केवल वस्त्रहीन लोगों से ही ये राजा करता था मुलाकात, शौक पूरा करने के लिए रखी थी 365 रानियां
भूपिंदर सिंह पटियाला रियासत के राजा हुआ करते थे और इन्होंने करीब 38 सालों तक पटियाला रियासत पर हुकुमत की थी। इनकी 5 पत्नियां हुआ करती थी और पत्नियों के अलावा इनके 300 से अधिक औरतों के साथ संबंध भी हुआ करते थे। इन औरतों को इन्होंने रानियों का ही दर्जा दे रखा था। इसके अलावा राजा भूपिंदर सिंह ने एक खास महल भी बनवा रखा था, जहां पर उन्हीं लोगों को आने की अनुमति दी जाती थी। जो कि बिना वस्त्र के होते थे। इस महल में आने से पहले हर व्यक्ति को अपने वस्त्र उतारने पड़ते थे।
भूपिंदर सिंह के जीवन से जुडी इन बातों का जिक्र एक किताब में किया गया जो कि इनके जीवन पर लिखी गई है। भूपिंदर सिंह के जीवन पर लिखी गई ये किताब इनके ही दीवान जरमनी दास ने लिखी है। इस किताब में महाराजा के रंगीनमिजाजी से जुड़े काफी सनसनीखेज खुलासे किए गए हैं और इन्हीं खुलासों के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।
किताब के अनुसार महाराजा रजिंदर सिंह की मौत के बाद भूपिंदर सिंह के पास पटियाला रियासत की बागडोर आ गई। जिस समय इन्हें राजा बनाया गया, उस वक्त इनकी आयु महज 9 साल की थी। हालांकि इनको राज्य की कामान औपचारिक तौर पर 18 साल की उम्र में दी गई थी।
रानियों के लिए रखा था हेयर स्टाइलिश
स्कूपवूप में लिखे एक लेख के अनुसार राजा के कुल 82 बच्चे थे, जो कि इनकी पांच पत्नियों से थे। इन बच्चों में से केवल 53 बच्चे ही जीवित बच सके थे। महाराज ने अपनी रानियों के लिए पटियाला में भव्य महल बना रखा था और इस मगल में रानियों को हर सुविधा दी गई थी। ये महल बेहद ही सुंदर हुआ करता था और रानियों के लिए इस महल में डॉक्टर रखे गए थे। जो कि उनकी सेहत का ख्याल रखते थे। इसके अलावा महाराज ने रानियों के लिए हेयर स्टाइलिश भी रखे हुए थे। वहीं रानियों की खूबसूरती बनी रहे इसके लिए प्लास्टिक सर्जनों को भी बुलाया जाता था।
लालटेन की मदद से चुनते थे रानी
रोज राजा नई रानी के साथ शाम बिताया करते थे और रानी का चुनाव लालटेन की मदद से करते थे। राजा के महल में 365 रानियां थी और हर एक रानी के नाम की लालटेन रोज जलती थी। जो लालटेन सबसे पहले बुझ जाती थी, राजा उस रानी के साथ अपनी शाम गुजारा करते थे।
करते थे पूल पार्टी
भूपिंदर सिंह ने एक खास महल भी बनवा रखा था जो कि पूल पार्टी के लिए था। इस महल में राजा अपनी रानियों के साथ पूल पार्टी किया करते थे और केवल खास लोगों और उनकी रानियों को ही बुलाते थे।
लीला भवन
भूपिंदर सिंह ने एक खास महल का निर्माण करवाया था और इस महल को ये प्रेम मंदिर कहते थे। इस प्रेम मंदिर में बिना कपड़ों के ही लोगों को भीतर जाने की इजाजत दी जाती थी। राजा के इस शौक के बारे में Freedom at Midnight, में भी जिक्र किया गया है और किताब के लेखक Dominique Lapierre और Larry Collins के अनुसार ये राजा एक एनुअल रिचुअल करते थे। जिसमें राजा बिना कपड़ों के सिर्फ हीरों का एक हार पहनकर परेड करते थे।
हिटलर को की थी गाड़ी गिफ्ट
The Automobiles of the Maharajas नाम से लिखी गई एक किताब के अनुसार जब महाराज साल 1935 में जर्मनी गए थे। तो उन्होने एक Maybach कार हिटल को तोहफे में दी। ये राजा बेहद ही अमीर हुआ करते थे और इनके बाद काफी सारी धन दौलत थी।