लॉकडाउन खुलने के बाद स्कूल-कॉलेजों में होगा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, बनाई जा रही है गाइडलाइन
लॉकडाउन की अवधि को केंद्रीय सरकार द्वारा और बढ़ा दिया गया है। वहीं लॉकडाउन खत्म होने के बाद स्कूल और कॉलेजों को किस तरह से खोला जाए और इन जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का कैसे पालन किया जाए। इसके लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) दिशा-निर्देश बनाने में लगा हुआ है। यानी लॉकडाउन के बाद जब भी देश के स्कूल और कॉलेज खोले जाएंगे तो एचआरडी मंत्रालय द्वारा बनाए गए इन दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। एचआरडी मंत्रालय के अधिकारी की और से इस बात की जानकारी दी गई है और एचआरडी मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार स्कूल और कॉलेजों के लिए दिशा-निर्देश बनाए जा रहे हैं। ताकि स्कूल और कॉलेजों में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन हो सके।
एचआरडी मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, लॉकडाउन के बाद जब भी स्कूल और कॉलेज को खोला जाएगा है, तो वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा। हमारी और से विद्यार्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।
ये गाइडलाइन तैयार होते ही इन्हें स्कूल और कॉलेजों में भेजा जाएगा और इनके तहत स्कूल और कॉलेजों को इंतजाम करने होेंगे। स्कूल और कॉलेजों को कक्षाओं, कैंटिन और पुस्तकालय और इत्यादि जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन छात्रों से करवाना होगा।
16 मार्च से बंद है स्कूल और कॉलेज
कोरोना वायरस के कारण देश के सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया था। ताकि कोरोना वायरस फैल ना सकें। वहीं 16 मार्च से बंद पड़े स्कूल और कॉलेजों को जब खोला जाएगा। तो कैसे छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य का ख्याल रखा जाए और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए, इसको लेकर तैयार चल रही है।
बनाई जा रही है अलग-अलग गाइडलाइन
एचआरडी मंत्रालय की और से स्कूलों के लिए अलग और कॉलेजों के लिए अलग गाइडलाइन तैयार की जा रही है। इन गाइडलाइन को तैयार करने की जिम्मेदारी स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग और यूजीसी को दी गई है। स्कूल के लिए स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग की और से गाइडलाइन बनाई जा रही है। जबकि विश्वविद्यालयों एवं उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए यूजीसी द्वारा दिशा-निर्देश बनाए जा रहे हैं। यूजीसी द्वारा विश्वविद्यालयों के नए सत्र और परीक्षाओं को लेकर इससे पहले ही दिशा-निर्देश बनाए जा चुके हैं। जिसमें कहा गया है कि लॉकडाउन के बाद होने वाली परीक्षाओं के समय को कम कर दिया जाए और परीक्षाओं को तीन की जगह दो घंटे का किया जाए।
वहीं कोरोना वायरस के चलते कई सारे स्कूलों की और से ऑनलाइन क्लास भी ली जा रही है। जिसमें बच्चे घर पर बैठे कर ही क्लास का हिस्सा बन पा रहे हैं।
नहीं हो रहे हैं मामले कम
लॉकडाउन लगाने के बाद भी कोरोना वायरस के ममाले कम नहीं हो रहे हैं। जिसकी वजह से लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया जा रहा है। भारत में 3 मई के बाद तीसरी बार लॉकडाउन लगा है। लेकिन लॉकडाउन लगने के बाद भी कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 40 हजार के पास पहुंच गई है। जबकि इस वायरस से मारने वालों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ता जा रहा है और कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 2500 से अधिक हो गई है।