29 दिन बाद शिवराज ने किया अपने मंत्री मंडल का विस्तार, इन लोगों को मिला मंत्री पद
मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है और पांच विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई है। शिवराज सिंह चौहान ने जिन विधायकों को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है। उनमें से दो विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीब हैं। जबकि अन्य तीन विधायक बीजेपी के हैं। मंगलवार को राज्यपाल लालजी टंडन ने राजभवन में इन पांच विधायकों को शपथ दिलाई है और इन विधायकों के नाम इस प्रकार हैं। तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह, नरोत्तम मिश्रा, कमल पटेल और मीना सिंह।
तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह इससे पहले कांग्रेस पार्टी में थे और इन्होंने इस पार्टी से इस्तीफा देकर हाल ही में बीजेपी का हाथ थामा था। आपको बात दें कि इन दोनों को अभी विधायक का चुनाव फिर से लड़ना होगा और छह महीने के अंदर विधानसभा का सदस्य बनना होगा।
राज्यपाल ने सबसे पहले डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई थी। नरोत्तम मिश्रा इससे पहले भी शिवराज सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। ये साल 1990 में पहली बार विधानसभा सदस्य चुने गए थे और साल 1998, 2003, 2008 और 2013, 2019 से चुनाव जीते हुए आ रहे हैं। दूसरे नंबर पर तुलसी सिलावट को राज्यपाल ने मंत्री पद की शपथ दिलाई है। ये इससे पहले कमलनाथ सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। ये ज्योतिरादित्य सिंधिया के काफी करीबी माने जाते हैं और इन्होंने सिंधिया के साथ ही बीजेपी पार्टी को ज्वाइन किया है। ये कमलनाथ सरकार के 22 बागी विधायकों में शामिल थे और इंदौर की सांवेर विधानसभा सीट से विधायक थे।
तीसरे नंबर पर कमल पटेल को शपथ दिलाई गई है। ये पांच बार यानी साल 1993, 1998, 2003, 2008 और 2018 में हरदा विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं। चौथे नंबर पर गोविंद सिंह राजपूत को राज्यपाल ने पद एवं गोपनियता की शपथ दिलवाई है। ये तीन बार सागर के सुरगी से विधायक रह चुके हैं और इससे पहले कांग्रेस सरकार में थे। पांचवे नंबर पर मीना सिंह मांडवे ने शपथ ग्रहण की है। ये उमरिया जिले की मानपुर सीट से विधायक हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर गई थी। जिसके बाद बीजेपी ने इस राज्य में अपनी सरकार बना ली थी और एक बार फिर से शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री बनें हैं। दरअसल कांग्रेस के 22 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए हैं। अब छह महीनों में इन विधायकों की सीट पर दोबारा से चुनाव होने हैं।
जिन विधायकों ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया था उनके नाम इस प्रकार हैं- रघुराज सिंह कंसाना, कमलेश जाटव, रक्षा सरोनिया, मनोज चौधरी, जजपाल सिंह जज्जी, सुरेश धाकड़, ओपीएस भदौरिया, गिरराज दंडौतिया, जसमंत जटावे, मुन्नालाल गोयल, महेंद्र सिंह सिसोदिया, रनवीर जाटव, हरदीप सिंह डंग, ब्रजेंद्र सिंह यादव, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, गोविंद सिंह राजपूत, राजवर्धन सिंह, तुलसी सिलावट, ऐदल सिंह कंसाना, ज्योतिरादित्य सिंधिया और बिसाहूलाल सिंह।