एयर इंडिया के 5 पायलट पाए गए कोरोना संक्रमित, हाल ही में विमान लेकर गए थे चाइना
एयर इंडिया के पायलट वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों में फंसे भारतीयों को देश में लाने में लगे हुए हैं। ताकि इस संकट में विदेशों में फंसे लोगों की घर वापसी हो सके। इसी बीच एयर इंडिया के पांच पायलट कोरोना पॉजिटव पाए गए हैं। इन पायलटों की मुंबई में प्री-फ्लाइट जांच की गई थी। जिसमें ये कोरोना से संक्रमित पाए गए। हैरान करने की बात ये है कि इन सभी पायलटों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखे हैं। लेकिन टेस्ट करने पर ये इस वायरस से संक्रमित पाए गए। कहा जा रहा है कि कुछ दिन पहले ही ये पांचों पायलट कार्गो फ्लाइट लेकर चीन गए थे और शायद इस दौरान ही ये कोरोना से संक्रमित हो गए हैं।
दरअसल उड़ान भरने से 72 घंटे पहले पायलटों का प्री-फ्लाइट टेस्ट किया जाता है। वहीं इस टेस्ट में ये पांच पायलट कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। जिसके बाद इन्हें अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है और इनका इलाज चल रहा है।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के बाद भी कई सारे देशों से कार्गो उड़ानों का संचालन किया जा रहा है और ये संचालान एयर इंडिया कर रही है। हाल ही में चिकित्सा से जुड़ा सामान लेने के लिए दिल्ली से ग्वांग्झो बोइंग 787 ने उड़ान भरी थी। इसके अलावा ये एयरलाइन शंघाई और हॉन्गकॉन्ग भी गई थी। ये उड़ान 18 अप्रैल को संचालित की गई थी।
रिजल्ट निगेटिव आने पर ही जाते हैं ड्यूटी पर
उड़ान भरने के बाद जब पायलट वापस आते हैं तो उन्हें होटल में रखा जाता है और उनका टेस्ट लिया जाता है। इस टेस्ट की रिपोर्ट आने में 24-48 घंटे का समय लग जाता है। टेस्ट निगेटिव आने पर पायलट को घर भेज दिया जाता है। इसके पांच दिनों बाद फिर से क्रू का एक और टेस्ट किया जाता है और ये टेस्ट सही आने पर ही उन्हें उड़ान के लिए मंजूरी दी जाती है।
मिशन पर पड़ सकता है असर
कोरोना वायरस से ग्रस्त हुए पांच पायटलों की खबर के बारे में एयर इंडिया की ओर से अभी कोई बयान जारी नहीं किया गया है। सूत्रों के अनुसार इस खबर से कुछ पायलट चिंतित हो गए हैं और ऐसे में वंदे भारत मिशन पर असर पड़ सकता है। अभी भारत की और से न्यूयॉर्क, रूस जैसी जगहों पर भी उड़ानें भेजी जानी हैं और इन जगहों पर कोरोना वायरस बुरी तरह से फैला हुआ है।
15 मई से शुरू होगा दूसरा फेज
वंदे भारत मिशन का इस समय पहला फेज चल रहा है और इस फेज के तहत 14 मई तक 12 देशों से 14 हजार 800 भारतीयों को लाने का लक्ष्य है। वहीं 15 मई से इस मिशन का दूसरा फेज शुरू किया जाएगा और इस फेज के तहत सेंट्रल एशिया और यूरोपीय देशों जैसे- कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, रूस, जर्मनी, स्पेन और थाईलैंड से भारतीयों को लाया जाएगा।
वंदे भारत मिशन के तहत भारत लौट रहे लोगों को खुद से ही अपना खर्चा उठाना होगा। वहीं अभी तक हजारों की संख्या में कई सारे भारतीय इस मिशन के तहत भारत वापस आ गए हैं। इस मिशन के तहत एयर इंडिया के विमानों को इन देशों में भेजा जा रहा है और ऐसे में विमान के क्रू की सुरक्षा का खासा ध्यान रखा जा रहा है। लेकिन फिर भी 5 पायलट कोरोना से संक्रमित हो गए हैं।