कोरोना: 3 मई के बाद भी भारत के इस शहर में बढ़ सकता हैं लॉकडाउन, और सख्त होगा प्रशासन
कोरोना वायरस के चलते इस समय पुरे देश में लॉकडाउन हैं. पहले ये लॉकडाउन 14 अप्रैल तक का था लेकिन स्थिति ना सुधरने की वजह से इसे बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया हैं. लॉकडाउन की वजह से लोगो को कई परेशानियाँ भी हो रही हैं. ऐसे में हर कोई इसके जल्द से जल्द ख़त्म होने का इंतज़ार कर रहा हैं. हालाँकि मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में रहने वाले लोगो के लिए एक बुरी खबर हैं. इस बात की काफी संभावना हैं कि इंदौर शहर में ये लॉकडाउन 3 माई के बाद भी बढ़ाया जा सकता हैं. इंदौर इस समय कोरोना का एक बड़ा हॉटस्पॉट बना हुआ हैं. मध्यप्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1540 हो गई हैं जिसमे 915 मामले अकेले इंदौर के ही हैं. इतना ही नहीं इस शहर में कोरोना से मरने की दर भी पुरे भारत में सबसे ज्यादा हैं. इसकी वजह प्रशासन की लापरवाही और लॉकडाउन में ढील दिखना भी बाताया जा रहा हैं.
इंदौर के चिंताजनक हालातों को देखते हुए बीते मंगलवार केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक टीम ने शहर का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने पाया कि इंदौर में लॉकडाउन का उलंघन हो रहा हैं जिसके चलते यहाँ कोरोना और भी अधिक फ़ैल सकता हैं. मंत्रालय की टीम का यह भी कहना हैं कि स्थिति को कंट्रोल में रखने के मामले में प्रशासन चुस्त-दुरस्त तरीके से काम कर रहा हैं. ऐसे में केन्द्रीय मंत्रालय ने प्रशासन को चेताते हुए और सख्ती कनरे के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही लॉकडाउन की अवधि इंदौर में बढ़ाई भी जा सकती हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस समय इंदौर सबसे अधिक कोरोना केस के मामले में देश में तीसरे नंबर पर हैं. यही वजह हैं कि इसे भी रेड जोन में शामिल किया गया हैं. केन्द्रीय टीम के आकलन में ये बात सामने आई कि इंदौर की स्थिति और भी बिगड़ सकती हैं. फिलहाल यहाँ इंदौर वालों के दवाई, किराना और अन्य जरूरी सामान की पूर्ति हेतु तैयारियां भी की जा रही हैं.
उधर इंदौरवासियों पर ये आरोप भी हैं कि ये लोग घर में शान्ति से बैठ नहीं रहे हैं. यहाँ कई लोग आए दिन लॉकडाउन का उलंघन करते हुए दिखाई दे जाते हैं. हालाँकि ऐसे लोगो को रोकने या पकड़ने के लिए इंदौर में बाकायदा टीम भी गठित की गई हैं. दिक्कत ये हो रही हैं कि लोग किसी ना किसी बहाने से घर से निकल रहे हैं. मसलन कई बार लोग पकड़े जाए तो यही बहाना बना देते हैं कि वे दवा लेने जा रहे हैं.
इंदौर की वर्तमान स्थिति को देखते हुए बुधवार से नगर निगम की 1800 टीमें मैदान में उतारी गई हैं. ये टीम घर घर जाकर सर्वे और स्क्रीनिंग का काम करेगी. ये स्क्रीनिंग पूरी प्लानिंग के साथ होगी जिसमे 6 दिनों बाद दोबारा स्क्रीनिंग होगी. ऐसा कोरोना वायरस के लक्षणों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा.
इंदौर शहर में अब तक कोरोना की वजह से 52 लोगो की जान जा चुकी हैं. इनमें आम जनता के साथ पुलिस और मेडिकल विभाग के लोग भी शामिल हैं. ऐसे में इंदौरवासियों को लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन करने की आवश्कयता हैं.