भागवत कथा में जप रहे हैं अल्लाह और मौला का नाम, आखिर क्या हो गया है इन गुरुओं को : देखें वीडियो
आनंदमूर्ति माँ से लेकर मोरारी जी बापू और चित्रलेखा तक, सब ले रहे हैं अल्ला का नाम
कई हिंदू धार्मिक गुरु आजकल ‘अली मौला’ के नाम का जाप कर रहे हैं और लोगों को भी अली के नाम का जाप करने को कहे रहे हैं। खुद को हिंदू धर्म का प्रचारक बताने वाले ये गुरु भागवत कथा सुनाने की जगह ‘अली मौला’ का जिक्र करते हैं। ताकि लोगों का धर्मांतरण करवाया जा सके। इन धार्मिक गुरुों पर लाखों हिंदूओं की आस्था है और ये लोग इनकी कही हर बात का पालन करते हैं। लेकिन ये गुरु हिंदू होकर और भगवा रंग पहनकर हिंदूओं का धर्मांतरण करवाने का खेल खेल रहे हैं। कई समय से सोशल मीडिया पर ऐसी कई वीडियो वायरल हो रही हैं, जिनमें ये गुरु लोगों को अली के नाम का जाप करने को कहे रहे हैं।
इतना ही नहीं लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए ये गुरु लड़कियों के नाच गाने का सहारा भी ले रहे हैं ताकि अधिक संख्या में युवा इनके साथ जुड़ सकें। प्रवचन सुनाते समय ये गुरु कहानियों का सहारा लेते हैं और कहानियों की मदद से इस्लाम धर्म के बारे में हिंदूओं को बताते हैं।
देखें यह वीडियो:
मोरारी बापू
मोरारी बापू को लाखों लोग मानते हैं और ये अक्सर रामकथाओं पर प्रवचन दिया करते थे। लेकिन अब इन्होंने रामकथाओं में अली का नाम भी लेने शुरू कर दिया है। मोरारी बापू काफी समय से हिंदू धर्म को इस्लाम से जोड़ रहे हैं और हिंदू लोगों को इस्लाम का ज्ञान दे रहे हैं। अपने प्रवचनों में अली का नाम लेते हुए ये कहते हैं कि जो कुछ भी ये बोलते हैं उनसे वो सब अल्लाह बुलवाते हैं। अपने प्रवचनों के माध्यम से ये लोगों को मोहम्मद साहब के किस्से सुनाते हैं और उन्हें हीरो बताते हैं। मोरारी बापू की कई ऐसी वीडियो सोशल मीडिया पर मौजूद है जिसमें ये साफ तौर पर इस्लाम का प्रचार कर रहे हैं और हिंदू लोगों की भावनाओं के साथ खेल रहे हैं। ये राम के नाम की जगह लोगों को अली का नाम लेने को कहते हैं।
देवी चित्रलेखा
चित्रलेखा का जन्म 19 जनवरी 1997 में हरियाणा के एक ब्राहमण परिवार में हुआ था और ये राम जी और कृष्ण जी के गाने गाकर बेहद ही प्रसिद्ध हो गई थी। इनके लाखों की संख्या में भक्त हैं जो कि इनपर बेहद विश्नास करते हैं। लेकिन ये अपने प्रवचन में हर धर्म को एक जैसा ही बताती हैं और कहती है कि अगर हम नमाज का सम्मान कर लेंगे तो क्या हो जाएगा। हालांकि इनकी इस बात का विरोध कई लोगों ने किया है और इनसे ये सवाल भी पूछा है कि नमाज में अल्ला हू अकबर पढ़ा जाता है। जिसका मतलब होता है कि अल्ला के सिवा कोई और भगवान नहीं है। ऐसे में इस धर्म को अन्य धर्म के बराबर कैसे कहा जा सकता है?
