जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग उन, ब्रेन डेड की अटकलें
तानाशाह की ज़िन्दगी खतरे में ! जिंदगी और मौत से जूझ रहे नार्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग
एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है वहीं उत्तर कोरिया के तानाशाह जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। किम जोंग उन इन दिनों काफी बीमार चल रहे हैं और उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। खबर है कि किम जोंग उन को कार्डियोवास्कुलर समस्या हुई है और उनका इलाज चल रहा है। अमेरिकी टीवी चैनल की एक रिपोर्ट के मुताबिक किम जोंग की सर्जरी की जा चुकी है, लेकिन उनकी हालत बिगड़ती जा रही है। बताया जा रहा है कि किम जोंग उन इन दिनों बिस्तर पर ही समय बिता रहे हैं।
ब्रेन डेड के खतरे से जूझ रहे किम
एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया है कि किम जोंग उन को ब्रेन डेड का खतरा है। इस वक्त वो जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। किम की तबीयत कई महीनों से खराब चल रही थी। उन्हें स्मोकिंग की आदत है और मोटापे के कारण भी उन्हें कई समस्याएं होने लगी हैं। उनकी सर्जरी भी की गई, लेकिन तबीयत सुधरने की बजाय बिगड़ती चली जा रही है। किम को आखिरी बार 11 अप्रैल को देखा गया था। यहां तक की अपने दादा के जन्मदिन के कार्यक्रम में भी किम कहीं दिखाई नहीं दिए थें।
खबरों की मानें तो किम की जान खतरे में है। किम हयांगसान कस्बे के एक विला में अपना इलाज करा रहे हैं। किम के ब्रेन डेड होने की खबरों पर अमेरिका के अधिकारियों की कोई टिप्पणी नहीं आई है। गौरतलब है कि उत्तर कोरिया से कोई भी खबर बाहर आना बहुत ही मुश्किल हैं। वहां से सूचना निकलना आसान नहीं है। वहां पर किम की बहुत सख्ती है और लोग उन्हें ही अपना सबकुछ मानते हैं।
किम जोन उंग उत्तर कोरिया में भगवान की तरह पूजे जाते हैं। उनका अपने दादा के जन्मदिन में शामिल ना होना लोगों के लिए काफी हैरानी वाली बात है। अगर कभी ऐसा होता है कि किसी मौके पर उत्तर कोरिया के शासक किम ना दिखाई दें तो ये गंभीर बात होती है। उत्तर कोरिया मामले के विशेषज्ञ ब्रूस क्लींगर ने कहा कि पिछले काफी समय से किम के स्वास्थ को लेकर बहुत सी अफवाहें उड़ रहीं थीं।
उत्तर कोरिया में है सख्त नियम
आगे उन्होंने कहा कि इससे पहले भी किम जोंग उन और उनके पिता को लेकर भी गलत सूचनाएं सामने आई थीं। 2008 में उत्तर कोरिया के 60 साल के पूरे होने पर पर जश्न आयोजित किया गया था, लेकिन किम जोंग उन के पिता किम जोंग द्वितीय इसमें शामिल नहीं थे। इस पर भी कई तरह के कयास लगाए गए थे। बाद में ये खुलासा हुआ कि किम जोंग को दिल का दौरा पड़ा था। वहीं अब किम जोंग उन की तबीयत को लेकर भी चर्चा हो रही है।
उत्तर कोरिया एक तानाशाह देश है जहां के नियम कानून काफी सख्त हैं। वहां पर सैन्य तानाशाही के नियम ही सर्वोच्च माने जाते हैं। अगर इसमें किसी व्यक्ति को दोषी पाया जाता है तो उसकी तीन पीढ़ियों को सजा का पालन करना पड़ता है। वहां हर पांच साल में चुनाव होता तो है, लेकिन कोई विकल्प नहीं मिलता। वहां पर अपना 100 प्रतिशत वोट तानाशाह लीडर को ही देना होता है। उत्तर कोरिया में अपना अलग कैलेंडर है। यहां पर लोगों को पढ़ने के लिए अखबार भी आसानी नहीं मिलता। वहां पर बस स्टैंड पर अखबारों की कॉपी लगाई जाती है, जिसे पढ़ने के लिए लोग जाते हैं।