चाणक्य नीतिः इन 6 कामों को कर लिया तो बन जाएंगे सबसे धनवान, कभी नहीं होगी धन की कमी
धन की जरुरत हर किसी को है, लेकिन सही रास्तों से कमाया गया ही धन मनुष्य का जीवन सफल बनाता है
रुपया-पैसा मनुष्य के जीवन में बहुत ही महत्व रखते हैं। धन के बिना इस दुनिया में गुजारा करना बेहद मुश्किल है। पहले के समय से लेकर आज के समय में रुपया ही एक ऐसी चीज है जिसकी जरुरत नहीं बदली है। किसी भी काम के लिए आपको धन की आवश्यकता पड़ेगी। अगर आपके पास धन ना हो तो आपके काम में बहुत सी रुकावटें आएंगी। ऐसे में हर कोई ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने की लालसा में लगा रहता है।
महान अर्थशास्त्रि आचार्य चाणक्य ने भी अपनी नीतियों में धन और लक्ष्मी को लेकर कई बातें बताई हैं। चाणक्य बताते हैं कि कैसे मनुष्य धन संपदा को लंबे समय के लिए संचित करके रख सकता है। ऐसे में आपको बताएंगे उन नीतियों के बारे में जिसके चलते आप पैसे कमा भी सकते हैं और बचा भी सकते हैं।
खुद से करे संचय
आपके पास जितने भी पैसे हों आपको वो कभी भरपूर नहीं लगेंगे। मनुष्य की इच्छाएं अनंत हैं इसलिए उसकी पैसे की इच्छा कभी कम नहीं होती। ऐसे में समझदार व्यक्ति वही है जो जरुरत के हिसाब से पैसे खर्च करे और भविष्य के लिए पैसे भी बचाए। धन संचय करना एक तरह की कला है जिसमें माहिर व्यक्ति अपने वर्तमान के साथ साथ भविष्य भी सुरक्षित कर लेता है। जो व्यक्ति सिर्फ पैसे उड़ाता रहता है उसे भविष्य में कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है।
जोखिम उठाए
हम में से अधिकतर लोग बिना ज्यादा मेहनत किए, बिना जोखिम उठाए पैसे कमाने के बारे में सोचते हैं। जोखिम उठाने का मतलब डाका डाल देने से नहीं है। इसका मतलब ये है कि जो अपने नौकरी के समय या बिजनेस के समय जोखिम नहीं उठाता है उसे जीवन में पैसे की सफलता नहीं मिल पाती है। अगर आपने जीवन में कोई जोखिम नहीं उठाया तो समझ जाइए कि आप कुछ गलत कर रहे हैं।
सही इस्तेमाल
जब आपके हाथ में पैसा होता है तो समझ नहीं आता की क्या ले लें और क्या छोड़ दें। इन्हीं सबके बीच जो व्यक्ति अपने विवेक का इस्तेमाल करके पैसे का सही इस्तेमाल करता है उसे कभी धन की हानि नही होती। गलत मकसद और अय्याशी के लिए धन खर्च करने वाले व्यक्ति से लक्ष्मी मां रुठ जाती हैं और उसके पास धन कभी नहीं टिकता।
अधर्म से दूर रहें
संसार में घर चलाने के लिए और पेट पालने के लिए रुपया-पैसा कमाना बहुत जरुरी है। हालांकि अगर धन के लालच में अगर आपको कभी अधर्म का साथ देना पड़े या पैसे के लिए दुश्मन से हाथ मिलाना पड़े तो इस पैसे का कोई मतलब नहीं होगा। हर व्यक्ति के अपने उसूल होते हैं अगर पैसे के लिए आपको अपने उसूलों का त्याग करना पड़ा तो बहुत अमीर बनकर भी आप कभी खुश नहीं रह पाएंगे। अधर्म के रास्ते से आया पैसा बहुत ज्यादा हानि पहुंचाता है और व्यक्ति को कई तरह की यातनाएं झेलनी पड़ती है।
लक्ष्य
हर व्यक्ति के जीवन में कुछ बन जाने का या हासिल करने का कोई लक्ष्य होता है। जो व्यक्ति लक्ष्यहीन होता है उसके जीवन में कुछ भी सही नहीं होता। अगर आप अपना लक्ष्य निर्धारण नहीं करेगे तो आपको जीवन में सफलता नहीं देनी चाहिए। साथ ही अपने धन से संबंधित मामलों को हर किसी को ना बताएं इससे आपका काम बिगड़ सकता है।
धन का सही खर्च
कुछ लोग संचय करने का काम बहुत अच्छा करते हैं, लेकिन सही तरीके से उसका उपयोग नहीं करते। चाणक्य के अनुसार जिस प्रकार बर्तन में रखा पानी ज्यादा देर रखा रह जाए तो खराब हो जाता है वैसे ही अगर संचित धन का सही इस्तेमाल ना किया जाए तो एक समय के बाद उसकी कोई वैल्यू नहीं रह जाती। ऐसे में पैसे का सही इस्तेमाल करने के साथ साथ दान-दक्षिणा भी देते रहना चाहिए।