कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए जैसे ही देश में लॉकडाउन की घोषणा की गई, वैसे ही राशन और खाना ज़रूरतमंद लोगों तक पहुंचाने की होड़ देखने को मिली। जी हां, देश के कोने कोने में लोग ज़रूरतमंदों को राशन और खाना पहुंचा रहे हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनकी ज़रूरतों पर किसी ने ध्यान ही नहीं दिया, लेकिन वो कहते हैं न कि ‘भगवान के घर देर होती है, अंधेर नहीं’। और ये लाइन मौजूदा दौर में बिल्कुल फिट बैठ रही है। दरअसल, आरएसएस की तरफ से पिछले कुछ दिनों से एक मुहिम शुरु की गई है, जिसकी तारीफ पूरे देश में हो रही है और होनी भी चाहिए।
संपूर्ण देश में 25 मार्च से लॉकडाउन है, जिसकी वजह से कई तरह की समस्याएं सामने आ रही हैं। ऐसे में देश के सभी लोगों ने एक दूसरे की मदद करने का बीड़ा उठाया है। और यही वजह है कि आजकल कई लोग ज़रूरतमंद लोगों को राशन या खाना मुहैया करवा रहे हैं, लेकिन इन सबके बीच हम उन लोगों को भूल गए, जो चौराहे पर खड़े होकर दिन रात देश की सेवा में लगे हए हैं। दरअसल, हम बात कर रहे हैं तिराहे और चौराहे पर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों की। देश भर के शहरों के विभिन्न हिस्सों में मौजूद ट्रैफिक पुलिस दिन रात देश की सेवा में लगे हुए हैं, लेकिन उन पर ध्यान देने वाला कोई नहीं है। ऐसे में आरएसएस ने ट्रैफिक ड्यूटी करने वालों के लिए एक नई मुहिम शुरु की, जिसकी चर्चा अब पूरे देश में हो रही है।
आरएसएस ने शुरु की ये मुहिम
तिराहे और चौराहे पर ड्यूटी करने वालों की समस्या पर गंभीरता से विचार करते हुए आरएसएस की तरफ से एक मुहिम शुरु की गई। दरअसल, आरएसएस के कार्यकर्ता जगह जगह पर जाकर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को चाय और बिस्कुट उपलब्ध करवा रहे हैं, ताकि संकट की इस घड़ी में वे खुद को अकेला न महसूस करें। बता दें कि पुलिसकर्मी कड़कड़ाती धूप में लगातार अपने ड्यूटी पर बने रहते हैं, ऐसे में आरएसएस की तरफ से शुरु की गई ये पहल काबिले तारीफ है।
इस काम के लिए आरएसएस ने गठित की टीम
पिछले दस दिनों से आरएसएस की तरफ से ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के लिए चाय और बिस्कुट पहुंचाया जा रहा है, जिसके लिए बकायदा टीम गठित की गई है। इस टीम को फिलहाल दो हिस्सों में बांटा गया है। बता दें कि टीम के मेंबर्स लोगों के बीच जाकर उन्हें चाय और बिस्कुट देते हैं। चाय को थर्मस में भरकर ले जाते हैं और फिर तिराहे और चौराहे पर ड्यूटी कर रहे लोगों को देते हैं, जिसके बाद उन लोगों के चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान देखने को मिलती है।
मुहिम में ये लोग हैं शामिल
मिली जानकारी के मुताबिक, इस कार्य में परमानंद, विनीत सिंह, नवीन सिंह, संतप्रसाद अग्रवाल, सत्यविजय राय एडवोकेट, रवि प्रताप सिंह, अभयदत्त गोड़, रणविजय सिंह और अंबिकेश सहयोग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि स्वयंसेवक दोपहर बाद थर्मस में चाय और झोले में नमकीन या बिस्किट लेकर निकल जाते हैं और फिर लोगों का दिल जीतकर घर वापस लौटते हैं।