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शनि, राहु और केतु ग्रह का दोष है तो अपनाएँ यह आसान उपाय, सदा आप पर रहेंगे प्रसन्न

कुंडली में शनि, राहु और केतु ग्रह के गलत घर में होने से जातक को केवल परेशानियों का ही सामना करना पड़ता है और इन तीनों ग्रहों की खराब दिशा होने पर जीवन दुखों से भर जाता है। जिन लोगों की कुंडली में इन तीनों ग्रहों का बुरा प्रभाव होता है, वो लोग अक्सर बीमार रहते हैं और आर्थिक परेशानी से घिरे रहते हैं। कुंडली में शनि, राहु और केतु ग्रह के गलत घर में होने पर इन्हें अनदेखा ना करें और इन तीनों ग्रहों को शांत करने के लिए उपाय करें। हम आपको कुछ ऐसे ही उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं। जिनको करने से ये तीनों ग्रह आसानी से शांत किए जा सकते हैं और इन ग्रहों से मुक्ति पाई जा सकती हैं।

शनि, राहु और केतु दोष से मुक्ति पाने के लिए करें ये उपाय

मछलियों को खिलाएं आटा

मछलियों को आटा खिलाने से ये ग्रह शांत हो जाते हैं और इनका प्रकोप आपके जीवन पर नहीं पड़ता है। कुंडली में इन ग्रहों के गलत स्थान पर होने पर आप बस मछलियों को आटा डाल दें। शुक्रवार और शनिवार के दिन मछलियों को आटा डालने से ये ग्रह तुरंत शांत हो जाएंगा। आप चाहें तो आटे की जगह मछलियों को काली उड़द दाल भी डाल सकते हैं।

ऐसे करें ये उपाय

आप एक काले रंग के कपड़े के अंदर आटा या उड़द की दाल बांध दें। फिर इस कपड़े को सोते समय अपने सिरहाने के नीचे रख दें। इसके बाद सुबह उठकर आटा या उड़द दाल मछलियों को डाले दें और काले कपड़े को जल में प्रवाहित कर दें। ये उपाय करने से इन ग्रहों का दोष आप पर नहीं पड़ेगा। आप इस उपाय को शुक्रवार और शनिवार के दिन ही करें।

करें गरीबों का दान

गरीब लोगों को चीजें दान करने से भी इन ग्रहों को शांत किया जा सकता है। आप शुक्रवार के दिन किसी विकलांग को मूली दान करें और मूली के साथ 11 रुपए भी दें। वहीं अगले दिन यानी शनिवार को किसी गरीब व्यक्ति को काले रंग का कंबल दे दें। ये उपाय करने से शनि-राहु और केतु तीनों ग्रहों का दोष दूर हो जाएगा।

करें हनुमान जी की पूजा

हनुमान जी की पूजा करने से भी ये ग्रह शांत हो जाते हैं। शास्त्रों के अनुसार मंगलवार के दिन जो लोग हनुमान जी की पूजा करते हैं और इनके सामने सरसों के तेल का दीपक जलाते हैं, उन लोगों की रक्षा हनुमान जी करते हैं। इसलिए कुंडली में इन ग्रहों के भारी होने पर आप हनुमान जी की पूजा करें।

इस तरह से करें पूजा

शाम के समय हनुमान जी के मंदिर में जाकर उनके सामने सबसे पहले एक तेल का दीपक जला दें। उसके बाद हनुमान चालसी को पढ़ें। चालीसा को पूरा पढ़ने के बाद हनुमान जी के पैरों को छूएं और तिलक को अपने माथे पर लगा लें। पूजा पूरी करने के बाद हनुमान जी से प्रार्थना करें कि वो इन ग्रहों को शांत कर दें और ये ग्रह आपके अनुकुल रहे। इस तरह से आप लगातर 11 मंगलवार हनुमान जी की पूजा करें। अगर आप मंदिर नहीं जा सकते हैं तो घर में ही हनुमान चालीसा पढ़ लें।

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