यहाँ कोरोना का इलाज करने वाले डॉक्टर कपड़े उतार हो रहे नग्न, जाने वजह
कोरोना वायरस की जंग में डॉक्टर्स सबसे अहम भूमिका निभा रहे हैं. ये डॉक्टर्स दिन रात कोरोना मरीजों के संपर्क में रहते हैं. इस वजह से ये इस खतरे के भी सबसे करीब होते हैं. डॉक्टर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ अपनी जान की परवाह किये बिना ही कोरोना मरीजों को ठीक करने में लगे हुए हैं. पूरी दुनिया में कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जहाँ डॉक्टर या नर्स कोरोना के मरीजों का इलाज करते करते खुद ही इसकी चपेट में आ गए. इनमे से बहुत सो की तो मौत तक हो गई. ऐसे में मरीजों के इलाज के साथ साथ डॉक्टर्स और नर्सों की सुरक्षा भी जरूरी हैं.
अब कई देश या हॉस्पिटल ऐसे भी हैं जहाँ इन डॉक्टरों के पास खुद की सुरक्षा के पर्याप्त साधन नहीं हैं. आमतौर पर कोरोना का इलाज कर रही मेडिकल टीम पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) का इस्तेमाल करती हैं. यदि ये किसी डॉक्टर के पास ना हो तो वो कोरोना से संक्रमती होने के और करीब आ जाता हैं. यही वजह हैं कि जर्मनी के डोक्टरों ने पीपीई ना मिलने की वजह से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया हैं. इनका विरोध करने का तरिका इतना अलग हैं कि ये अब इंटरनेशनल मीडिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं.
न्यूडिटी (नग्नता) अक्सर इस बात की सूचक होती हैं कि आपकी बॉडी किसी भी चोट के लगने या नुकसान होने के बेहद समीप हैं. जब हम कपड़े पहनते हैं तो खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं. जब कोरोना जैसे खतरनाक वायरस की बात आती हैं तो आम कपड़ों की सुरक्षा से काम नहीं चलता हैं. डॉक्टरों को खुद को सुरक्षित रखने के लिए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट यानी PPE चाहिए होता हैं.
PPE की कमी का सामना कई देश कर रहे हैं. जर्मनी भी इनमे से एक हैं. इस देश में अभी तक में 1,58,758 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, वहीं 6,126 लोगों की जान भी जा चुकी हैं. ऐसे में यहाँ के डॉक्टरों को PPE की सख्त जरूरत हैं. कैमरे के सामने अपनी नग्न खीच ये लोग जर्मनी की सरकार का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं. उनकी सरकार से मांग हैं कि हमारी सुरक्षा का ध्यान रखा जाए और पर्याप्त संख्या में PPE उपलब्ध कराई जाए. इसी बात का विरोध प्रदर्शन करने के लिए जर्मनी के डॉक्टर्स ने नग्न होकर पोज देना का ये अनोखा तरीका अपनाया हैं.
इन डॉक्टरों ने blankebedenken.org नाम की एक वेबसाईट भी बनाई हैं. यहाँ पर उन्होंने अपनी तस्वीरें और मांगे डाली हैं. जर्मनी में कई डॉक्टर्स और नर्स कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इनमे से कुछ की तो मौत तक हो गई हैं. यही वजह हैं कि डॉक्टर्स इस तरह की मुहिम चला रहे हैं. इनका कहना हैं कि वे सरकार से पिछले कई दिनों से पीपीई की मांग कर रहे हैं लेकिन उसे अनसुना किया जा रहा हैं.
जर्मनी के डॉक्टरों ने ये भी बाताया कि हमारे पास कोरोना वायरस से लड़के के लिए पर्याप्त संसाधन भी नहीं हैं. डॉक्टर क्रिस्टियन रेचटेनवाल्ड के अनुसार उन्हें इस तरह नग्न होकर विरोध करने की प्ररणा फ्रांस के एक डॉक्टर एलेन कोलंबी से मिली हैं.