जल्द शुरु हो सकती है Zomato पर शराब की होम डिलीवरी, कंपनी के CEO ने भेजा प्रस्ताव
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए संपूर्ण देश में लॉकडाउन घोषित है, जिसके तीसरे चरण की भी शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में लॉकडाउन के तीसरे चरण में लोगों को काफी छूट दी गई है, जिसके तहत शराब की दुकानों को खोलने का भी आर्डर दिया गया और वे खुली भी, लेकिन अगर हम कहें कि अब शराब पीने के लिए आपको बाहर जाने की ज़रूरत नहीं है, बल्कि घर में ही आपको मिल सकती है, तो शायद आपको यकीन नहीं होगा। तो चलिए एक नजर डालते हैं पूरी खबर पर।
लॉकडाउन में सभी को घरों में रहने की सलाह दी जा रही है, लेकिन जब से शराब की दुकानें खुली हैं, तब से ठेकों पर भारी संख्या में भीड़ देखने को मिल रही है। शराब के ठेकों पर भारी भीड़ कोरोना के फैलने के खतरे को और भी ज्यादा बढ़ा रहा है, ऐसे में Zomato द्वारा जल्द ही शराब की होम डिलीवरी की सुविधा शुरु हो सकती है। हालांकि, कंपनी की तरफ से फिलहाल सिर्फ प्रस्ताव ही रखा गया है, लेकिन इस समय यह प्रस्ताव किसी लॉट्ररी से कम नहीं है।
शराब की होम डिलीवरी पर विचार कर रही है Zomato
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो Zomato बहुत ही जल्द आपको खाने के साथ साथ शराब की भी होम डिलीवरी दे सकती है, जिसके लिए पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है। कंपनी ने अपने प्रस्ताव को शराब के सबसे बड़े संगठन इंटरनेशनल स्पिरीट्स एंड वाइन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ISWAI) को भेजा है। Zomato के सीईओ मोहित गुप्ता ने खुद इस प्रस्ताव की पेशकश की है, जिसमें उन्होंने ग्रीन और ऑरेंज जोन में होम डिलीवरी करने की बात कही है।
Zomato के पक्ष में आ सकता है फैसला
कोरोना काल में शराब की होम डिलीवरी प्रस्ताव पर जानकारों का कहना है कि ये सबसे बेहतर तरीका हो सकता है, लोगों को ठेकों से दूर रखने का। ऐसे में माना जा रहा है कि ISWAI जोमैटो के पक्ष में ही अपना फैसला सुना सकती है, क्योंकि इस समय सोशल डिस्टन्सिंग से ज्यादा ज़रूरी कुछ और नहीं है। जानकारों की माने तो शराब की होम डिलीवरी होने से ठेकों के बाहर लंबी लंबी कतारे नहीं दिखेंगी और कोरोना के फैलने का खतरा भी नहीं रहेगा।
इन दो राज्यों ने दी शराब की होम डिलीवरी की इजाजत
जहां एक तरफ अभी Zomato के प्रस्ताव पर विचार विमर्श किया ही जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ और पंजाब सरकार ने राज्य में शराब की होम डिलीवरी की इजाजत दे दी है। इसके लिए बकायदा एक गाइडलाइन जारी की गई है। दोनों राज्य की सरकारों का मानना है कि शराब घर पर पहुंचेगी, तो ठेकों पर सोशल डिस्टन्सिंग की धज्जियां नहीं उड़ाई जाएगी और इसके लिए नियम भी बना लिए गए हैं। याद दिला दें कि जब शराब की दुकाने खुली तो ठेकों पर सोशल डिस्टन्सिंग को तार तार किया गया और दिल्ली में तो सुरक्षाबलों का सहारा लेना पड़ा था, लेकिन इसके बावजूद भी लोग ठेकों पर खड़े रहें।