चाणक्य के अनुसार पिछले जन्म के इस पुण्य के आधार पर ही मिलती है सर्व गुण सम्पन्न पत्नी
चाणक्य को एक महान ज्ञानी माना जाता है और आज भी लोग इनकी नीतियों का पालन करते हैं। अपनी अनमोल नीतियों के जरिए चाणक्य जी ने काफी कुछ चीजें इंसानों को सिखाने की कोशिश की है। ताकि इंसान इन नीतियों का पालन कर अपने जीवन में कामयाब हो सके। आज हम आपको चाणक्य की एक ऐसी ही नीति के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसकी मदद से चाणक्य ने ये बताने की कोशिश की है कि कैसे अच्छे कर्मों की वजह से ही भविष्य को अच्छा बनाया जा सकता है।
भोज्यं भोजनशक्तिश्च रतिशक्तिर्वराङ्गना ।
विभवो दानशक्तिश्च नाल्पस्य तपसः फलम् ॥
पूर्ण जन्म से जुड़े इस श्लोक का जिक्र चाणक्य नीति के दूसरे अध्याय में किया गया है और इस श्लोक में जरिए चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को 5 चीजें पिछले जन्म के पुण्यों के आधार पर मिलती हैं। जो कि इस प्रकार हैं।
अच्छा भोजन
चाणक्य के मुताबिक जिन लोगों को इस जन्म में खाने के लिए अच्छा भोजन मिलता है वो लोग समझ ले की उन्होंने पूर्ण जन्म में अच्छा कार्य किया होगा। साथ में ही जिन लोगों को खाना अच्छे से पच जाता है यानी जिनकी पाचन शक्ति मजबूत होती है। उन लोगों ने भी अपने पिछले जन्म में सही कर्म किए होते हैं। तभी उनकी पाचन शक्ति मजबूत होती है।
सर्व गुण सम्पन्न और समझदार पत्नी
चाणक्य के अनुसार जिन लोगों को सुंदर और गुणवान स्त्री मिलती है वो लोग भाग्य वाले होते हैं। सुंदर और गुणवान स्त्री मिलना भी पूर्ण जन्म के कर्म का ही फल होता है। जो लोग पिछले जन्म में अपने जीवन साथी की कदर करते हैं। उन्हीं लोगों को अच्छी पत्नी का सुख मिलता है।
धन का सही इस्तेमाल करने वाले लोग
चाणक्य के श्लोक के मुताबिक जो लोग अच्छे से अपने धन को संभालते हैं और अच्छे से धन का खर्च करते हैं, वो भी किस्मत वाले होते हैं। चाणक्य के अनुसार धनवान होने से ज्यादा जरूरी है कि व्यक्ति को ये पता हो कि पैसों का इस्तेमाल कैसे किया जाता है। जिस व्यक्ति के अंदर पैसों का सही से प्रयोग करने का गुण होता है। उन लोगों ने पिछले जन्म में अच्छे कार्य किए होते हैं। यानी अगर आप अपने पैसों का सही से प्रयोग करते हैं, तो समझ ले की आपने पिछले जन्म में पुण्य कमाया है।
दान देने वाले लोग
दान करना सबसे बड़ा पुण्य माना जाता है और बेहद ही कम लोगों के अंदर दान करने की शक्ति होती है। चाणक्य के अनुसार जो लोग चीजों का दान करते हैं, उन लोगों ने पिछले जन्म में पुण्य का काम किया होता है। हर किसी व्यक्ति को दान करने का सौभाग्य नहीं मिलता है। कई बार लोगों के पास धन तो खूब होता है। लेकिन उनको फिर भी दान करने का मौका नहीं मिलता है। वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं कि जिनके पास धन कम होने पर भी उनको दान करने का मौका मिलता है।
काम के वश में ना आने वाले लोग
चाणक्य के अनुसार जो लोग काम के वश में आसानी से आ जाते हैं उन लोगों ने पिछले जन्म में बुरे कर्म किए होते हैं। क्योंकि काम के वश में आने से इंसान का विनाश जल्द ही हो जाता है।