चित्रलेखा के फेसबुक में 20 लाख से अधिक फॉलोआर हैं और इनके प्रवचन सुनने के लिए हजारों की संख्या में लोग आते हैं। ऐसे में आप इस चीज का अंदाजा लगा सकते हैं कि ये अपने प्रवचन से कितने लोगों को प्रभावित कर सकती हैं।
चिन्मयानंद गुरु
चिन्मयानंद गुरु जो कि रेप के आरोपी हैं वो भी इस्लाम धर्म का गुण गान करते हैं और हिंदू लोगों को तुझको अल्ला रखे जैसे गाने सुनाते हैं। राम का नाम जपने की जगह ये भी अल्ला अल्ला करते हैं। ताकि लोग इस्लाम धर्म के मानने लग जाए।
आखिर क्यों लेते हैं ये अल्ला का नाम
कई लोगों का ऐसा माना है कि इन गुरुओं का कनेक्शन खाड़ी के देशों से हैं। ये देश इन गुरुओं को इस्लाम का प्रचार करने के लिए फंडिंग करते हैं। खाड़ी देशों से कई संख्या में लोग इनके प्रवचनों में शामिल भी होने के लिए आते हैं। जो कि इस बात का सबूत है। इसके अलावा अगर इन सभी गुरुओं के प्रवचनों को सुना जाए तो आप पाएंगे की इन प्रवचनों में कही जाने वाली बातें एक जैसी होती हैं। यानी इन सबका स्त्रोत एक ही है। दरअसल खाड़ी देश शुरू से ही इस्लाम धर्म को बढ़ावा देने का काम करते हैं और इस धर्म को फैलाने के लिए ये देश कई लोगों की फंडिंग करते हैं। ताकि ये लोग इनका मकसद पूरा कर सकें और इस धर्म को प्रसिद्ध बना सकें। हालांकि ऊपर बताए गए गुरुओं का खाड़ी देशों का साथ कोई कनेक्शन है कि नहीं इसके बारे में हम कोई दावा नहीं करते हैं।
विश्व हिंदू परिषद् ने जताई नाराजगी
इन गुरुओं द्वारा राम के नाम में अल्ला का नाम लेने पर कई सारे हिंदू समाज के रक्षकों ने आपत्ति जताई है और समय-समय पर ये इन गुरुओं का विरोध भी करते रहते हैं। हिंदू धर्म के रक्षकों का माना है कि ये लोग धार्मिक गुरु बनकर इस्लाम धर्म का प्रचार कर रहे हैं और हिंदूओं का धर्म बदलवाने कि कोशिशों में जुटे हुए हैं। मोरारी बापू पर तो विश्व हिंदू परिषद् ने इस्लाम को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया है और इनके खिलाफ अभियान भी शुरू किया है।
इसके अलावा श्री पंचायती अखाड़ा के स्वामी चिदंबरा सरस्वती ने इन गुरुओं के खिलाफ फेसुबक पर एक पोस्ट भी लिखा है जिसमें, इन्होंने कहा है कि कई लोग मुझे फोन करते हैं और मुझे मुंह बंद करने को कहते हैं। लेकिन मैं अपना काम जारी रखने वाला हूं। अगर कोई कथा सुनाते समय विधार्मियों का गुणगान करेगा तो इसकी अनुमति नहीं दी जाएगी। ये लोग प्रवचन सुनाते समय कहानी सुनाते हैं और इसकी मदद से लोगों के मन में अन्य धर्म की जागृति पैदा करते हैं।
धर्मांतरण का खतरा
जिस तरह से ये लोग हिंदूओं के मन में इस्लाम धर्म की जागृति पैदा करने का काम कर रहे हैं उससे धर्मांतरण का खतरा काफी अधिक है। ये गुरु अपने प्रवचनों के माध्यम से लोगों को इस्लाम धर्म की विशेषताएं बताते हैं और लोगों के मन में इस धर्म का बीज बोते हैं।
कट्टरता की दी जाती है सिख
आखिर ये गुरु ऐसा क्यों करते हैं। क्योंकि इस्लाम धर्म में तो केवल एक ही भगवान को माना जाता है जो कि अल्ला है और इस्लाम धर्म का पालन करने वाले लोग किसी अन्य धर्म पर यकीन नहीं करते हैं। इस्लाम धर्म में कट्टरता की सिख दी जाती है। ऐसे में भगवा रंग पहनने वाले ये गुरु इस धर्म का प्रचार करने में लगे हुए हैं और हिंदूओं को मुस्लिम बनाने की कोशिश कर रहे हैं।