इरफान को पहले ही हो गया था मौत का आभास, पत्नी से कहा था-अम्मा कमरे में हैं, मुझे लेने आई हैं…
हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता इरफान खान लंबे समय से कैंसर की जंग लड़ रहे थे और 29 अप्रैल को वो इस दुनिया से चले गए। इरफान तो अकेले गए, लेकिन अपने पीछे अपने फैंस को रोता छोड़ गए। जिसने भी इरफान के निधन की खबर सुनी वो हक्का-बक्का रह गया। एक जिंदादिल इंसान, एक बेहतरीन कलाकार हमारे बीच से अचानक चला गया और हम कुछ समझ नहीं पाए। इरफान खान को कोलन इन्फेक्शन हुआ था जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उन्हें शायद अपनी मौत का अंदाजा लग गया था क्योंकि उनके आखिरी शब्द थे…अम्मा मुझे लेने आई हैं।
अंतिम सांस तक जुबां पर था मां का नाम
बता दें कि इरफान खान की मां सईदा बेगम का निधन कुछ दिन पहले ही हुआ था। लॉकडाउन के चलते इरफान अपने मां के अंतिम दर्शन नहीं कर पाए थे। उनका दिल दुखी था, लेकिन वो कुछ कर भी नहीं सकते थे। इरफान खान ने वीडियो के जरिए ही अपने मां के अंतिम संस्कार को देखा। मां के निधन के तीन दिन बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ गई और वो भी इस दुनिया को छोड़ अपने मां के पास चले गए। मां को ना देख पाने का उनके दिल में इतना दुख था कि अंत समय में भी वो अपनी मां को ही याद करते रह गए थे।
एक रिपोर्ट में बताया गया कि जब इरफान अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे थे तो उन्हें अपनी अम्मी दिखी थी। उन्होंने अपनी पत्नी सुतापा सिकदर को बताया था कि अम्मा कमरे में बैठी हैं। उन्होंने कहा था कि वो अपने बेटे की मौत का दर्द कम करने आई हैं। इरफान ने सुतापा से कहा- देखो, वो मेरी तरफ बैठी हैं….अम्मा मुझे लेने आई हैं।
मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए थे इरफान
इरफान की ये बात सुनकर सुतापा रोने लगीं। वो भी समझ गईं की इरफान बस कुछ सांसों के मेहमान रह गए हैं। उनके दिल में मां के लिए गहरा प्रेम था और अपने मां के अंतिम दर्शन ना कर पाना उनके दिल का घायल कर गया। इरफान को परिवार छोड़कर जाने का अफसोस जरुर रहा होगा, लेकिन शायद उनकी मां उन्हें लेने आई तो वो खुश थे। अब वो अपनी मां के साथ रहेंगे।
बता दें कि इरफान 2018 से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। इसके बाद जब इलाज कराके इरफान भारत लौटे तो उनकी तबीयत में बहुत सुधार नहीं था। इसके बावजूद मजबूत जज्बे के साथ उन्होंने फिल्म अंग्रेजी मीडियम की और फैंस को एक प्यारा सा संदेश दिया। उन्होंने बताया कि शरीर में कुछ अनचाहे मेहमान आ गए हैं और जिंदगी-मौत की कशमकश चल रही है। उन्होंने अपने फैंस से कहा था- मेरा इंतजार करना।
इरफान अस्पताल में भर्ती हुए तो हर किसी की सांसे थम गई, लेकिन उन्हें भरोसा था कि इरफान इससे बाहर जरुर निकलेंगे। इरफान ने आखिर तक लड़ने की कोशिश की, लेकिन फिर उन्होंने इस दुनिया को छोड़ देना ही मुनासिब समझा। डॉक्टरों ने उनके शरीर की जांच की और मृत घोषित कर दिया। उन्हें अस्पताल से सीधे वर्सोवा कब्रिस्तान ले जाया गया जहां 3 बजे उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। ल़ॉकडाउन के चलते महज 20 लोग उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हो सके। इरफान हमेशा के लिए चले गए, लेकिन जाने से पहले जीने का मतलब सिखा गए। उनके फैंस उनके दिए इस प्यार और मैसेज को कभी नहीं भूलेंगे।