9 माह की गर्भवती होने के बावजूद भी फर्ज निभा रही है ये नर्स, कोरोना मरीजों की कर रही है सेवा
कोरोना वायरस के संक्रमण काल में स्वास्थ्य कर्मी लोगों की सेवा में दिन-रात जुटे हुए हैं, डॉक्टर्स लोगों के लिए किसी भगवान से कम नहीं है, भले ही डॉक्टर्स खुद परेशानी झेल रहे हैं लेकिन इस मुश्किल घड़ी में यह अपनी सभी परेशानियों को भूलकर लोगों की सेवा में जुटे हुए हैं, जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं दिन पर दिन कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं, जिसकी रोकथाम के लिए सरकार तरह-तरह के कदम उठा रही है और इस संक्रमण की रोकथाम के लिए लॉक डाउन भी कर दिया गया है इस दौरान लोग अपने घरों में ही रहेंगे, लॉक डाउन की अवधि में प्रशासन भी लोगों की पूरी मदद कर रहा है और स्वास्थ्य कर्मी भी दिन रात एक करके कोरोना मरीजों की सेवा में जुटे हुए हैं, लेकिन हम आपको एक ऐसी नर्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं जो 9 महीने की गर्भवती है परंतु इसके बावजूद भी वह रोजाना ही ड्यूटी पर जाती है और कोरोना मरीजों की सेवा करती है।
अगर हम आमतौर पर देखें तो किसी भी गर्भवती महिला को आठवें और नौवें महीने में ज्यादा से ज्यादा आराम देने की सलाह दी जाती है, मगर हम आपको कर्नाटक के एक अस्पताल में कार्य कर रही 9 महीने की गर्भवती नर्स के बारे में बता रहे हैं, जो गर्भवती होने के बावजूद भी अपना फर्ज निभाने में लगी हुई है और कोरोना संकट में वह अपने मरीजों की सेवा कर रही है, हम आपको जिस नर्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं उसका नाम रूपा प्रवीण राव है, रूपा कर्नाटक के गजानुरू गांव में रहती है और वह जयाचमाराजेंद्र सरकारी अस्पताल में नर्स के रूप में कार्य कर रही है।
खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि रूपा का ताल्लुक अस्पताल के कई गांवों से घिरा हुआ है और इन गांव के लोगों को इनकी बहुत ही आवश्यकता है, रूपा प्रवीण राव 9 महीने की गर्भवती है, इसलिए उनके बड़े अधिकारियों ने उनको छुट्टी लेने के लिए भी कहा था परंतु रूपा ने छुट्टी ना लेकर कोरोना पीड़ित मरीजों की मदद करने की इच्छा जताई और वह रोजाना बिना अवकाश के ड्यूटी कर रही है, रूपा रोजाना ही अपनी ड्यूटी पर आ रही है और पूरी ईमानदारी के साथ 6 घंटे की शिफ्ट करके जाती हैं, अपनी ड्यूटी के समय में यह अपने मरीजों की ठीक प्रकार से देखभाल करती हैं।
रूपा प्रवीण का हौसला और इनके कार्य के प्रति समर्पण सराहनीय है, रूपा का ऐसा बताना है कि उनके कार्य से प्रभावित होकर राज्य के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने उन्हें फोन भी किया था और उनके हौसले की तारीफ भी की थी, राज्य के सीएम ने रूपा को यह सलाह दी थी कि इस अवस्था में उनको आराम करना चाहिए, लेकिन रूपा कोरोना वायरस संक्रमण की जंग लड़ रही है और सबके साथ मिलकर इस महामारी को हराने की कोशिश में लगी हुई है, रूपा अपनी जिंदगी को खतरे में डालकर लोगों की सेवा में जुटी हुई है, इनके जज्बे को सलाम करते हैं, इनकी जितनी भी तारीफ की जाए उतनी ही कम है।