बीवी से ‘लूडो’ में हारा तो गुस्से से लाल हुआ हस्बैंड, पिट-पिट के तोड़ दी रीढ़ की हड्डी
लॉकडाउन में घर बैठे बैठे लोग बोर हो रहे हैं और टाइमपास के लिए कई तरह के गेम्स भी खेल रहे हैं. ‘ऑनलाइन लूडो’ भी एक ऐसा गेम हैं जो लॉकडाउन के समय लाखों लोगो द्वारा खेला जा रहा हैं. हालाँकि वड़ोदरा में एक पत्नी को अपने पति के साथ ऑनलाइन लूडो गेम खेलना इतना महँगा पड़ गया कि उसकी रीढ़ की हड्डी तक टूट गई. दरअसल पति लूडो के गेम में अपनी बीवी से बार बार हार रहा था, इस बात से वो इतना गुस्सा हुआ कि उसने पत्नी को मार मार कर उसकी रीढ़ की हड्डी ही तोड़ डाली.
अभयम हेल्पलाइन 181 के काउंसलर के अनुसार पीड़ित महिला 24 वर्ष की हैं और वड़ोदरा के वेमाली (Vemali) में रहती हैं. महिला अपने घर के खर्चे में मदद करने के लिए ट्यूशन क्लास भी लेती हैं. महिला चाहती थी कि उसका पति घर के अंदर ही रहे और सोसाइटी के लोगो के साथ समय ना बिताए. इसलिए उसने पति को मोबाइल में ‘लूडो’ गेम खेलने के लिए मना लिया.
मोबाइल पर पति के साथ लूडो खेलने के दौरान पत्नी ने उसे लगातार तीन से चार बार हरा दिया. पति ये हार बर्दाश्त नहीं कर पाया और पत्नी के ऊपर चिल्लाने लगा. जल्द ही ये बातचीत बढ़ गई और पति ने पत्नी को बेरहमी से पीटना शुरू आर दिया. इस मार की वजह से उसकी पीठ की कशेरुकाओं (vertebrae) के बीच गैप बन गई.
काउंसलर ने बाताया कि पति के अहंकार को इस बात से ठेस पहुंची थी कि उसकी बीवी उससे भी ज्यादा इंटेलीजेंट हैं. इसके साथ ही वो घर खर्च में भी पैसे देती हैं. महिला का पति एक प्राइवेट इलेक्ट्रॉनिक कंपनी में काम करता हैं. वो इतना कमा लेता हैं कि दोनों का खर्चा उठा सके लेकिन घर के लोन की इंस्टालमेंट्स भरने के लिए महिला ने घर पर ही ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया था. इसके अलावा उसने ब्यूटीशन का कोर्स भी किया हैं.
घायल महिला को orthopaedic surgeon (हड्डी के डॉक्टर) पास ले जाया गया, जहाँ इलाज के बाद महिला ने पति के साथ जाने की बजाए अपने मायके जाने की इच्छा जताई. हालाँकि इसके पहले वो अपने घर कुछ डाक्यूमेंट्स लेने जाना चाहती थी. उसी दौरान अभयम हेल्पलाइन 181 के काउंसलर ने उनकी काउंसलिंग की.
प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर चंद्रकांत मकवाना ने बाताया कि हमारे काउंसलर ने महिला से पूछा कि क्या वो कोई पुलिस कंप्लेंट दर्ज कराना चाहती हैं या इस मामले को सेटल करना चाहती हैं. अब चुकी हस्बैंड ने महिला से माफ़ी मांग ली थी इसलिए उसने केस दर्ज करने की इच्छा व्यक्त नहीं की. इसके बाद काउंसलर ने समझाया कि यदि आप साथ रहते हैं तो क्या कंडीशन रहेगी और वैवाहिक जीवन में लड़ाई झगड़े होने के क्या परिणाम होते हैं.
पति को चेतावनी देकर बाताया कि फिजिकल टार्चर करना एक अपराध हैं और आप इसके लिए जेल भी जा सकते हैं. इसके बाद पति ने महिला से माफ़ी मांगी. महिला पति के साथ दुबारा रहने के लिए तैयार हो गई लेकिन उसने कहा कि कुछ दिन वो अपने माता पिता के यहाँ रहना चाहती हैं. इस मामले में कपल से लिखित बयान भी लिया गया.