भाजपा ने कहा, नहीं किया किसी का भी कर्ज माफ, राहुल को नहीं पता write off’ और ‘waive off’ का अंतर
राहुल गांधी और कुछ उन जैसे लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं की मोदी सरकार ने चोरों के 65,000 करोड़ रुपये का क़र्ज़ माफ कर दिए हैं
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य नेताओं द्वारा मोदी सरकार पर लगाए गए कर्ज माफी के आरोपों को सिरे से खारिज किया है और कहा है कि मोदी सरकार ने किसी का भी एक रुपया माफ नहीं किया है। दरअसल मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए विलफुल डिफाल्टर्स के करोड़ों रुपए कर्ज बट्टे खाते में डालें हैं। मोदी सरकार के इसी फैसले पर राहुल गांधी ने कंद्रीय सरकार पर ये आरोप लगाया है और कहा है कि सरकार ने अमीर लोगों का कर्जा माफ किया है और उनके खाते में पैसे डाले हैं।
प्रकाश जावड़ेकर ने खारिज किए ये आरोप
प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस के इन आरोपों को लेकर ट्वीट करते हुए कहा कि केंद्रीय सरकार ने कोई कर्ज माफ नहीं किया है। सरकार ने बैंकों के विलफुल डिफाल्टर्स के करोड़ों रुपए कर्ज बट्टे खाते में डाले हैं। प्रकाश जावड़ेकर ने आगे कहा, मैं राहुल गांधी के इन आरोपों को सिरे से खारिज करता हूं कि मोदी सरकार ने 65,000 करोड़ रुपये माफ कर दिए हैं। कर्ज को बट्टे खाते में डालने का मतलब माफ करना नही होता है। राहुल गांधी को write off’ क्या होता और ‘waive off’ क्या होता है इसका अंतर समझने की ट्यूशन चिदम्बरम से लेनी चाहिए।
राहुल गाँधी समझ ले की ‘write off’ का मतलब माफ़ी नहीं होता। मोदी सरकार ने एक पैसे का किसी का भी कर्ज माफ़ नहीं किया है। भ्रम फ़ैलाने से फायदा नहीं होगा । @PChidambaram_IN ने @RahulGandhi को ट्यूशन देना चाहिए की ‘write off’ क्या होता और ‘waive off’ क्या होता है। pic.twitter.com/jBJvV9cpgD
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) April 29, 2020
राहुल ने लगाए थे ये आरोप
आरबीआई में एक आरटीआई डाली गई थी और आरटीआई के जवाब में आरबीआई ने बताया था कि 30 सितंबर 2019 तक 50 कंपनियों का 68 हजार 607 करोड़ रुपए का कर्ज राइट ऑफ किया गया है। ये जानकारी मंगलवार को सामने आई थी। जिसके बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि संसद में मैंने एक सीधा सा प्रश्न पूछा था, मुझे देश के 50 सबसे बड़े बैंक चोरों के नाम बताइए। वित्तमंत्री ने जवाब देने से मना कर दिया। अब आरबीआई ने नीरव मोदी, मेहुल चौकसी समेत भाजपा के मित्रों के नाम बैंक चोरों की लिस्ट में डाले हैं। इसीलिए संसद में इस सच को छुपाया गया।
संसद में मैंने एक सीधा सा प्रश्न पूछा था- मुझे देश के 50 सबसे बड़े बैंक चोरों के नाम बताइए।
वित्तमंत्री ने जवाब देने से मना कर दिया।
अब RBI ने नीरव मोदी, मेहुल चोकसी सहित भाजपा के ‘मित्रों’ के नाम बैंक चोरों की लिस्ट में डाले हैं।
इसीलिए संसद में इस सच को छुपाया गया। pic.twitter.com/xVAkxrxyVM
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 28, 2020
रणदीप सुरजेवाला ने भी किया ट्वीट
राहुल के अलावा कांग्रेस के कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी इस मसले पर ट्वीट किया था और कहा था कि निर्मला जी, ₹6,66,000 के क़र्ज़ राइट ऑफ़ को “सिस्टम की सफ़ाई” नही, बैंक में जमा “जनता की गाढ़ी कमाई की सफ़ाई” कहते हैं। हम आपको व मोदी जी को यही कहेंगे – तू इधर उधर की बात न कर, ये बता की क़ाफ़िला क्यों लूटा, मुझे रहजनों से गिला नही, तेरी रहबरी का सवाल है।
और निर्मला जी, ₹6,66,000 के क़र्ज़ राइट ऑफ़ को “सिस्टम की सफ़ाई” नही, बैंक में जमा “जनता की गाढ़ी कमाई की सफ़ाई” कहते हैं।
हम आपको व मोदी जी को यही कहेंगे –
तू इधर उधर की बात न कर,
ये बता की क़ाफ़िला क्यों लूटा,
मुझे रहजनों से गिला नही,
तेरी रहबरी का सवाल है। https://t.co/mjpyvgUVme— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 29, 2020
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के इस ट्वीट का जवाब देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी ट्वीट किया। अपने ट्वीट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि राहुल गांधी और सुरजेवाला लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। ये तथ्यों को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं और सनसनीखेज बना रहे हैं। राहुल गांधी को राइट ऑफ के बारे में जानने के लिए डॉ. मनमोहन सिंह से बात करनी चाहिए।
बीजेपी के जवाब दिए जाने के बाद भी कांग्रेस इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देने में लगी है और बीजेपी पार्टी को घेर रही है।