महाभारत में चीरहरण के बाद आधे घंटे तक रोई थी रूपा गांगुली, पहनी थी 250 मीटर की साड़ी
भारत में इस वक्त कोरोना संकट से लोग जूझ रहे हैं। इस वक्त इसका सामना करने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन लगा हुआ है। ऐसे में टेलीविजन पर रामायण के साथ महाभारत का भी प्रसारण हो रहा है। महाभारत भी दर्शकों के बीच कम लोकप्रिय नहीं है। महाभारत से जुड़े भी कई दिलचस्प किस्से बार-बार सुनने को मिल रहे हैं।
बीआर चोपड़ा की मेहनत
बीआर चोपड़ा ने महाभारत का निर्माण किया था। महाभारत के उन्होंने जितने भी दृश्य फिल्माए थे, उन्होंने इन सब पर बड़ी मेहनत की थी। उन्होंने सभी कलाकारों को इसके लिए इस तरह से तैयार किया था कि हर सीक्वेंस को इन्होंने बड़ी शिद्दत से किया था। महाभारत में द्रोपदी की चीरहरण के सीन को लेकर बीआर चोपड़ा बहुत ही गंभीर थे। वजह भी इसकी खास थी। पूरा महाभारत युद्ध ही दरअसल इससे जुड़ा हुआ था। यदि द्रोपदी का चीरहरण नहीं हुआ होता तो महाभारत का पूरा युद्ध लड़ा ही नहीं जाता। ऐसे में यह बहुत जरूरी था कि यह सीक्वेंस बहुत ही प्रभावी तरीके से शूट किया जाए। बीआर चोपड़ा चाहते थे कि इस घटना का जो महत्व है और उसके प्रभाव की जो ताकत है, दर्शकों के दिलों तक इसे पूरी तरीके से पहुंचा दिया जाए।
ऐसी थी साड़ी
वैसे, इस बात की जानकारी बहुत ही कम लोगों को होगी कि इस सीक्वेंस के लिए बीआर चोपड़ा की ओर से बड़ी ही खास तैयारी की गई थी। उन्होंने इसके लिए एक बहुत ही लंबी-चौड़ी साड़ी का इंतजाम किया था। आपको बता दें कि जो साड़ी उन्होंने द्रौपदी के चीरहरण के लिए बनवाई थी, वह 250 मीटर लंबी एक अनकट साड़ी थी। साड़ी का इस्तेमाल उस वक्त किया जाना था, जब एक सीक्वेंस में द्रौपदी का चीरहरण होता है और भगवान श्रीकृष्ण वहां उनकी लाज बचाने के लिए पहुंच जाते हैं।
रूपा गांगुली की तैयारी
महाभारत में द्रौपदी का किरदार रूपा गांगुली ने निभाया था। रूपा गांगुली से निर्माताओं ने कह दिया था कि इस सीक्वेंस के लिए उन्हें खुद को उसी तरह के मिजाज में लेकर जाना होगा, जिसमें कि किसी महिला को जब बाल खींच कर भरी सभा में लाया जाता है और उसका वस्त्र हरण होता है तो वह क्या महसूस करती है। रूपा गांगुली की ओर से इस सीक्वेंस के लिए बड़ी तैयारी भी की गई थी। सीक्वेंस शूट होने लगा था तो रूपा गांगुली इसकी वजह से बहुत ही भावुक भी हो गई थीं।
रो पड़ी थीं रूपा गांगुली
यह एक बहुत ही दमदार सीक्वेंस था। एक ही बार में इसे पूरी तरीके से शूट कर लिया गया था। महाभारत के निर्माताओं ने इस सीक्वेंस के बारे में बताया था कि द्रोपदी के चीरहरण का यह सीक्वेंस बहुत ही दर्द भरा था। रूपा गांगुली ने इस दर्द को उस वक्त महसूस किया था। यही वजह थी कि वे खूब रोने लगी थीं। सेट पर रूपा गांगुली इतना रो रही थीं कि महाभारत के निर्माताओं के साथ जो बाकी स्टारकास्ट वहां मौजूद थे, उन्हें रूपा गांगुली को चुप कराने में आधा घंटा का वक्त लग गया था।
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