बसों की गलत सूची देने को लेकर प्रियंका गांधी के सचिव के खिलाफ केस दर्ज, लगा धोखाधड़ी का आरोप
पलायन कर रहे मजदूरों के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश सरकार और कांग्रेस पार्टी के बीच जंग छिड़ गई है और यूपी सरकार ने अब प्रियंका गांधी वाड्रा के सचिव और उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इन दोनों पर यूपी सरकार ने बसों की सूची में गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है। दरअसल पलायन कर रहे मजदूरों को लेकर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा था कि उन्होंने यूपी सरकार के सामने 1000 बसों की पेशकश की थी। ताकि इन बसों के जरिए यूपी के मजदूरों को वापस से राज्य लगाया जा सके। लेकिन यूपी सरकार ने इस बात को स्वीकार नहीं किया। प्रियंका गांधी के इस बयान के बाद यूपी सरकार ने उनके इस प्रस्ताव को मंजूर करते हुए प्रियंका गांधी से बसों की सूची देने को कहा था। लेकिन जो बसों की सूची यूपी सरकार को दी गई उसमें कई सारे वाहनों के नंबर दोपहिया, ऑटो और मालवाहक के थे। जिसके बाद यूपी सरकार ने बिना कोई देरी किए कांग्रेस के नेताओं पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कर लिया।
कांग्रेस की और से की जा रही है राजनीति
मंगलवार को प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए ट्वीट भी किया था और इस ट्वीट में लिखा था कि उप्र सरकार ने हद कर दी है। जब राजनीतिक परहेजों को परे करते हुए त्रस्त और असहाय प्रवासी भाई बहनों को मदद करने का मौका मिला तो दुनिया भर की बाधाएं सामने रख दी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी इन बसों पर आप चाहें तो बीजेपी का बैनर लगा दीजिए। लेकिन हमारे सेवा भाव को मत ठुकराइए। क्योंकि इस राजनीतिक खिलवाड़ में तीन दिन व्यर्थ हो चुके हैं। और तीन दिनों में हमारे देशवासी सड़कों पर चलते हुए दम तोड़ रहे हैं।
.. को मत ठुकराइए क्योंकि इस राजनीतिक खिलवाड़ में तीन दिन व्यर्थ हो चुके हैं। और इन्ही तीन दिनों में हमारे देशवासी सड़कों पर चलते हुए दम तोड़ रहे हैं। 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 19, 2020
कांग्रेस ने नई सूची सौंपने को कहा
प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार को बसों की नई सूची सौंपने की बात भी कही है। प्रियंका गांधी के अनुसार यूपी सरकार ने 1049 बसों में से 879 बसों को जांच में सही पाया है। प्रियंका ने यूपी सरकार से विनती करते हुए कहा कि ऊंचा नागला बॉर्डर पर यूपी प्रशासन ने 500 बसों से ज्यादा को घंटों से रोक रखा है। दिल्ली बॉर्डर पर भी 300 से ज्यादा बसें पहुंच गई हैं। कृपया इन 879 बसों को तो चलने दीजिए। साथ ही प्रियंका ने ये भी माना कि उनकी और से भेजी गई सूची में गलत जानकारी भी दी हई थी। प्रियंका ने कहा कि हम आपको कल 200 बसें की नी सूची सौंप देंगे। बेशक आप इस सूची की भी जांच कर लीजिएगा। लोग बहुत कष्ट में हैं। दुखी हैं। हम और देर नहीं कर सकते।
..हम आपको कल 200 बसें की नयी सूची दिलाकर बसें उपलब्ध करा देंगे। बेशक आप इस सूची की भी जाँच कीजिएगा।
लोग बहुत कष्ट में हैं। दुखी हैं। हम और देर नहीं कर सकते।
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— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 19, 2020
कांग्रेस ने की है धोखाधड़ी
प्रियंका गांधी के 1000 बसें देने के प्रस्ताव को योगी सरकार ने स्वीकार कर लिया था। इसके बाद यूपी सरकार ने प्रियंका गांधी से बसों की सूची मांगी थी। यूपी सरकार के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के अनुसार कांग्रेस की ओर से भेजी गई सूची की जांच की गई थी और इसमें पाया गया था कि जिन बसों का विवरण भेजा गया है। उनमें से कई वाहन दोपहिया, ऑटो और माल ढोने वाली गाड़ियां हैं। जिसके चलते इन्होंने प्रियंका पर और कांग्रेस पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।
वहीं आरोप लगने के बाद प्रियंका ने अपना पक्ष रखते हुए यूपी सरकार को ही दोषी माना है और कहा है कि उनकी सूची में 879 बसें सही हैं और इन बसों को यूपी सरकार ने बॉर्डरों पर रोका है।
इतना नहीं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने यूपी सरकार पर राजनीति करने का आरोप भी लगाया है। लल्लू के अनुसार सरकार लोगों को भ्रमित कर रही है। राजनीति करने के लिए जानबूझकर फर्जी नंबर गढ़े गए हैं। हमारी और से जो सूची भेजी गई है आप चाहे तो उन्हें सत्यापित करा सकते हैं।
5 बजे पहुंचा दी जाएंगी बसें
वहीं अब प्रियंका गांधी की ओर से योगी सरकार को पत्र लिखकर कहा गया है कि बसें शाम पांच बजे तक नोएडा और गाजियाबाद पहुंचा दी जाएंगी। ये बसें राजस्थान और दिल्ली से आ रही हैं। इनके लिए दोबारा परमिट दिलाने का काम जारी है। जिसमें समय लगेगा।