सांसद ने पीएम मोदी से पूछा – भारत कब बनाएगा चांद पर बीयर? जानें क्या था पीएम का जवाब!
नई दिल्ली – गुरुवार को लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान माहौल काफी मजाकिया हो गया जब एक सांसद ने केन्द्र सरकार से सवाल किया कि क्या भारत चांद पर बीयर बनाने के प्रोजेक्ट का हिस्सा है। यह मजाकिया सवाल टीएमसी सांसद शिशिर कुमार अधिकारी ने पूछा था। मजे की बात यह है कि पीएमओ में मंत्री जितेंद्र सिंह ने इस सवाल का जवाब बड़ी गंभीरता से दिया। आपको बता दें कि शिशिर ने प्रश्नकाल के दौरान पूछा कि पीएम मोदी हमें बताएं कि क्या भारत चांद पर बीयर बनाने की योजना बना रहा है? beer on the moon.
क्या है पूरा मामला –
दरअसल, तृणमूल कांग्रेस के सांसद शिशिर कुमार अधिकारी ने चांद पर बीयर बनने को लेकर सवाल पूछकर सबको चौंका दिया। उन्होंने सवाल पूछा था कि क्या कोई भारतीय अंतरिक्ष यान चांद पर बीयर बनाने की योजना बना रहा है? यदि हां तो इस योजना से जुड़ी जानकारियां क्या हैं और यीस्ट (खमीर) टेस्ट कितना व्यवहारिक है।
इसके जवाब में पीएमओ में कार्यरत जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की चांद पर बीयर बनाने जैसी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह की योजना का प्रस्ताव निजी तौर पर मून मिशन के लिए काम कर रही टीम इंडस ने दिया था। ये खोज सिर्फ अंतरिक्ष यान में खमीर और किण्वन की प्रक्रिया से बीयर बनाना संभव है या नहीं इसपर सीमित थी।
कहां से शुरू हुई थी पूरी कहानी, क्या है पूरा माज़रा –
चांद पर बियर बनाने की पूरी कहानी सितंबर 2015 से शुरू हुई थी, जब नासा के वैज्ञानिकों ने यह दावा किया कि उन्हें मंगल ग्रह पर पानी की मौजूदगी के सबूत मिले हैं। वैज्ञानिकों के इस दावे के बाद सोशल मीडिया पर इसे लेकर चुटकुले बनाये जाने लगे। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार चांद पर बीयर से संबंधित योजना का प्रस्ताव टीम इंडस ने दिया था।
चूंकि, इस योजना का उद्देश्य बीयर बनाना नहीं था, बल्कि अंतरिक्ष में यीस्ट (खमीर) कितनी देर तक जीवित रहता है इसका पता लगाना है। आपको बता दें कि बंगलुरू स्थित टीम इंडस एक निजी संस्था एक्सिओम रिसर्च लैब्स प्राइवेट लिमिटेड के तहत काम कर करती है।
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