एक बार फिर से छलका ‘राम जी’ का दुख, कहा- मुझे कभी किसी सरकार ने सम्मानित नहीं किया
इन दिनों दूरदर्शन में दिखाई जा रही रामायण को खूब पसंद किया जा रहा है और हर कोई राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल की तारीफ कर रहा है। हालांकि इसी बीच अरुण गोविल ने अपना खुद जाहिर किया है और ट्विटर के जरिए लोगों को बताया है कि किसी तरह से इतना प्रसिद्ध होने के बाद भी उन्हें कभी कोई सम्मान नहीं दिया गया। अरुण गोविल ने हाल ही में एक ट्वीट कर कहा कि, चाहे कोई राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार, मुझे आज तक किसी सरकार ने कोई सम्मान नहीं दिया। मैं उत्तर प्रदेश से हूं। लेकिन उस सरकार ने भी मुझे आज तक कोई सम्मान नहीं दिया। और यहां तक कि मैं पचास साल से मुंबई में हूं। लेकिन महाराष्ट्र की सरकार ने भी कोई सम्मान नहीं दिया।
चाहे कोई राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार, मुझे आज तक किसी सरकार ने कोई सम्मान नहीं दिया है. मैं उत्तर प्रदेश से हूँ, लेकिन उस सरकार ने भी मुझे आज तक कोई सम्मान नहीं दिया. और यहाँ तक कि मैं पचास साल से मुंबई में हूँ, लेकिन महाराष्ट्र की सरकार ने भी कोई सम्मान नहीं दिया. #रामायण https://t.co/C91yuJClMr
— Arun Govil (@arungovil12) April 25, 2020
अरुण गोविल के इस ट्वीट से इनका दर्द साफ बयां होता है कि इतने प्रसिद्ध नाटक का हिस्सा होने के बाद भी इनको कभी भी कोई सम्मान या अवॉर्ड नहीं दिया गया है। दरअसल अरुण ने ये ट्वीट उस समय किया जब फिल्मफेयर के वरिष्ठ सहायक संपादक रघुवेंद्र सिंह से उनकी बात ट्वीटर पर हो रही थी और इसी दौरान 62 साल के अरुण ने ये ट्वीट किया था।
जो सम्मान आपको देश की जनता ने दिया है, वह किसी सरकारी पुरस्कार से बढ़कर है। जय श्री राम ?
— Anupam Kumar Pandey (@AnupamkPandey) April 25, 2020
अरुण के इस ट्वीट के बाद से कई लोगों की प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है और एक यूजर ने लिखा है कि “अरुण जी आप खुद एक सम्मान हैं। हमारे लिए। आपको कोई सम्मान दे या न दे भारत के सभी घरों में राम के रूप में आपको देखते हैं और पूजा करते हैं। जबकि एक अन्य यूजर ने लिखा की करोड़ों लोग आप में राम देखते हैं। ऐसा सम्मान किसी को मिल सकता है? मेरा बेटा आपको ही राम समझता है।
नहीं मिला फिल्मों में काम
ये पहला मौका नहीं है जब अरुण गोविल ने अपनी दुख प्रकट किया हो। इससे पहले भी अरुण गोविल अपना खुद प्रकट कर चुके हैं और उन्होंने बताया था कि किस तरह से राम जी का किरदार निभाने के बाद उनको फिल्मों और नाटकों को काम नहीं मिल सका था। जिसकी वजह से वो चाहकर भी फिर से फिल्मी दुनिया में वापसी नहीं कर सके थे। अरुण गोविल के अनुसार हर कोई उनके अंदर राम भगवान को ही दिखता था। जिसकी वजह से फिल्म निर्माता उन्हें फिल्मों में काम नहीं दिया करते थे। अरुण से जब एक सवाल पूछा गया कि ‘रामायण’ के बाद उन्हें राम माना जाने लगा। तो क्या इस वजह से उन्हें मुश्किल का सामना करना पड़ा था? जवाब में उन्होंने लिखा, “‘रामायण’ के बाद मुझे कमर्शियल फिल्में मिलनी बंद हो गई थीं। हर बात के निगेटिव-पॉजिटिव पहलू होते हैं। ‘रामायण’ से मुझे जो कुछ मिला, वो शायद मैं कितनी भी फिल्में कर लेता, मुझे नहीं मिलता। भगवान राम ने अपना नाम मेरे साथ जोड़ दिया। और क्या देगा भगवान? मैं इंसान ही बना रहूं, बहुत है मेरे लिए।”
#रामायण के बाद मुझे कमर्शियल फिल्में मिलनी बंद हो गयीं. हर बात के निगेटिव-पॉज़िटिव पहलू होते हैं. रामायण से मुझे जो कुछ मिला,वह शायद मैं कितनी भी फिल्में कर लेता,मुझे नहीं मिलता. भगवान राम ने अपना नाम मेरे साथ जोड़ दिया, और क्या देगा भगवान? मैं इंसान ही बना रहूं,बहुत है मेरे लिए. https://t.co/FgO0XgYX2e
— Arun Govil (@arungovil12) April 25, 2020
गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान एक बार फिर से रामायण का प्रसारण किया जा रहा है और लोगों द्वारा इस नाटक के किरदारों को बहुत प्यार फिर से मिल रहा है। इतना ही नहीं रामायण सबसे अधिक टीआरपी वाला नाटक भी बन गया है।