लॉकडाउन के बाद बढ़ी पीएम मोदी की लोकप्रियता, 76.8 से बढ़कर 93.5% पहुंचा आंकड़ा, सर्वे में खुलासा
वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना से निपटने के लिए मोदी सरकार सराहनीय कार्य कर रही है. प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में सरकार तमाम तरह की कोशिशें कर रही है, जिससे इस महामारी को जड़ से खत्म किया जा सके. हाल ही में आईएएनएस-सी वोटर कोविड-19 ट्रैकर सर्वे की रिपोर्ट में भी इस बात का दावा किया गया. सर्वे में कहा गया कि जब पीएम मोदी ने लॉकडाउन की घोषणा की थी तब 76.8 प्रतिशत लोगों को उनके इस फैसले पर भरोसा था, लेकिन अब यही भरोसा बढ़कर 93.5 प्रतिशत हो गया है. सर्वे के दौरान लोगों ने माना था कि कोरोनावायरस से निपटने के लिए सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है.
16 मार्च को 75.8 प्रतिशत लोग सरकार के साथ
रिपोर्ट की मानें तो यह सर्वे 16 मार्च से लेकर 21 अप्रैल के बीच में किया गया. सर्वे में पूछा गया था- क्या आपको लगता है कि भारत सरकार कोरोनावायरस प्रकोप को अच्छी तरह से संभाल रही है? इस पर 16 मार्च को सरकार पर भरोसा जताने वाले लोगों की संख्या 75.8 प्रतिशत थी, जो कि लॉकडाउन के पहले दिन यानी 25 मार्च को बढ़कर 76.8 प्रतिशत हो गयी. 31 मार्च तक यह आंकड़ा 79.4 प्रतिशत तक पहुंच गया. 21 अप्रैल तक सरकार पर विश्वास करने वालों का आंकड़ा 93.5 प्रतिशत था. कोरोनावायरस से चल रहे इस जंग में लोग सरकार के सभी फैसलों से सहमत नजर आये हैं.
बिल गेट्स ने भी की थी तारीफ
माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स ने भी कोरोना से जंग के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लिए गए फैसलों की तारीफ की थी. गुरुवार को उन्होंने पीएम मोदी के नाम चिट्ठी लिखी, जिसमें उन्होंने कोरोना के खिलाफ डिजिटल क्षमताओं का पूरा उपयोग करने पर प्रधानमंत्री की तारीफ की. बिल गेट्स ने भी माना कि भारत में कोरोनावायरस के लिए पीएम मोदी द्वारा लिया गया लॉकडाउन का फैसला बिलकुल सही है.
गेट्स ने खत में लिखा, “हम आपके नेतृत्व, आपकी और आपकी सरकार के सक्रिय कदमों की सराहना करते हैं. इन कदमों से भारत में कोविड-19 संक्रमण की दर को बढ़ने से रोकने में कामयाबी मिली है. इसमें नेशनल लॉकडाउन, हॉटस्पॉट इलाकों में टेस्टिंग पर ध्यान देना, क्वारंटाइन समेत स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाना और इन्हें मजबूत करने जैसे कई फैसले सराहनीय हैं. इस वजह से रिसर्च और डेवलपमेंट गतिविधियों और डिजिटल इनोवेशन में भी बढ़ोतरी आई है. यह देखकर काफी अच्छा लग रहा है कि आप सभी भारतीयों की सामाजिक सुरक्षा और उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा पर फोकस कर रहे हैं. कोरोना से लड़ाई में डिजिटल क्षमताओं का पूरा-पूरा इस्तेमाल हो रहा है, जिसका बेहतरीन उदाहरण आरोग्य सेतू ऐप है”. बता दें, यह ऐप कोरोनावायरस के संक्रमण को ट्रैक करता है, जो आम लोगों से सीधा जुड़ने में मदद करता है.
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