होती है तो माता पिता को उसकी शादी का ख्याल दिमाग में आ जाता है. फिर जब वो 18 की होती है तो ये ख्याल तेज हो जाता है. 23 – 24 के बाद तो उसके लिए लड़का ढूंढना शुरू हो जाता है. वहीं लड़की 30 की हो जाए तो सब नाम धरने लगते हैं. बढ़ती उम्र कोदेख लड़की भी बिना मर्जी के किसी से भी शादी कर लेती है.